चण्डीगढ़, 22 जून – हरियाणा के मत्स्य पालन मंत्री श्री जेपी दलाल ने कहा कि प्रदेश में 18207.56 हैक्टेयर भूमि पर गत वर्ष 203160.11 मिट्रिक टन मत्स्य पालन किया जा चुका है जिसको और बढ़ाया जाएगा।

उन्होंने यह जानकारी आज यहां मत्स्य विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में दी।

श्री दलाल ने कहा कि राष्ट्रीय औसत मत्स्य उत्पादकता 3-5 मीट्रिक टन की तुलना में प्रदेश में मत्स्य उत्पादकता 9.6 मीट्रिक टन प्रति हेक्टेयर प्रति वर्ष है। जोकि प्रदेश के किसानों का रूझान मत्स्य पालन की तरफ बढ़ता दिख रहा है । उन्होंने कहा कि मत्स्य उत्पादन और मत्स्य किसानों की आय को दोगुना करने के लिए 34 आरएएस इकाइयों की स्थापना की गई है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में 15 सरकारी मत्स्य बीज फार्मों में मत्स्य बीज उत्पादन 1828 लाख आनुवंशिक रूप से उन्नत और गुणवत्तापूर्ण तैयार किया जाता है और दो बड़ी पेलेटेड फीड मिलें चरखी दादरी व करनाल में स्थापित की गई हैं । उन्होंने अधिकारियों को कहा कि शीघ्र ही मत्स्य पालन के लिए योजनाएं बनाकर केंद्रीय मंत्री के पास भेजी जाएं ताकि प्रदेश के मत्स्य पालन किसानों को योजनाओं का लाभ मिल सके।

मत्स्य मंत्री ने बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रदेश में पिछले 5 वर्षों का डाटा तैयार किया जाए। इस दौरान कितनी मत्स्य यूनिट चल रही हैं और कितनी यूनिट बंद हुई हैं । उन्होंने कहा कि बंद यूनिट के कारणों का पता लगाकर उनकी जांच भी की जाए। श्री दलाल ने अधिकारियों को कहा कि किसानों को मत्स्य पालन के लिए ज्यादा से ज्यादा जागरूक किया जाए ताकि वे मत्स्य पालन की तरफ बढ़ें और उन्हें कम लागत में अधिक मुनाफा हो।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में 58 हजार हैक्टेयर क्षारीय भूमि में सुधार कर तालाब बनाकर मत्स्य पालन को बढ़ावा दिया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को कहा कि मत्स्य पालन के लिए झिंगा सेंटर तैयार करने, मत्स्य टैंक की देख-रेख और मत्स्य मार्किट को विकसित करने के संबंध में भी निर्देश दिए ।

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