अरुण जैलदार की अध्यक्षता में हुई इस महापंचायत में तय किया गया कि सोमवार को मेवात के पुलिस कप्तान से मिलकर गिरफ्तार निर्दोष आरोपियों को छोड़ने की मांग की जाएगी, साथ ही गुजारिश की जाएगी कि इस केस के असली मुजरिमों को गिरफ्तार किया जाए.

नूंह, मेवात – बहुचर्चित खेड़ा खलीलपुर आसिफ हत्याकांड में पकड़े गए आरोपियों को लेकर रविवार को महापंचायत हुई. नूंह जिले के इंडरी गांव के संगम स्कूल में आयोजित इस महापंचायत में दिल्ली, यूपी, राजस्थान और हरियाणा जिले से हजारों की संख्या में लोग जुटे. इस महापंचायत की अध्यक्षता अरुण जैलदार ने की. 11 बजे सुबह शुरू हुई महापंचायत दोपहर बाद करीब 3 बजे तक चली. हिंदू समाज की तरफ से आयोजित की गई. इस महापंचायत में खेड़ा खलीलपुर हत्याकांड में पकड़े गए युवकों के समर्थन में आवाज उठाई गई.

31 लोगों की कमेटी बनी

5 घंटे चली महापंचायत में 31 लोगों की कमेटी बनाई गई है. तय किया गया है कि सोमवार को 101 हिंदू समाज के लोग मेवात (Mewat) के पुलिस कप्तान से मिलेंगे और जो खेड़ा खलीलपुर हत्याकांड में पकड़े गए आरोपियों को छोड़ने की मांग करेंगे. साथ ही मांग की जाएगी कि इस हत्याकांड के असली मुजरिमों को पकड़ा जाए.

सोमवार को मेवात के पुलिस कप्तान से मिलेगी कमेटी

पंचायत के अध्यक्ष अरुण जैलदार ने कहा कि जो निर्दोष हैं, उन्हें छोड़ा जाए और जो इस हत्याकांड में दोषी हैं, उन्हें सजा दी जाए. इसी को लेकर महापंचायत की गई है. करणी सेना के अध्यक्ष सूरजपाल अम्मू ने कहा कि महापंचायत में हजारों लोगों के बीच में 101 लोगों की कमेटी बनाई गई, जिसमें फैसला किया गया है कि मेवात पुलिस कप्तान से सोमवार को 101 आदमी मिलेंगे और उन्हें बताएंगे कि खेड़ा खलीलपुर मामले में निर्दोषों को गिरफ्तार किया गया है, जिससे हिंदू समाज आहत है. जिस युवक की हत्या हुई है, उस पर हरियाणा, यूपी में कई मामले दर्ज हैं. यदि पुलिस कप्तान निर्दोष युवकों को नहीं छोड़ते हैं, तो आगे की रणनीति बनाई जाएगी.

9 आरोपी अब तक गिरफ्तार

ध्यान रहे कि इसी महीने हुए आसिफ हत्याकांड में 9 आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है. मुकदमे में 14 नामजद के अलावा 15-20 लोगों को शामिल किया गया था. आसिफ जिम ट्रेनर था, जिसकी बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. इस वारदात में दो युवक चश्मदीद भी हैं. अब यह मामला दो समुदायों के बीच का होने की वजह से तूल पकड़ रहा है.

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