जब माजरा गांव के किसान सरकार से हुई सहमति के बाद एम्स के लिए जमीन देने को तैयार है और सरकार लेने को तैयार है तो फिर जमीन अधिग्रहण मुद्दे को लम्बा खींचकर एम्स निर्माण में देरी क्यों हो रही है?

रेवाड़ी – 5 जून 2021 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर से सार्वजनिक सवाल किया कि मनेठी एम्स के निर्माण कार्य को आगे बढाने माजरा गांव की जमीन का अधिग्रहण करने में अनावश्यक देरी क्यों हो रही है?

विद्रोही ने पूछा कि जब माजरा गांव के किसान सरकार से हुई सहमति के बाद एम्स के लिए जमीन देने को तैयार है और सरकार लेने को तैयार है तो फिर जमीन अधिग्रहण मुद्दे को लम्बा खींचकर एम्स निर्माण में देरी क्यों हो रही है? कोरोना संक्रमण आपदा में स्वास्थ्य ढांचा मजबूत करने की लम्बी-चौडी हांकने वाली भाजपा सरकार को बताना होगा कि भविष्य में कोरोना जैसी महामारी के ईलाज के लिए क्या एम्स से भी अन्य कोई महत्वपूर्ण स्वास्थ्य प्रोजेक्ट हो सकता है। विगत छह सालों में मनेठी एमस को किसी न किसी बहाने से राजनीतिक भेदभाव, पूर्वाग्रहों के चलते लटकाये रखकर भाजपा खट्टर सरकार दक्षिणी हरियाणा के हितों व स्वास्थ्य ढांचे के प्रति काफी खिलवाड कर चुकी है।

विद्रोही ने कहा कि लम्बी जद्दोजहद, विवाद व संघर्ष के बाद माजरा के किसान व सरकार के बीच एम्स के लिए जमीन देने की शर्तो पर सहमति बनने के दो माह बाद भी सरकार का जमीन अधिग्रहण प्रक्रिया के प्रति कछुआ गति से चलना समझ से परे है। आखिरकार खट्टर सरकार चाहती क्या है? दक्षिणीे हरियाणा का आमजन बड़ी बेसब्री से मनेठी-माजरा एम्स निर्माण की बाट जोंह रहा है, पर सरकार का एम्स निर्माण के प्रति रवैया समझ से परे है। विद्रोही ने मुख्यमंत्री खट्टर से मांग की कि वे अपनी कथनी-करनी एक करे और माजरा के किसानों, प्रशासन व सरकार के बीच जमीन देने के संदर्भ में दो माह पूर्व हुई सहमति के अनुरूप तत्काल जमीन अधिग्रहण करके एम्स निर्माण की अन्य कानूनी औपचारिकताओं को विद्युत गति से पूर्ण किया जाये। 

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