गुरुग्राम-रेवाड़ी के बीच पटौदी अस्पताल में कोविड-19 सेंटर, आपात स्थिति में रोगी की जान को बना रहता है खतरा. पटौदी अस्पताल में सिजेरियन ऑपरेशन भी किए जा रहे फतह सिंह उजाला पटौदी । मौजूदा समय में कोरोना कॉविड 19 देहात को तेजी से अपनी चपेट में ले रहा है । बीते वर्ष कोरोना कोविड-19 की मार झेलने के बाद सबक लेते हुए इस बार पटौदी के नागरिक अस्पताल में कोरोना कॉविड 19 केयर सेंटर या फिर आइसोलेशन सेंटर बनाया गया । 50 बेड के पटौदी नागरिक अस्पताल का उद्घाटन नवंबर 2017 में हरियाणा के मुख्यमंत्री के द्वारा किया गया था । पटौदी का नागरिक अस्पताल और यहां पर बना कोविड-19 सेंटर अथवा आइसोलेशन सेंटर ऐसे रोगी अथवा पीड़ितों के स्वास्थ्य के लाभ के लिए काम आ रहा है जिन्हें की सांस लेने में परेशानी हो या फिर जिनका ऑक्सीजन लेवल जरूरत के मुताबिक कम हो । लेकिन जो सुविधाएं पटौदी नागरिक अस्पताल में किए जा रहे स्वास्थ्य कार्यों को देखते हुए यहां उपलब्ध होनी चाहिए , वह सुविधाएं उपलब्ध नहीं होने से कोरोना कोविड 19 महामारी के दौर में पटौदी का अस्पताल समुचित स्वास्थ्य सुविधा के मामले में आधा अधूरा ही साबित हो रहा है । पटौदी के नागरिक अस्पताल में ऐसे रोगियों को जिन्हें की सांस लेने में परेशानी हो या फिर उनका ऑक्सीजन लेवल 90 से कम हो , अस्पताल प्रशासन अपनी शर्तों पर ही उपचार के लिए एडमिट कर रहा है । ऐसे भी मामले सामने आ चुके हैं रोगियों के यहां एडमिट रहने के दौरान उनके परिजनों से ही ऑक्सीजन के सिलेंडर भी मंगवाई जा रहे हैं । जबकि अस्पताल में ऑक्सीजन का पर्याप्त भंडार होने का दावा किया जाता आ रहा है। बीते कुछ दिनों में ऐसे मामले भी सामने आए हैं यहां पर वेंटिलेटर का अभाव जबरदस्त तरीके से महसूस किया गया । आपात स्थिति में रोगी अथवा पीड़ित को पटौदी से गुरुग्राम या फिर रेवाड़ी औसतन 30 से 35 किलोमीटर दूर या फिर किसी अन्य अस्पताल के लिए रेफर किया जा रहा है । सूत्रों के मुताबिक पटौदी नागरिक अस्पताल प्रशासन के द्वारा स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों का ध्यान लगातार पटौदी नागरिक अस्पताल में वेंटिलेटर और एक एमडी डॉक्टर उपलब्ध करवाने की तरफ दिलाया जा रहा है । इसके साथ ही पटौदी नागरिक अस्पताल में यहां पर किए जा रहे स्वास्थ्य कार्यों को ध्यान में रखते हुए आईसीयू का होना भी बहुत जरूरी है । पटौदी नागरिक अस्पताल में प्रसव के लिए सिजेरियन ऑपरेशन भी किए जा रहे हैं , इसके अलावा अन्य प्रकार के ऑपरेशन भी इसी अस्पताल में किए जा रहे हैं । ऐसे में जब पटौदी नागरिक अस्पताल में सिजेरियन ऑपरेशन किए जाने के साथ ही यहां पर 25 बेड का कोविड-19 अथवा आइसोलेशन वार्ड और आपातकालीन वार्ड भी मौजूद है तो फिर पटौदी नागरिक अस्पताल के साथ-साथ ग्रामीण इलाके की जनता के हित में पटौदी नागरिक अस्पताल में अविलंब कम से कम एक वेंटिलटर उपलब्ध कराने के साथ ही एक एमडी डॉक्टर की नियुक्ति किया जाना जरूरत बन चुका है । अब देखना यह है कि जिला स्वास्थ्य विभाग, हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री और जनता के चुने हुए जनप्रतिनिधि पटौदी के नागरिक अस्पताल में उपरोक्त सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए कब तक कामयाबी का झंडा अपने हाथों में बुलंद कर लेंगे। Post navigation कोविड सेंटर बनाये गए हॉस्पिटल का सामान गायब होना प्रशासन की विफलता या संलिप्तता ? : सुनीता वर्मा कोरोना को है हराना…..600 लोगों को वितरित की होम्योपैथिक आर्सेनिक 30 एलबम दवा