चंडीगढ़, 20 मई – हरियाणा बिजली उत्पादन निगम लिमिटेड (एचपीजीसीएल) के राजीव गांधी थर्मल पावर प्लांट, गांव खेदड, जिला हिसार ने अपने हाइड्रोजन उत्पादन संयंत्र से ऑक्सीजन का उत्पादन करके अपनी तकनीकी क्षमताओं का समुचित प्रदर्शन किया है।

एचपीजीसीएल के अतिरिक्त मुख्य सचिव (विद्युत)-सह-अध्यक्ष श्री पी.के. दास ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि अब इस प्लांट में 10 एनएम 3/घंटे पर ऑक्सीजन का उत्पादन किया जा सकता है। इस क्षमता से राज्य के कोविड प्रभावित मरीजों के इलाज के लिए 32 नंबर टाइप-डी सिलेंडर या 150 नंबर बी-टाइप सिलेंडरों को भरकर अस्पतालों में आपूर्ति की जा सकेगी।

उन्होंने कहा कि कोविड के लगातार बढ़ते मामलों के कारण मेडिकल ऑक्सीजन की मांग बढ़ गई है क्योंकि यह कोविड मरीजों के उपचार में एक महत्त्वपूर्ण घटक है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में कोविड मरीजों के लिए लिक्विड ऑक्सीजन की खरीद और वितरण के लिए लगातार प्रयास कर रही है। ऐसे में एचपीजीसीएल के इस प्लांट में ऑक्सीजन का उत्पादन शुरू होने से सरकार के प्रयासों को संबल मिला है।
टीम को उसकी उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए बधाई देते हुए श्री दास ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि टीम अपने तकनीकी कौशल का प्रदर्शन जारी रखेगी। उन्होंने कहा कि इस प्लांट में उत्पादित ऑक्सीजन के नमूनों का परीक्षण और अनुमोदन श्रीराम संस्थान द्वारा किया गया है और आयुक्त खाद्य एवं औषधि प्रशासन द्वारा आवश्यक लाइसेंस भी जारी कर दिया गया है।

यहां यह उल्लेखनीय होगा कि राजीव गांधी थर्मल पावर प्लांट में हाइड्रोजन (इलेक्ट्रोलिसिस प्रक्रिया के माध्यम से) के उत्पादन के लिए हाइड्रोजन उत्पादन संयंत्र है, जिसका उपयोग प्लांट में जेनरेटर कूलिंग के लिए किया जा रहा है। कोविड-19 से उत्पन्न खतरों और ऑक्सीजन की बढ़ती मांग को देखते हुए मुख्य अभियंता श्री मोहम्मद इकबाल के नेतृत्व में राजीव गांधी थर्मल पावर प्लांट के इंजीनियरों की टीम ने हाइड्रोजन जेनरेशन प्लांट की रेट्रोफिटिंग की और ऑक्सीजन का उत्पादन शुरू किया।

error: Content is protected !!