भिवानी/धामु
अपनी नौकरी की बहाली की मांग को लेकर पिछले 325 दिनों से धरने पर बैठे बर्खास्त पीटीआई का धरना महामारी के दौरान भी जारी हैं। इस बीच बर्खास्त पीटीआई अपनी जान पर खेलकर कोरोना महामारी के बीच भी बहाली की मांग को लेकर धरने पर बैठे है, परन्तु सरकार का पीटीआई की मांगों की तरफ कोई ध्यान नहीं हैं। यह बात बर्खास्त पीटीआई के धरने की क्रमिक अनशन की अध्यक्षता करते हुए राजेश कितलाना ने कही।
उन्होने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान देश भर में चारो तरफ मौत का तांडव चल रहा है, फिर भी बर्खास्त शारीरिक अपनी जान की परवाह किए बगैर अपनी नौकरी बहाली की मांग को लेकर आंदोलनरत्त हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार की दमनकारी नीतियों से कर्मचारी, व्यापारी, मजदूर, किसान, युवा, महिलाओं सहित सभी वर्ग परेशान हैं।
वही धरने को संबोधित करते हुए हरियाणा शारीरिक शिक्षा संघ महासचिव विनोद पिंकू, सतीश गौतम बामसेफ, सतीश मेहरा बहुजन क्रांति मोर्चा, सुभाष कौशिक प्रधान शिक्षा बोर्ड, ओमप्रकाश शेखावत प्रधान पब्लिक हैल्थ, राकेश मलिक खंड प्रधान ने कहा कि बर्खास्त पीटीआई अध्यापकों की बहाली व विशेष खेल एवं सहायक के पद पर समायोजित करने के लिए मुख्यमंत्री चुप्पी साधे हुए हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग करते हुए कहा कि वर्ष 2010 में लगे सभी शारीरिक शिक्षकोंं को मान-सम्मान के साथ शिक्षा विभाग में समायोजित करें।