चंडीगढ़, 24 जून – हरियाणा के मुख्य सचिव श्री विजय वर्धन ने राज्य में कोविड-19 मामलों में आई वर्तमान गिरावट पर संतोष जाहिर किया और साथ ही स्वास्थ्य अधिकारियों को सचेत करते हुए निर्देश दिए कि ज्यादा भीड़ वाले स्थानों जैसे कॉलेज, कार्यालय, मॉल, उद्योगों आदि में परीक्षण के लिए विशेष अभियान चलाया जाए।

मुख्य सचिव ने ये निर्देश आज कोविड-19 की तैयारियों की समीक्षा के लिए केंद्र सरकार द्वारा आयोजित एक वीडियो कान्फ्रैंस के बाद चंडीगढ़ में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को बैठक में दिए। ऑनलाइन वीडियो कान्फ्रैंसिंग की अध्यक्षता भारत सरकार के कैबिनेट सचिव श्री राजीव गाबा ने की।

मुख्य सचिव श्री विजय वर्धन ने सुझाव दिया कि स्वास्थ्य विभाग को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि राज्य में हर दिन कम से कम 50,000 आरटीपीसीआर या रैपिड एंटीजन टेस्ट (आरएटी) किए जाएं। उन्होंने स्वास्थ्य अधिकारियों को हाल ही में कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान पहचान की गई कमियों से अनुभव लेने और भविष्य में संभावित किसी भी कोविड-लहर के लिए खुद को पहले से तैयार रहने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य के लिए आवश्यक दवाओं के साथ-साथ पल्स ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर, वेंटिलेटर आदि उपकरणों की आवश्यकता का अनुमान लगाया जाए और उनकी खरीद की प्रक्रिया में तेजी लाई जाए।

मुख्य सचिव ने कहा कि निकट भविष्य में (जैसा कि संभावना जताई जा रही है) कोविड-बाल रोगियों के इलाज के लिए चिकित्सा कर्मियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए । उन्होंने कहा कि बाल चिकित्सा उपयोग के लिए जीवन-रक्षक उपकरणों  व अन्य चिकित्सा सुविधाओं को तैयार रखें ।

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