कहा: इससे साफ जाहिर होता है कि हरियाणा सरकार लोगों की जानों के प्रति कितनी संवेदनशील है

पंचकूला,19 मई। आम आदमी पार्टी का कहना है कि जब पूरा हरियाणा कोरोना जैसी खतरनाक महामारी की चपेट में है, ऐसे में भी प्रदेश की राज्य सरकार के मुखिया को कागजी कारवाई कर सुर्खियां बटोरने की लगी हुई है।  पार्टी का कहना है कि इसे जनता के साथ भद्दा मजाक ही कहा जाएगा कि गुडग़ांव के जिस कोविड सेंटर का मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने रविवार शाम को उद्घाटन किया, वह अभी भी अधूरा है। इसकी पोल तब खुली, जब कोरोना संक्रमित मरीज को वहां दाखिल करने के लिए भेजा गया। पार्टी का आरोप है कि वहां कोई डाक्टर ही नहीं है। पार्टी का कहना है कि राज्य में आज भी कोरोना से निबटने के प्रबंध पूरे नहीं हैं। कहीं डॉक्टर नहीं हैं तो कहीं दवाईयों की कमी है।

आज यहां जारी एक ब्यान में पार्टी के उत्तरी हरियाणा जोन के सचिव योगेश्ेवर शर्मा ने कहा कि गुडग़ांव के ताऊ देवीलाल स्टेडियम में कोरोना के मरीजों के लिए वेदांता समूह की ओर से सभी सुविधाओं से सुसज्जित 100 बेड का अस्थायी कोविड सेंटर बनाया गया है। कई दिनों से इसकी तैयारियां चल रही थी। रविवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस कोविड सेंटर का उद्घाटन किया और कोरोना महामारी से निपटने के प्रबंधों पर कई दावे भी किए। इसके बाद रविवार शाम को ही मानव आवाज संस्था द्वारा एमजी रोड स्थित कोरस होटल में बनाए गए कोविड सेंटर से एक कोरोना संक्रमित को ताऊ देवीलाल स्टेडियम के कोविड सेंटर में भर्ती कराने को एम्बुलेंस से भेजा गया। वहां जाने पर पता चला कि यह कोविड सेंटर तो चालू ही नहीं किया गया है। बताया गया कि अभी इसके शुरू होने में 10 दिन और लगेंगे। एम्बुलेंस से मरीज को वापस कोरस में बने सेंटर में लाया गया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आधे अधूरे अस्पताल का उदघाटन कर गुरुग्राम की जनता के साथ यह भद्दा मजाक किया है। आखिर अधूरे सेंटर का उद्घाटन करने की उन्हें क्या जल्दी थी। और भी मरीज वहां पर लाये जा रहे हैं, लेकिन सभी को एक ही जवाब दिया जा रहा है कि अभी अस्पताल चालू नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुखिया को इस तरह का मजाक जनता के साथ करने के लिए जवाब देना चाहिए कि आखिर उन्होंने ऐसा क्यों किया? किस बात की जल्दी थी कि बिना तैयारी के ही अस्पताल का उदघाटन मुख्यमंत्री कर आए। जबकि खबरें तो यह भी आ रहीं हैं कि वहां अभी काम चल रहा है।

उन्होंने कहा कि यह अकेले गुरुगांव की बात नहीं है। उनके पास चरखीदादरी से भी फोन आ रहे हैं कि वहां के सिविल अस्पताल में भी कोरोना के मरीजों को ट्रेनी डाक्टरों के भरोसे छोड़ा गया है। वरिष्ठ डाक्टर सिर्फ फोन पर ही उन्हें निर्देश देकर अपनी डयूटी पूरी कर रहे हैं। और तो और मरीजों की संख्या के मामले में भी हेराफेरी हो रही है। उन्होंने बताया कि उन्हें जानकारी दी गई कि चरखीदादरी के अस्पताल में अभी भी 40 के करीब कोरोना के मरीज दाखिल हैं, जबकि अस्पताल प्रबंधन सिर्फ  11 रोगी होने की बात कर रहा है। उन्होंने कहा कि चरखीदादरी के अस्पताल में पीएम केयरफंड से आए वेंटीलेटरों का भी इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है। योगेश्ेवर शर्मा ने कहा कि यह एक उदाहरण है जो कि आम आदमी द्वारा उठाई जा रही आवाज के चलते सामने आ रहा है, पूरे प्रदेश की हालत भी कोई ज्यादा अच्छी नहीं है। इससे साफ जाहिर होता है कि हरियाणा सरकार लोगों की जानों के प्रति कितनी गंभीर है।

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