किसान आंदोलन के 26 मई को 6 महीने होने पर पार्टी कार्यकर्ता घरों व शहरों के धरना स्थलों पर काले झंडे लगा अपना विरोध दर्ज कराएंगे: योगेश्वर शर्मा
कहा: आम आदमी पार्टी पूरी तरह से किसानों के साथ खड़ी है । कोरोना प्रोटोकाॅल के साथ होंगे, धरने प्रदर्शन

चंडीगढ,25 मई। आम आदमी पार्टी ने 26 मई बुधवार को किसानों के द्वारा मनाए जाने वाले काले दिवस कब पूरी तरह से समर्थन किया है पार्टी भी इस दिन को काले दिवस के रूप में देशभर में जिला एवं ब्लॉक स्तर पर मनाएगी। आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता हरियाणा भर में अपने अपने घरों की छतों पर काले झंडे लगाकर अपना विरोध जताएगे।

यह जानकारी आज यहां जारी बयान में आम आदमी पार्टी के उत्तरी जोन हरियाणा के सचिव योगेश्वर शर्मा ने दी। शर्मा ने कहा कि उनकी पार्टी शुरू से ही किसान आंदोलन में किसानों के साथ सड़क से संसद तक साथ खडी है। उन्होंने कहा कि पिछले 6 महीने से किसान दिल्ली की सीमाओं पर डटे हुए हैं और उन्होंने आंदोलन में सर्दी, गर्मी तथा बरसात तक को नहीं देखा। उन्होंने कहा कि इस दौरान आंदोलन में 500 से अधिक किसानों को काल ने अपने ग्रास में ले लिया। इसके बावजूद वह झुकने को तैयार नहीं है, क्योंकि वे अपनी जायज मांगों मनवाने के लिए वचनबद्ध हैं और आम आदमी पार्टी उसके साथ पूरी तरह से कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों के साथ बातचीत तक करनी बंद कर दी। जबकि प्रधानमंत्री कहते है कि वह एक फोन की दूरी में हैं, मगर फोन नंबर नहीं बताते। और ना ही यह बताते हैं कि यह फोन भी कितनी दूरी पर रखा हुआ है। आप की उत्तरी हरियाणा जोन के सचिव योगेशवर शर्मा ने आगे कहा  कि किसानों की केवल एक ही मांग है कि सरकार तीनों काले कानून वापस ले तथा एमएसपी की गांरटी दें। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार कहती तो है पर करती नहीं।उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी किसानों की शहादत के बाद भी चुप्पी साधे हुए हैं जो न केवल चिंतनीय है ,अपितु दुर्भाग्यपूर्ण है।

योगेश्वर शर्मा ने हरियाणा सरकार पर भी ऐसा ही सौतेला व्यवहार करने का आरोप  लगाया। उन्होंने कहा पहले तो खुद को किसानों की हितैषी बताने वाली यह सरकार आंदोलन वापस लेने के लिए समझौता करती है, मगर दूसरे ही दिन किसानों पर पुलिस द्वारा लाठी डंडे चलवाती है। इसका जीता जागता उदाहरण हिसार में किसानों के साथ हुआ मामला है जो सारी जनता के सामने है। उन्होंने कहा हरियाणा सरकार दोहरे मापदंड अपनाती है, जिसमें जनता के लिए तो नियम बनाए जाते हैं और उनकी पालना सख्ती से करवाई जाती। परंतु स्वयं मुख्यमंत्री और उनके मंत्री इन नियमों का पालन नहीं करते।उन्होंने कहा कि गत 16 मई को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल हिसार में एक आधे अधूरे कोविड हस्पताल उद्घाटन करने गए थे और हजारों की भीड़ इकट्ठी कर ली ,जो  कोरोना के कानून का सीधा उल्लंघन है, ऐसे मे मुख्यमंत्री पर भी केस दर्ज किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसी उदघाटन का शांतिपूर्ण विरोध करने पहुंचे किसानों पर पहले तो पुलिस के  की हाथों लाठीचार्ज करवा कर बुरी तरह से पिटवाया गया और फिर उन पर मुकदमे भी दर्ज करवा दिये गए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का यह दोहरा चरित्र नहीं तो और क्या है!

उन्होंने कहा जब तक सरकार इन तीनों काले कृषि कानूनों को वापस नहीं लेती तब तक किसान संघर्ष करते रहेंगे, और आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता भी उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य करते रहेंगे। 

आप नेता योगेश्वर शर्मा ने आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं को किसान आंदोलन के 6 माह होने यानि कि बुधवार 26 मई 2021 को पूरे होने पर अपने अपने घरों पर पार्टी के झंडे के साथ, काला झंडा लगाने का आह्वान किया है। उन्होंने आगे बताया कि कार्यकर्ता पार्टी के बेनर व झंडों के साथ-साथ व्यक्तिगत रूप से अपने अपने जिले में कोरोना प्रोटोकाॅल का ध्यान रहते हुए नगर के धरना स्थलों पर काले झंडे लेकर सामूहिक हिस्सेदारी में भी भाग लेंगे। 

उन्होंने कहा कि अब सरकार ने जो किसानों से सोमवार को मीटिंग के दौरान हिसार मामले में दर्ज केस वापस लेने की मांग मानी है उस पर अमल करें । उन्होंने तीनों काले कृषि कानूनों को वापस लेने की अपनी मांग को भी दोहराया। 

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