भिवानी कोविड रिलीफ फंड में आया 41 लाख 18 हजार 93 रुपये राशन ढुलाई में ही सिर्फ खर्च दर्शायी एक लाख 24 हजार 700 की राशि स्वास्थ्य शिक्षा सहयोग संगठन के प्रदेश अध्यक्ष बृजपाल सिंह परमार ने मांगी थी प्रशासन से जानकारी भिवानी, 19 जून। कोरोना संक्रमण की वजह से भिवानी जिले में सरकारी आंकड़ों के अनुसार अब तक 637 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और 30 हजार 546 लोग कोरोना के जानलेवा संक्रमण से मुक्त हुए हैं। कोरोना काल के दौरान लोगों की मदद और राहत पहुंचाने के लिए भिवानी कोविड रिलीफ फंड में दानवीरों ने भी दिल खोलकर पैसा दिया, मगर इस पैसे का प्रशासन ने कोई सदुपयोग नहीं किया और न ही किसी को कोई राहत दी गई। यह खुलासा आरटीआई की एक जानकारी में हुआ है। स्वास्थ्य शिक्षा सहयोग संगठन के प्रदेश अध्यक्ष बृजपाल सिंह परमार ने जिला प्रशासन से भिवानी कोविड रिलीफ फंड से संबंधित विभिन्न पहलुओं की जानकारी मांगी थी। इस जानकारी के जवाब में खुलासा हुआ कि 27 मार्च 2020 को प्रशासन ने भिवानी कोविड रिलीफ फंड का बैंक खाता घंटाघर स्थित पीएनबी में खुलवाया था। अब तक रिलीफ फंड खाते में दानवीरों ने 41 लाख 18 हजार 93 रुपये लोगों की मदद के लिए जमा कराए हैं। जिला प्रशासन ने कोरोना काल के दौरान अब तक हो चुकी बेतहाशा मौतों व संक्रमित लोगों को राहत देने के लिए इस फंड से कोई मदद नहीं दी, जबकि सूखा राशन व पका हुआ राशन जरूरतमंदों में बंटवाने के लिए गाड़ी के किराये पर ही एक लाख 24 हजार 700 रुपये खर्च दर्शाये हैं। बृजपाल सिंह परमार ने बताया कि जिला प्रशासन का काम किसी भी आपदा में उचित प्रबंधन करने का होता हैं, लेकिन प्रशासन ने लोगों की मदद के लिए आए दान के पैसे का कोई सदुपयोग नहीं किया, बल्कि उस पैसे को बैंक खाता में जमा कराकर भूल गया,जबकि कोरोना की वजह से लोग अपनी जान गंवाते रहे। बृजपाल सिंह परमार ने जिला प्रशासन से इस आरटीआई के जवाब के कुछ अन्य बिंदुओं से जुड़ी और भी जानकारी मांगी हैं, जिसमें और भी कई ऐसे खुलासे होंगे। उन्होंने कहा कि आपदा में जनता की मदद के लिए आए पैसे पर प्रशासन दान के लाखों रुपयों पर कुंडली जमाकर बैठा है। Post navigation महिलाओं की हुंकार- पहले लड़े थे गौरों से अब लड़ेंगे चोरों से राहुल गांधी के जन्मदिन पर युवा कांग्रेस ने जरूरतमंद को वितरित किया राशन