50 लाख की डिमांड व 05 लाख पहले ऐंठने का आरोप. आमजन की शिकायतें भी गुरुग्राम पुलिस को हो रही प्राप्त फतह सिंह उजालागुरूग्राम। आरटीआई एक्टिविस्ट हरिन्द्र धींगड़ा व परिवार के ही लोगों पर एक दिन पहले ही 18 करोड़ गबन का मामला दर्ज किया गया। इसके साथ ही पुलिस के द्वारा आमजन से भी हरिन्द्र धींगड़ा की धोखाधड़ी के शिकार हुए लोगों से आगे आकर शिकायते अथवा जानकारी देने की अपील की गई। इसी कङी में करीब 03 साल पहले आरोपी हरिन्द्र ढिंगङा ने गांव सुखराली (गुरुग्राम) के पास एक बैंक्वेट हॉल चलाने वाले व्यक्ति पर नाजायज दबाव बनाकर 50 लाख रुपयों की मांग की थी तथा उसने कहा था कि 50 लाख रुपये देने पड़ेंगे वर्ना यह बैंक्विट हाल चलने नहीं देगा। उसने यह भी कहा था कि वह बड़े बड़े व्यापारियों और अधिकारियों से मंथली लेता है। आरोपी हरिन्द्र ढीगड़ा ने बैंक्वेट हाल के मालिक पर दबाव बनाया कि यदि उसे बैंक्वेट हॉल चलाना है तो उसे 50 लाख रुपए देने होंगे, किन्तु बैंक्वेट हाल के मालिक ने आग्रह किया कि उसने अभी अपने बैंक्वेट हॉल का रेनोवेशन करवाया है वह इतनी बड़ी रकम नही दे सकता तो इसने उस समय (03 साल पहले) बंक्वेट हाल के मालिक से 05 लाख रुपए ऐंठे थे। उसके बाद अब पुनः ये उसी बंक्वेट हॉल के मालिक पर 50 लाख रुपए देने का दबाव बना रहा था। इस संबंध में बैंक्वेट हाल के मालिक द्वारा मंगलवार को थाना सैक्टर-17-18 में एक लिखित शिकायत दी गयी। जिस शिकायत पर थाना सेक्टर-18 में अभिययोग अंकित किया गया है। शिकायतकर्ता ने यह भी बताया कि यह उस समय डर व दबाव के कारण शिकायत नही दे पाया था। पुलिस सभी आमजन से अपील करते हुए सूचित कर रही है कि किन्हीं भी किसी कारणों नाजायज फायदा उठाते हुए बिल्डर्स, बैंकों, सरकारी कर्मचारियों, अधिकारियों व आम जनता पर दबाव बनाने की नियत से सरकारी तन्त्र का भय दिखाकर तथा उन पर दबाव बनाकर नाजायज तरीके से जमीनों पर कब्जा करने एवम् पैसें ऐठनें वारदातों को अन्जाम दिया है। यदि हरिन्द्र ढिंगङा द्वारा किसी के साथ भी नाजायज तरीके से दबाब बनाकर किसी भी प्रकार का हानि-नुकासान पहुंचाया गया है तो आरोपियों के खिलाफ बेझिझक व निडरता से गुरुग्राम पुलिस को शिकायत दे। गुरुग्राम पुलिस सदैव आपके साथ है और आपकी सुरक्षा करने तथा आरोपियों के खिलाफ नियमानुसार कार्यवाही करते हुए आपको न्याय दिलाने के लिये तत्पर है। Post navigation जानी दुश्मन कोरोना….पॉजिटिव केस में गिरावट लेकिन मौत के आंकड़े स्थिर हरिन्द्र धींगड़ा व दो बेटों के बाद एक साथी और किया काबू