गुरुग्राम।विश्व भाषा अकादमी (रजि.) के चेयरमैन मुकेश शर्मा ने केंद्र सरकार एवं हरियाणा सरकार से कोविड महामारी के दौरान काल के मुख में समा गए लोगों के परिजनों की मदद करने की माँग की है।इस सिलसिले में उन्होंने केंद्र सरकार एवं हरियाणा के मुख्यमंत्री को ई-ज्ञापन भी भेजा है।

विभाअ चेयरमैन मुकेश शर्मा ने कहा कि गत अप्रैल, मई माह में कोविड महामारी की लहर में बड़ी संख्या में लोग समुचित उपचार न मिल पाने के कारण दुनिया से चले गए।इस दौरान सरकारें उपचार की पर्याप्त व्यवस्था नहीं बना पायी, जिसका खामियाजा लोगों को अपनी जान देकर चुकाना पड़ा।इसलिए अब केंद्र सरकार एवं राज्य सरकारों की यह नैतिक जिम्मेवारी बनती है कि अब ऐसे पीड़ित परिवारों की यथासंभव मदद की जाए।

कोविड महामारी के दौरान अनाथ हुए बच्चों की मदद करने के सरकारी फैसले की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसी मदद का दायरा कुछ और व्यापक करने की ज़रूरत है।उन्होंने कहा कि इस कोविड प्रलय के दौरान काफी परिवारों में परिवार के मुखिया का ही निधन हो गया, जिससे ऐसे पीड़ित परिवार बड़े संकट में आ गए हैं और उनकी स्थिति भी अनाथ हो जाने जैसी ही हो गई है।

अकादमी चेयरमैन मुकेश शर्मा ने कहा कि ऐसे काफी पीड़ित परिवारों के बच्चों को या उनकी माताओं को यह ही नहीं पता कि परिवार के मुखिया किस प्रकार से अपनी आर्थिक गतिविधियों को चला रहे थे।अब उनके सामने आजीविका का संकट खड़ा हो गया है।

उन्होंने सरकार से माँग की है कि ऐसे पीड़ित परिवारों को पर्याप्त आर्थिक मदद देने के साथ साथ कोई ऐसी योजना भी बनायी जाए,जिसके तहत ऐसे पीड़ित परिवारों के बच्चों को कोई स्थायी रोज़गार उपलब्ध करवाया जा सके।

उन्होंने स्वयंसेवी संस्थाओं से भी इस मामले में पहल करने का आग्रह किया।उन्होंने बताया कि ई-ज्ञापन की प्रति राज्य सरकार के अलावा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को भी भेजी गई है।

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