फिंगरप्रिंट क्लोनिंग के माध्यम से देते थे धोखाधड़ी को अंजाम, महिला सहित गिरोह के 5 सदस्य गिरफ्तार चंडीगढ़, 7 जून- हरियाणा पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए पलवल जिले में एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो आधार सक्षम भुगतान प्रणाली का उपयोग करके उंगलियों के निशान का क्लोन बनाकर लोगों के खाते से पैसे निकाल कर ठगी को अंजाम दे रहे थे।हरियाणा पुलिस के प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि दिल्ली और पलवल में विभिन्न स्थानों पर छापेमारी कर करोड़ों रुपये की ऑनलाइन धोखाधड़ी में शामिल एक महिला सहित गिरोह के पांच सदस्यों को भी गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने एक बायोमेट्रिक मशीन, विभिन्न बैंकों के 11 डेबिट कार्ड, 270 सिम कार्ड (वोडाफोन, आइडिया, एयरटेल आदि), फिंगरपिं्रट रबर स्टैंप मशीन, 5 बोतल रबर जेल फोटो पॉलीमर, 1 लैपटॉप, पिं्रटर, एक लेमिनेशन मशीन, 2078 रजिस्ट्रियों की प्रतियां (जिनमें से 10 प्रतियां ऑनलाइन धोखाधड़ी में उपयोग की गई), 220 फिंगरप्रिंट क्लोन, 68 फार्मेट खाली आधार कार्ड, 21 पैन कार्ड, 64 पासपोर्ट आकार के फोटो, 5 आधार कार्ड, 1 पेन ड्राइव भी बरामद की है। उन्होंने कहा कि जिले में वास्तविक खाता मालिकों के बिना कोई लेन-देन किए पैसे निकालने की शिकायत मिलने के बाद एक विशेष अनुसंधान टीम का गठन किया गया। 24 मई से 2 जून 2021 के बीच ऑनलाइन धोखाधड़ी के 43 मामले दर्ज किए गए थे। उन्होंने आगे बताया कि जालसाजों ने रजिस्ट्री कार्यालयों के कर्मचारियों से धोखाधड़ी के लिए इस्तेमाल किए गए दस्तावेजों को प्राप्त करने का प्रयास किया। जब उन्हें कोई सफलता नहीं मिली तो जालसाजों ने पलवल तहसील में रजिस्ट्री दस्तावेजों की बाइंडिंग की करते वाले एक निजी व्यक्ति से सांठगांठ कर ज्यादा कीमत में की गई रजिस्ट्री के दस्तावेज की प्रति प्राप्त की। फिर विक्रेताओं और खरीदारों के आधार कार्ड व अंगुल छाप के क्लोन का प्रयोग करके Xpresso RoiNet Wallet, Spice Money Wallet, Payworld Wallet, Payson/Fingpay/Paymonk Wallet बायोमेट्रिक उपकरणों के माध्यम से अवैध लेनदेन को अंजाम दिया। आरोपी फिंगरप्रिंट क्लोन का उपयोग करके 10000 रुपये तक की राशि निकालते थे जिसका बार बार उपयोग करके करोड़ों रुपये की ऑनलाइन धोखाधड़ी की गई। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान यूपी के गाजियाबाद निवासी रोहित (33), बिहार के चितरंजन (28), बिहार के छपरा जिले के आमिर हुसैन (27), नजफगढ़, दिल्ली में रहने वाली किरण (28) और पलवल के गांव खटेला के तुलाराम (40) के रूप में हुई है। प्राथमिक जांच और ब्यान से खुलासा हुआ कि पकडे गए आरोपी 43 मामलों में सलिंप्त पाए गए हैं। एसपी पलवल श्री दीपक गहलावत ने कहा कि पुलिस द्वारा इस मामले में अन्य लोगों की संलिप्तता और गिरोह के सदस्यों द्वारा ऑनलाइन धोखाधड़ी के माध्यम से कितने निर्दोष लोगों को ठगा गया है, इस बारे में अधिक जानकारी इकट्ठा करने की कोशिश की जा रही है। Post navigation चण्डीगढ डिपो में उजागर हुआ घोटाला, विजिलेंस से हो जांच : दोदवा कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए अपने-अपने क्षेत्र में सभी पद्तियों का विशेष योगदान- स्वास्थ्य मंत्री