हेलीमंडी नागरिक अस्पताल में कोरोना योद्धा आशा सम्मानित.
डॉ मोनिका ने कहा कोरोना काल में आशा ही वास्तविक योद्धा

फतह सिंह उजाला
पटौदी
 ।   सम्मान के रूप में मिलने वाला समृति चिन्ह एक यादगार होता है ,लेकिन सम्मान के रूप में जो प्रोत्साहन मिलता है सही मायने में यह प्रोत्साहन ही असीम ऊर्जा और जोश है । जो किसी को भी अपना कार्य करने के लिए निरंतर प्रेरणा देता रहता है । इसी कड़ी में भगवान महावीर राजकीय अस्पताल हेली मंडी में कोरोना काल के दौरान गांव-गांव, गली गली , मोहल्ले-मोहल्ले कार्य करने वाली कोरोना योद्धा आशा वर्करों का सम्मान किया गया । सभी आशा वर्करों को सम्मान के रूप में समृति चिन्ह भी भेंट किए गए । भेंट किये गए स्मृति चिन्ह सभी आशाओं के लिए अनवरत कार्य करने की ऊर्जा स्त्रोत बने रहेंगे।

भगवान महावीर राजकीय सामान्य अस्पताल हेलीमंडी परिसर में अस्पताल के तहत कार्य करने वाली सभी आशाओं का भाजपा के नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं में अमित पहलवान, रवि चैहान ,ललित चैहान, नितिन के द्वारा अस्पताल में मौजूद डॉ मोनिका की मौजूदगी में स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित करते हुए प्रोत्साहित किया गया । इस मौके पर डॉ मोनिका को भी विशेष रुप से आशाओं का उत्साह वर्धन किए जाने के लिए और कोरोना काल में उनकी स्वास्थ्य सेवाओं को देखते हुए विशेष रुप से समृति चिन्ह के रूप में ट्राफी भेंट की गई ।

इस मौके पर डॉ मोनिका ने कहा कि फील्ड का काम किसी भी आपदा और महामारी के समय में सबसे अधिक महत्वपूर्ण और चुनौती होता है । बीते करीब सवा वर्ष से अधिक समय से सभी आशा वर्कर ,एएनएम सहित स्वास्थ्य कर्मचारी एक टीम के रूप में आम जनमानस के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए काम करते आ रहे हैं । एक समय वह भी था जब कोरोना कोविड-19 के संक्रमण वाले क्षेत्रों में जाने से सभी को डर लगता था । ऐसे में बेहद सीमित संसाधनों के दम पर सभी आशाओं ने स्वस्थ समाज और राष्ट्र को प्राथमिकता देते हुए निष्ठा और ईमानदारी के साथ में काम किया। आज के समय में जो भी कोविड-19 जैसी महामारी से बचाव के लिए टीकाकरण का अभियान किया जा रहा है , उसकी रणनीति तैयार किए जाने में कहीं ना कहीं फील्ड में काम करने वाली आशाओं का बहुत बड़ा योगदान शामिल है । इस प्रकार के सम्मान और प्रोत्साहन से सभी को कार्य करने की ऊर्जा सहित शक्ति भी प्राप्त होती है।

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