बोहड़ा कलां के जयमहाकाल ट्रस्ट के दावे की क्यों कि जा रही है अनदेखी. 85 बेड सहित 50 आक्सीजन सप्लाई की सुविधाओं वाले बेड सहित मरीजों के साजो सामान का गायब होना किसी साजिश का हिस्सा

पटौदी 10/5/2021 : ‘जब आदमी मर रहे हैं,आक्सीजन, बेड व वेंटिलेटर के लिए मारामारी मच रही है ऎसे समय में बोहड़ा कलां में जय महाकाल ट्रस्ट के प्राचीन हनुमान मंदिर से 85 बैड और 50 ऑक्सीजन सप्लाई की सुविधा वाले बेड़ों का सामान गायब होना किसी बड़ी साजिश की और संकेत करता है’ उक्त बातें महिला कॉंग्रेस प्रदेश महासचिव सुनीता वर्मा ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कही। उन्होंने कहा कि इस वैश्विक महामारी कोरोना के समय सरकारी नियंत्रण में जयमहाकाल हॉस्पिटल का सारा सामान गायब है और जयमहाकाल ट्रस्ट के इस दावे पर प्रशासन द्वारा कोई गम्भीरता न दिखा कर सिर्फ लीपापोती करना किसी बड़े घोटाले की ओर इशारा करता हैं।

कॉन्ग्रेस नेत्री वर्मा ने कहा कि उन्हें इस बारे जानकारी एक समाचार पत्र में छपी खबर से पता चली और जब इस बारे उन्होंने खुद अपने स्तर पर जानकारी जुटाई तो इस बात की सत्यता साबित हुई। आखिर इस आपदा के समय इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी स्थानीय प्रशासन, सांसद व विधायक क्या कर रहे हैं, क्या यहां के लोगों की जान की कोई कीमत नही या यहां के लोग जुल्म के खिलाफ आवाज नही उठाते तो उसका फायदा उठाया जा रहा है ?

जय महाकाल बनाम नीलकंठ हॉस्पिटल में हुई इस बड़ी चोरी की गुत्थी को सुलझाने में प्रशासन क्यों हिचक रहा है, क्या इसमें किसी बड़ी मछली का हाथ है।

या फिर स्थानीय नेताओं, अधिकारियों या मंदिर के किसी विशेष बड़े व्यक्ति की इस सामान चोरी में रजामंदी है, या इन सभी की चलती नही, या फिर हाईकमान के खौफ के चलते अन्याय के खिलाफ क्षेत्र हित मे आवाज उठाने की इन स्थानीय सत्ताधारी नेताओं में हिम्मत नही बची?
वर्मा ने कहा कि हॉस्पिटल का सामान चोरी होना और ट्रस्ट की शिकायत को अनसुना करने को क्या समझा जाये, प्रशासन की विफलता या इसकी संलिप्तता?

प्राप्त सूचना के अनुसार जिलाधीश के अधिकार क्षेत्र में रहे इस अस्पताल के सामान की सुपुर्दगी किसे की गई, और अब इस गायब सामान की जवाबदेही किसकी है ये जांच करके जनता के सामने सच्चाई को लाया जाए और दोषियों के नाम सार्वजनिक करके उन्हें सजा दी जाए।
महिला कॉन्ग्रेस महासचिव वर्मा ने कहा कि खुद प्रदेश के सीएम खट्टर साहब यहां इस कोरोना महामारी से निपटने के लिए नॉडल ऑफिसर नियुक्त हैं, ऐसे समय मे खुद सीएम की जिम्मेदारी है कि वो जांच कराके पता लगाएं की आखिर ये सामान गया तो गया कहां? और इसमें किसकी मिलीभगत है।

कॉन्ग्रेस नेत्री ने कहा कि एक तरफ तो स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और स्थानीय विधायक दावा करते हैं कि यहां कोरोना को लेकर सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद हैं, वहीं दूसरी तरफ इनकी नाक के नीचे से कोविड हॉस्पिटल का वी सामान चोरी हो जाता है जिन पर कभी ऑन रिकॉर्ड लगभग 50 के करीब कोरोना मरीजों ने स्वास्थ्य लाभ लिया था, इससे साबित होता है कि इनके सभी दावे जुमलेभरे और हवा हवाई हैं। जनता तो सिर्फ रामभरोसे है।

कॉन्ग्रेस नेत्री वर्मा ने सरकार से मांग की कि वो ईमानदारी से इस मामले की जांच करके सच्चाई को व दोषियों को जनता के सामने लाये।

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