रोहतक, 13 मई 2021 – कई कलाकारों ने आज वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये बैठक कर मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कोरोना काल में कलाकारों के सामने आ रही आर्थिक तगी से जूझ रहे कलाकारों को सहायता प्रदान करने गुहार लगाई है।

मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा गया कि कोविड-19 के चलते लॉकडाउन ने कलाकारों को अपने पैतृक  काम-धंधे छोडक़र दिहाड़ी, मजदूरी, फल सब्जी की रेहडिय़ां लगाने को मजबूर हैं। ऐसे में तुरन्त प्रभाव से जरूरतमंद कलाकारों को प्रतिमास 5000 रूपये राहत भत्ता तब तक दिया जाना चाहिये जब तक सरकारी तौर पर सांस्कृतिक, धार्मिक व सामाजिक कार्यक्रमों के आयोजनों की स्वीकृति न मिल जाये।

कलाकारों ने मुख्यमंत्री को बताया कि 2021 भी कलाकारों के लिए चुनौतीपूर्ण रहने वाला है। उनके लिए परिवार का पालन-पोषण करना बहुत ही मुश्किल हो गया है। धार्मिक व सामाजिक संस्थानों ने भी कोविड के भय से अपने दरवाजे बंद ही रखे हुए हैं। ऐसे में कलाकारों की आर्थिक स्थिति और भी कमजोर होती जा रही है।

कला एवं संस्कृति कार्य विभाग, हरियाणा कला परिषद् व उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र पटियाला के पास प्रदेश के कलाकारों की सूची उपलब्ध है। केवल मात्र मुख्यमंत्री के आदेशों की जरूरत है। इसलिए हरियाणा के जरूरतमंद कलाकारों को चिन्ह्ति कर उन्हें जल्द से जल्द लाभान्वित किया जाना चाहिये।

इसके अलावा प्रत्येक जिला स्तर पर पांच-पांच कलाकारों की एक कमेटी बनाकर भी वंचित कलाकारों के नाम मंगवाये जा सकते हैं। ऐसा इसलिए भी है क्योंकि पिछली बार ऐसी ही एक सूची चंडीगढ़ से डीआईपीआरओ कार्यालय में आई थी जिसमें ज्यादातर साधन-सम्पन्न कलाकारों के नाम अंकित थे। जिसके कारण जरूरतमंद कलाकारों को कोई लाभ नहीं मिला। राहत भत्ता को तुरन्त प्रभाव से लागू किया जाये।

इस ऑनलाइन बैठक में विश्वदीपक त्रिखा, मोहन कांत, हर्ष कुमार, अर्जुन वशिष्ठ, प्रकाश घई, सुरेंद्र भारद्वाज,सुनैना गेरा,ऋतुराज, गौतम, सुदर्शन पंडित, कुलदीप सिंह, मनमहन सोनी, विजय भटोटिया, विनोद दौलताबाद,अरुण मरवाहा आदि ने प्रमुख रूप से भाग लिया।