हेली मंडी के जाटोली में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में पौधारोपण का मुद्दा.
एक दिन बाद ही पौधारोपण वाले स्थान पर भर दिया गया गंदा पानी

अब पालिका प्रशासन यहां से सभी ट्री गार्ड भी ले जाने की तैयारी में

फतह सिंह उजाला

पटौदी ।   5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया , इसी दिन कोरोना महामारी के दौरान सभी मृतकों की स्मृति में पौधारोपण भी किया जाना था । वहीं हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर के द्वारा भी घोषणा की गई कि आगामी एक वर्ष के दौरान हरियाणा में तीन करोड़ पौधे लगाए जाएंगे ।

जब पौधारोपण को जन आंदोलन बनाने की बात कही गई तो ऐसे में हीं पटौदी विधानसभा क्षेत्र के हेलीमंडी नगर पालिका प्रशासन के द्वारा किए गए पौधारोपण की भी पोल पट्टी पूरी तरह से खुल गई। यह पूरा मामला विभिन्न समाचार पत्रों में सुर्खियां भी बना । लेकिन हालात और भी अधिक गंभीर सहित विकट बन गए । जाटोली में स्थित हेली मंडी नगरपालिका के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट परिसर में जिस स्थान पर एक वर्ष से अधिक पहले दर्जनों पौधे लगाए गए , वहां पर बुधवार को सीवरेज के पानी का जोहड़ बना हुआ देखा गया । सूत्रों के मुताबिक जिस स्थान पर पौधे लगाए और पौधों की सुरक्षा के लिए ट्री गार्ड भी लगाए गए उस स्थान पर एक अधिकारी के द्वारा सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट से पानी भरवा दिया गया। ऐसे में हालात और भी अधिक विकट तथा गंभीर बने हुए दिखाई दिए ।

यहां सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में कार्य करने वाले रामचंद्र के मुताबिक बीते करीब एक वर्ष से अधिक समय से सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट परिसर में जो पौधे लगाए गए उनको कोई भी संभालने के लिए नहीं आया है। इसी कर्मचारी के मुताबिक दो-तीन दिन पहले हेली मंडी पालिका की ही कूड़ा करकट एकत्रित करने वाली गाड़ी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट परिसर में पहुंची थी और गाड़ी के साथ हाय कर्मचारियों के द्वारा ट्री गार्ड ले जाने की बात कही गई । इन कर्मचारियों के द्वारा यह नहीं बताया गया कि ट्री गार्ड किसके आदेश पर यहां से वापस लेकर जाने हैं । चारों तरफ पानी ही पानी होने के कारण ट्री गार्ड भी यहां से नहीं ले जाए जा सके ।

बीते एक वर्ष से अधिक समय बीत जाने के बाद भी जब आज तक यहां परिसर में लगाए गए करीब एक सौ पौधों को फिर से संभालने की पालिका प्रशासन के द्वारा जरूरत ही नहीं समझी गई , तो पौधों का दम तोड़ना स्वाभाविक बात है । यहां लगाए गए पौधों में से एक भी पौधा आज जीवित नहीं बचा है । वही जो ट्री गार्ड लगे हुए हैं , वह भी गंदगी वाले दल दल सहित पानी के कारण  गलने लगे हैं । अब सवाल के साथ ही यह पूरा मामला पौधारोपण किया जाना और ट्री गार्ड लगाना इसके बाद में फिर सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में लगाए गए पौधों की सुध नहीं लेना निश्चित ही कहीं ना कहीं कथित बड़े घोटाले सहित भ्रष्टाचार की तरफ भी इशारा कर रहा है । क्योंकि दो-तीन दिन पहले ही हेली मडी पालिका की कूड़ा करकट एकत्रित करने वाली गाड़ी यहां से ट्री गार्ड वापस ले जाने के लिए सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में पहुंची थी। इस बात की पुष्टि यहां पर कार्य करने वाले रामचंद्र के द्वारा भी की गई है ।

अब देखना यह है कि इस पूरे मामले में पटौदी के चुने हुए जनप्रतिनिधि एमएलए एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावता, पटौदी के एसडीएम प्रदीप कुमार, जिला उपायुक्त डॉ यश गर्ग ,नगर निगम कमिश्नर मुकेश कुमार आहूजा, हरियाणा के मुख्यमंत्री सहित अन्य संबंधित अधिकारियों के द्वारा किस प्रकार की और क्या कार्यवाही अमल में लाई जाएगी । जिससे कि भविष्य में बिना किसी ठोस योजना के पर्यावरण की आड़ में पौधारोपण के नाम पर सरकारी धन का दुरुपयोग किया जाने पर रोक लग सके।

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