-केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह व केन्द्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक के साथ कक्षा 12 वीं की परीक्षाओं को लेकर हुई हरियाणा सरकार में शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर की आनलाइन बैठक, -हरियाणा बोर्ड 12वी की परीक्षा सीबीएसई के दूसरे ऑप्शन के हिसाब से लेगा जो ऑब्जेक्टिव टाइप परीक्षा होगी :~ डॉ जगबीर सिंह हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड चेयरमैन चंडीगढ़ – हरियाणा सरकार में शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने जानकारी देते हुए बताया कि आज केन्द्रीय कैबिनेट रक्षा मंत्री भारत सरकार राजनाथ सिंह, केन्द्रीय कैबिनेट शिक्षा मंत्री भारत सरकार डाक्टर रमेश पोखरियाल निशंक के साथ 12वीं की परीक्षाएं कैसे ली जाए इस बारे में विस्तृत चर्चा हुई ,ओनलाइन मीटिंग में केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री संजय धोत्रे, सभी राज्यों के शिक्षा मंत्री, चेयरमैन सीबीएसई बोर्ड व अन्य बोर्ड के चेयरमैन,राज्यों के शिक्षा विभागों के सचिव आदि सभी मौजूद रहे ,शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि 12वीं कक्षा की परीक्षाएं विद्यार्थियों के जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है,12वीं की परीक्षाओं के ऊपर ही विद्यार्थियों का आगे का भविष्य निर्भर रहता है कि विधार्थियों को आगे हायर एजुकेशन यानी कॉलेज में विधार्थी कहां कैसे एडमिशन लेगा, यह 12वीं की परीक्षाएं व उनका परिणाम ही तय करती है,शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने ओनलाइन मीटिंग में कहा कि परन्तु इस बार कोरोना वायरस की दूसरी लहर के कारण शिक्षण संस्थान काफी समय से बंद है क्योंकि इस बार कोरोना वायरस का कहर ज्यादा तेजी से फैल रहा है,शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने अपना सुझाव रखते हुए कहा कि अगर केन्द्र सरकार कहती है तो हरियाणा सरकार बच्चों के पेपर लेने के लिए तैयार है ,इसके लिए हम अपनी नीतियों में बदलाव भी कर सकते है जैसे कि 12 वीं कक्षा के परीक्षा केन्द्र अभी विधालय बदल कर बनाए जाते थे परन्तु कोरोना काल के व्यापक असर को देखते हुए हम बच्चा जिस स्कूल में पढ़ता है अगर हम उसी को परीक्षा केंद्र बना दें तो सभी के लिए आसान होगा व विधार्थियों व विधालय सटाफ को मानसिक शांति भी होगी,अगर हम ऐसा करते है तो इससे परीक्षा केंद्रों की संख्या बढ़ जाएगी जिससे वहां भीड़ भाड़ भी नहीं होगी और सोशल डिस्टैंसिंग की भी पालना हो सकती है,एक तो विद्यार्थियों को ज्यादा दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी और वो अपने ही स्कूल में पेपर दे सकेंगे,यदि फिर भी कोई विद्यार्थी किसी भी कारण से परीक्षा देने से वंचित रह जाता है तो उसको दोबारा मौका दिया जाएगा, शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि जो भी कर्मचारी परीक्षाओं केंद्रों पर ड्यूटी में लगेंगे उनकी कोरोना जांच ,स्वास्थ्य जांच व वैक्सीनेशन का कार्य पहले ही पूरा कर लिया जाएगा,विधार्थियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना जरूरी है,जिन विधालयों में परीक्षा केन्द्र बनेंगे वो विधालय पूरी तरह से सैनिटाइजड किए जाए व विधालय में साफ सफाई सवचछता का पूरा ध्यान रखा जाए,विधालय में विधार्थियों व स्टाफ के लिए फेसमास्क ,सैनिटाइजर की व्यवस्था हो,इसका फैसला भी केंद्र सरकार द्वारा लिया जाएगा शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि 12वीं कक्षा की परीक्षाएं कैसै लेनी है और क्या करना है इसके बारे में आज सभी राज्यों के साथ विस्तृत चर्चा होने के बाद केंद्र सरकार द्वारा जल्द ही कोई फैसला लिया जाएगा हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड और हरियाणा सरकार सीबीएसई की दूसरी ऑप्शन जिसमें कहा गया है कि 1:30 घंटे की ऑब्जेक्टिव टाइप परीक्षा होगी और विद्यार्थियों के स्वयं के स्कूल को ही परीक्षा केंद्र बनाया जायेगा। सभी विद्यार्थियों को 15 दिन पहले ही डेटशीट दे दी जायेगी यह जानकारी हरियाणा बोर्ड के चेयरमैन डॉ जगबीर सिंह ने वीडियो के माध्यम से जारी की हरियाणा सरकार में शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने जानकारी देते हुए बताया कि आज केन्द्रीय कैबिनेट रक्षा मंत्री भारत सरकार राजनाथ सिंह, केन्द्रीय कैबिनेट शिक्षा मंत्री भारत सरकार डाक्टर रमेश पोखरियाल निशंक के साथ 12वीं की परीक्षाएं कैसे ली जाए इस बारे में विस्तृत चर्चा हुई ,ओनलाइन मीटिंग में केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री संजय धोत्रे, सभी राज्यों के शिक्षा मंत्री, चेयरमैन सीबीएसई बोर्ड व अन्य बोर्ड के चेयरमैन,राज्यों के शिक्षा विभागों के सचिव आदि सभी मौजूद रहे. शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि 12वीं कक्षा की परीक्षाएं विद्यार्थियों के जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है,12वीं की परीक्षाओं के ऊपर ही विद्यार्थियों का आगे का भविष्य निर्भर रहता है कि विधार्थियों को आगे हायर एजुकेशन यानी कॉलेज में विधार्थी कहां कैसे एडमिशन लेगा, यह 12वीं की परीक्षाएं व उनका परिणाम ही तय करती है,शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने ओनलाइन मीटिंग में कहा कि परन्तु इस बार कोरोना वायरस की दूसरी लहर के कारण शिक्षण संस्थान काफी समय से बंद है क्योंकि इस बार कोरोना वायरस का कहर ज्यादा तेजी से फैल रहा है,शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने अपना सुझाव रखते हुए कहा कि अगर केन्द्र सरकार कहती है तो हरियाणा सरकार बच्चों के पेपर लेने के लिए तैयार है ,इसके लिए हम अपनी नीतियों में बदलाव भी कर सकते है जैसे कि 12 वीं कक्षा के परीक्षा केन्द्र अभी विधालय बदल कर बनाए जाते थे परन्तु कोरोना काल के व्यापक असर को देखते हुए हम बच्चा जिस स्कूल में पढ़ता है अगर हम उसी को परीक्षा केंद्र बना दें तो सभी के लिए आसान होगा व विधार्थियों व विधालय सटाफ को मानसिक शांति भी होगी,अगर हम ऐसा करते है तो इससे परीक्षा केंद्रों की संख्या बढ़ जाएगी जिससे वहां भीड़ भाड़ भी नहीं होगी और सोशल डिस्टैंसिंग की भी पालना हो सकती है,एक तो विद्यार्थियों को ज्यादा दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी और वो अपने ही स्कूल में पेपर दे सकेंगे,यदि फिर भी कोई विद्यार्थी किसी भी कारण से परीक्षा देने से वंचित रह जाता है तो उसको दोबारा मौका दिया जाएगा, शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि जो भी कर्मचारी परीक्षाओं केंद्रों पर ड्यूटी में लगेंगे उनकी कोरोना जांच ,स्वास्थ्य जांच व वैक्सीनेशन का कार्य पहले ही पूरा कर लिया जाएगा,विधार्थियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना जरूरी है,जिन विधालयों में परीक्षा केन्द्र बनेंगे वो विधालय पूरी तरह से सैनिटाइजड किए जाए व विधालय में साफ सफाई सवचछता का पूरा ध्यान रखा जाए,विधालय में विधार्थियों व स्टाफ के लिए फेसमास्क ,सैनिटाइजर की व्यवस्था हो,इसका फैसला भी केंद्र सरकार द्वारा लिया जाएगा शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि 12वीं कक्षा की परीक्षाएं कैसै लेनी है और क्या करना है इसके बारे में आज सभी राज्यों के साथ विस्तृत चर्चा होने के बाद केंद्र सरकार द्वारा जल्द ही कोई फैसला लिया जाएगा हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड और हरियाणा सरकार सीबीएसई की दूसरी ऑप्शन जिसमें कहा गया है कि 1:30 घंटे की ऑब्जेक्टिव टाइप परीक्षा होगी और विद्यार्थियों के स्वयं के स्कूल को ही परीक्षा केंद्र बनाया जायेगा। सभी विद्यार्थियों को 15 दिन पहले ही डेटशीट दे दी जायेगी यह जानकारी हरियाणा बोर्ड के चेयरमैन डॉ जगबीर सिंह ने वीडियो के माध्यम से जारी की Post navigation परिवहन मन्त्री जी भी अपनी चुप्पी तोड़, रोङवेज कर्मचारियों के हित में करें 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