तीन विरोधी किसान बिल को रद्द नही किया जाता ,यह आन्दोलन 2024 तक जारी का एलान किया 
प्रशासन ने सुरक्षा का कड़ा प्रबन्ध किया हुआ 

हांसी । मनमोहन शर्मा

 9 दिन पूर्व, मुख्यमंत्री के द्वारा चौधरी देवीलाल संजीवनी  कोविड़  अस्पताल का उद्घाटन के समय किसानों व पुलिस में आपसी झड़प में दोनों पक्ष  के लोग घायल हो गए । किसानों पर मामले  दर्ज क् तीन किसान विरोधी बिलों को लेकर हिसार के  कांतिमान पार्क  में प्रदेश भर के हजारों की संख्या में किसान पहुँचें ।

जिला प्रशासन ने लघु र्साचवालय  के चारों तरफ भारी पुलिस फोस तैनात की हई थी । राजगढ़ मार्ग  व धरना  स्थल। पर कड़े पुलिस प्रबन्ध किए हुए थें ।पार्क में पहुँचें किसानों में प्रशासन के प्रति भारी रोष था कि उन्होने  किसानों पर झुटे मामले दर्ज किए गए  और इसी मांग को लेकर किसान यहां पर इक्ट्टे हुए ।

अखिल भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकेत ने सरकार को चेतावनी दी है कि जब तक तीन किसान विरोधी बिलों को रद्द नही किया जाता ,हमारा आन्दोलन जून 2024  तक जारी रहेगा  । उन्होने प्रशासन से मांग कि किसानों पर बनाए गए झुटे  मामले वापिसी लिए जाए  वरना खामियाजा भुगतना पड़ेगा ।

भाकियू प्रदेश के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़नी ने कहां कि सरकार किसानों पर अत्याचार कर रही है और सरकार कथनी व करनी में बड़ा फर्क है । इसलिए किसानों का सरकार से विश्वास उड़ गया है  ।चरखी दादरी के विधायक सोमबीर  ने किसानों पर लार्टीचार्ज  व किसानों पर बनाए गए  सभी मुकदमे वापसी दिया जाए ।

इसी दौरान एक दुःखद घटना हुई नारनौंद के उगालन से आए किसान रामचन्द का दिल का दौरा पड़ जाने से निधन हो गया । वक्ताओं ने उसको शहीद का दर्जा दिया जाए । जिला प्रशासन  ने सुरक्षा डीआईजी ,एसपी ,डीएसपी व ड्यूटी मजिस्टेट  को लगाया हुआ था । 

आज का प्रर्दशन पीसफ़ुल होने से राहत महसुस की ।उल्लेखनीय है कि किसानों पर लाटीचार्ज व मुकदमें बनाए जाने  के बाद मसुदपुर ,डाटा ,गुराना व उमरा व अन्य स्थानों पर पंचायत आयोजित करने कोरोना कार्यक्रम  के अफसरों को गांव में घूसने नही दिया जाएगा ।