सीएम खट्टर खुद कर रहे हैं किसानों को भड़काने व दंगे कराने की राजनीति : सुनीता वर्मा

जो उद्घाटन ऑनलाइन हो सकते हैं, वहां भीड़ जुटा कर कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन क्यों ?
सीएम खट्टर समाजसेवी लोगों द्वारा बनाये हॉस्पिटल का उद्घाटन करेंगें तो खुद सरकार क्या करेगी?

पटौदी 16/5/2021 : ‘आज हिसार में किसानों पर किए गए बर्बर पुलिस लाठीचार्ज व उन पर प्लास्टिक की गोलियां और आंसू गैस के गोले दागना खट्टर सरकार की अमानवीयता की इंतहा है, इस क्रूर बीजेपी सरकार के अत्याचारों को जनता भूलेगी नही। इस घमंडी व अहंकारी सरकार के उल्टे दिन शुरू हो चुके हैं क्योंकि अन्नदाताओं पर अत्याचार करने वाली सरकार प्रदेश में कभी राज नही कर सकती।’ उक्त बातें महिला कॉन्ग्रेस की प्रदेश महासचिव सुनीता वर्मा ने प्रेस विज्ञप्ति में कही। उन्होंने कहा कि किसानों पर बरसती पुलिसवालों की इन लाठियों का इस सरकार से हिसाब ज़रूर लिया जाएगा। अन्नदाता से ऐसी बर्बरता इस बीजेपी राज में ही संभव है। इनकी कहीं, कोई सुनवाई नहीं हो रही, किसानों के ऐसे हालात देख मन बहुत दुखी है।

प्रेस के नाम जारी पत्र में महिला कॉन्ग्रेस नेत्री ने कहा कि किसान आंदोलन और कोरोना की भयावहता से निपटने में विफल रहे प्रदेश के सीएम खट्टर हताशा में किसानों की आड़ लेकर प्रदेश में दंगें करा सकते हैं, क्योंकि वो व्यावसायिक घरानो की प्रतिबद्धता की ज़िद्द की बजाय देश की जनता की चिंता करते तो आज किसान आंदोलन की मांगो को मानकर देश में शांति और विश्वास का भाव पैदा हो चुका होता।

वर्मा ने बीजेपी सरकार को चेतावनी देते हुए कहा की तुम संसद बदलो, किसान सांसद बदलेंगें, क्योंकि आज देश को संसद नही सांसद बदलने की जरूरत है।

कॉन्ग्रेस नेत्री ने कहा कि कोविड 19 में जब लोगो के इकठ्ठे होने पर रोक है तो उद्धघाटन समारोह में 500 लोग कैसे इकठ्ठा हो रहे हैं ? उन्होंने कहा कि इस नरसंहार के दोषियों को बख्सा नही जाएगा। आज झूठ महलों में विराजमान है और सच सड़कों पर तथा हकीकत गंगा नदी में तैर रही है। सरकार अपनी असफलता को छिपाने के लिए जान बूझ कर किसानों से पंगे ले रही है।

वर्मा ने कहा कि देश का मेहनती किसान इस संकट की घडी में इस आत्ममुग्ध सरकार से हिम्मत से लड़ेंगे ओर पूरे विश्वास से इस चुनौती को ज़ितेंगे।

कॉन्ग्रेस नेत्री वर्मा ने विज्ञप्ति में कहा की प्राइवेट क्षेत्र के समाजसेवियों और जागरूक नागरिकों द्वारा इस आपदा में जनहित खातिर जो अस्पताल खोले जा रहे हैं, सीएम उनका उद्घाटन करके अपना नाकारापन साबित कर रहे हैं, इससे वो जनता को ये संदेश देना चाहते हैं कि इस वैश्विक महामारी में सरकार आपके लिए कुछ नही कर सकती अब आप लोगों ने अपनी सुरक्षा खुद ही करनी होगी। क्योंकि सरकार खुद कुछ न करके वो स्वयं ही दूसरे लोगों के सहयोग पर टिकी है।

उन्होंने कहा कि आखिर जिन प्राइवेट सेक्टर की हॉस्पिटलों का उद्घाटन सरकार के सुप्रीम प्रतिनिधि सीएम ने किया है क्या उसका उद्घाटन कार्यक्रम उनके द्वारा इसलिए ही किया गया ताकि किसानों और अस्पताल संचालकों के बीच नफरत की दीवारें खड़ी हो जाएं और इनके भाईचारे में चलवारें खींच जाएं। कहीं आज की इस घटना के पीछे सरकार की ऐसी ही कोई कुत्सित मंशा तो नही?

वर्मा के अनुसार किसानों के जले पर नमक छिड़कने का काम कर रहे है बीजेपी और जेजेपी के नेता। अन्नदाता इनका मरते दम तक मुकाबला करेगा और तीन कृषि कानूनों को लेकर दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का आंदोलन लगातार जारी रहेगा।

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