इंटरनल असेस्मेंट व थ्याेरी के अंक अपलोड करने की तिथि 30 जून तक बढ़ाई, निसा की मांग 10वी के बच्चो को सीधा 11वी में प्रमोट किया जाए :~डॉ. कलभूषण शर्मा निसा राष्ट्रीय अध्यक्ष अम्बाला: सीबीएसई 20 जून काे जारी हाेने वाले कक्षा 10वीं के रिजल्ट काे अब जुलाई में जारी करेगा। बोर्ड अब टेबुलेशन पाॅलिसी के तहत रिजल्ट जारी करेगा। इसके लिए प्रिंसिपल काे 8 सदस्यीय कमेटी बनानी हाेगी। इसके बाद भी गड़बड़ी मिलती है ताे प्रिंसिपल के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। सीबीएसई ने इस संबंध में नाेटिफिकेशन जारी कर दिया है। इसके तहत स्कूलों की ओर से इंटरनल असेस्मेंट के 20 अंक और 80 अंक जो मूल्यांकन कमेटी तय करेंगे, यह दोनों को अपलोड करने की तिथि बढ़ाकर 30 जून कर दी है। इससे पहले इंटरनल असेस्मेंट के अंक 5 जून और थ्योरी के नंबर 11 जून तक बाेर्ड की वेबसाइट पर अपलाेड करने थे। स्टूडेंट्स के कुल अंकाें की गणना के लिए नई स्कीम | सीबीएसई ने कहा है कि स्टूडेंट्स के कुल अंकाें की गणना के लिए नई स्कीम तैयार की गई है। इसे टेबुलेशन पाॅलिसी नाम दिया है। इसी के आधार पर कक्षा 10वीं का रिजल्ट जारी किया जाएगा। नई स्कीम के तहत छात्रों को 20 अंक फाइनल इंटरनल मार्किंग पर जबकि 80 अंक पूरे साल हुई विभिन्न परीक्षाओं के प्रदर्शन पर दिए जाएंगे। स्कूल जो 80 अंक देंगे, उसमें 10 अंक पीरियोडिकल टेस्ट/ यूनिट टेस्ट पर होंगे। 30 अंक हाफ इयरली/ मिड टर्म एग्जाम के होंगे। इसके अलावा शेष 40 अंक प्री-बोर्ड एग्जाम के दिए जाएंगे। वहीं, फाइनल रिजल्ट के लिए स्कूल को प्रिंसिपल की अध्यक्षता में 8 सदस्यीय कमेटी गठित करने के आदेश बाेर्ड ने दिए हैं। इसमें 5 शिक्षक गणित, सोशल साइंस, साइंस व दो लैंग्वेज से होंगे जबकि दो शिक्षक नजदीक के स्कूल के होंगे। इन्हें एक्सटर्नल मेंबर बनाया जाएगा। मूल्यांकन में पक्षपात हुआ ताे स्कूलाें के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सभी स्कूल रिकाॅर्ड सील करके उसमें सभी सदस्यों के हस्ताक्षर के साथ प्रिंसिपल की कस्टडी में रखेंगे। विद्यार्थियाें काे सीधा 11वीं कक्षा में प्रमाेट किया जाए : डाॅ. कुलभूषण शर्मा निसा राष्ट्रीय अध्यक्ष नेशनल इंडीपेंडेंट स्कूल अलायंस (निसा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष डाॅ. कुलभूषण शर्मा ने कहा कि सीबीएसई बाेर्ड द्वारा बिना किसी कंडीशन के 10वीं के विद्यार्थियाें काे सीधा 11वीं कक्षा में प्रमाेट किया जाए और बच्चाें काे 11वीं में विषय चुनने की छूट दी जाए। जिसका अधिकार स्कूल के पास हाे। निसा का विजन है कि एक भी बच्चे की पर्सेंटेज का नुकसान नहीं हाेना चाहिए। असेस्मेंट प्राेसेस बहुत से बच्चाें के मार्क्स काे नुकसान कर सकता है। वहीं, उनके एक भी टीचर की सुरक्षा खतरे में नहीं पड़नी चाहिए। वह देशभर में पहले ही काेराेना के कारण कई शिक्षकाें काे खाे चुके हैं। शिक्षा जगत में जिनकी भरपाई नही हो सकती Post navigation कोरोना से मिली हुई है कांग्रेस, टूलकिट के माध्यम से कर रही गंदी राजनीति : स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज भड़के राहुल गांधी के आरोपों पर, बोले- अपनी पार्टी की चिंता करें