चण्डीगढ,9मई:-हरियाणा रोङवेज संयुक्त कर्मचारी संघ के वरिष्ठ राज्य उप-प्रधान बलवान सिंह दोदवा ने आरोप लगाया है कि सरकार रोङवेज कर्मचारियों के प्रति गंभीर नहीं है तथा लगातार इनके हितों की अनदेखी कर रही है। उन्होंने बताया कि रोङवेज का प्रत्येक कर्मचारी पिछले वर्ष से ही कोरोना योद्धा बनकर संकट की हर घङी में सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रहा है। चाहे पिछले वर्ष प्रदेश से पलायन करके जा रहे मजदूरों को उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचाने की बात है,चाहे प्रदेश की जनता के लिए राशन,सब्जी या अन्य जरूरत की चीजें पहुंचाने की बात है या पुलिस,स्वास्थ्य व सफाई कर्मचारियों को डयूटी पर लाने व लेजाने की बात है तो रोङवेज कर्मचारियों ने कोरोना काल में अपनी डयूटी बखूबी निंभाई है। उसी तर्ज पर इस बार भी रोङवेज का प्रत्येक कर्मचारी हर जोखिम कार्य को करने में अपनी अहम भूमिका निंभा रहा है।

वैश्विक महामारी कोरोना पुरे प्रदेश में एक विकराल रूप धारण कर चूकी है, जिसकी चपेट में आकर रोङवेज के दर्जनों कर्मचारी अपनी जान गंवा चुके हैं। लेकिन इसके बावजूद भी सरकार रोङवेज कर्मचारियों के साथ भेदभाव की निति अपनाते हुए सौतेला व्यवहार कर रही है जो निन्दनीय है।

दोदवा ने बताया कि रोङवेज कर्मचारी पिछले साल से ही पुलिस,स्वास्थ्य व सफाई कर्मचारियों की तर्ज पर कोरोना योद्धा मानकर रोङवेज कर्मचारियों को भी सभी सुरक्षा उपकरण उपलब्ध करवाने के साथ-साथ एक्सग्रेसिया बीमा पॉलिसी के तहत प्रत्येक कर्मचारी का 50 लाख रुपये का जीवन बीमा करवाने तथा कोरोना के कारण किसी भी कर्मचारी की मृत्यु होने पर उसके एक आश्रित को नोकरी देने की मांग कर रहे हैं। लेकिन सरकार पिछले साल से ही लगातार इनकी अनदेखी कर रही है। सरकार के सौतेले व्यवहार से रोङवेज कर्मचारियों में भारी रोष है।

रोङवेज युनियनों के साथ हुई बैठक में भी परिवहन मन्त्री जी ने रोङवेज कर्मचारियों की इस मांग को जायज़ मानते हुए इसे लागू करवाने का आश्वासन दिया था लेकिन आज तक इस पर कोई अमल नहीं हुआ। इसलिए रोङवेज कर्मचारी एक बार फिर प्रदेश के मुख्यमंत्री व परिवहन मन्त्री जी से अपील करतें हैं कि भेदभाव का रवैया छोड़कर पुलिस, स्वास्थ्य व सफाई कर्मचारियों की तर्ज पर रोङवेज कर्मचारियों को भी कोविड-19 के तहत सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाये ताकि इनके परिवार भी अपने आपको सुरक्षित महसूस कर सकें।

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