हांसी , 19 मई | मनमोहन शर्मा गेहूं का पूरा उठान व भुगतान, खरीफ 2020 जलभराव, ओलावृष्टि, अंधड़ से बर्बाद हुई फसलों की गिरदावरी अुनसार बीमा कम्पनी से पूरा मुआवजा दिलवाया जाए, बीमा कम्पनी पर धोखाधड़ी का केस दर्ज एवं नहरों में पानी छोड़ा जाए, जल घरों और जोहड़ों में पीने का पूरा पानी मिले आदि मांगों को लेकर उपायुक्त कार्यालय पर चल रहा बेमियादी धरना आज 23वें दिन भी जारी रहा। धरने की अध्यक्षता बालसमंद तहसील के प्रधान कृष्ण गावड़ व रघुवीर सिंह ने संयुक्त रुप से की। संचालन जिला प्रेस सचिव सूबेसिंह बूरा ने किया। किसान सभा के जिला प्रधान शमशेर सिंह नम्बरदार ने कहा कि सरकार बीमा कम्पनी को पूर्ण रुप से बचा रही है। बीमा कम्पनी हजारों करोड़ों रुपये लेकर इस प्रदेश से भाग गई। मोदी सरकार ने बीमा को लेकर इतना प्रचार किया कि अब किसानों को उनकी फसलों का पूरा बीमा मिलेगा परंतु हुआ इसके विपरीत। किसान सभा ने मांग की है कि जब से यह योजना देश में लागू हुई, उस दिन से आज तक की उच्चस्तरीय जांच की जाये। बीमा कम्पनी द्वारा जो लूट की गई, उस बाबत मुकद्मा दर्ज किया जाये। उन्होंने कहा कि प्रदेश की सरकार कितना भी अत्याचार कर ले, परंतु तीनों काले कृषि कानून वापिस लेने व फसल खरीद की गारंटी का कानून बनने तक अंादोलन जारी रहेगा। सूबेसिंह बूरा ने बताया कि हिसार मंडी प्रशासन ने माना कि आज भी किसानों का हजारों टन गेहूं हिसार की विभिन्न मंडियों में पड़ा है, जिसका उठान नहीं हुआ। आज भी हिसार जिले में 50 प्रतिशत किसानों का भुगतान नहीं हुआ इसलिये आंदोलन जारी रहेगा। धरने को कृष्ण कुमार सांवत, वजीर सिंह लाडवा, मनोज राठी, राजीव सरदाना, बलराज, रविकांत, अजय कुमार, संतोष, भूपेन्द्र, सुरेश मोड़ाखेड़ा, किशोरी लाल जालप, अजीत कुमार, राममेहर आदि ने संबोधित किया। Post navigation महामारी में कहाँ दुबक गए एनसीसी, एनएसएस और सारे एनजीओ? पूर्व मुख्यमंत्री स्वः भजन लाल के पुत्र विधायक कुलदीप बिश्नोई ने कार्यकर्ताओं से ऑनलाइन बातचीत की