कोरोना बीमारी में प्रयोग किए जाने वाले रेमेडिजिविर इन्जेक्शन की कालाबाजारी करने के मामले में ड्रग्स कन्ट्ररोलर, सी.एम. फ्लाईग, अपराध शाखा सैक्टर-40, गुरुग्राम की पुलिस टीम ने संयुक्त कार्यवाही करते हुए 01 महिला आरोपी सहित कुल 03 आरोपियो को किया काबू।
आरोपी 45 हजार रुपए प्रति रेमेडिजिविर इन्जेक्शन बेचने की वारदातों को दे रहे थे अन्जाम। आरोपियों के कब्जा से कुल 05 रेमेडिजिविर इन्जेक्शन व 02 मोबाईल फोन किए गए बरामद।
रेमेडिजिविर इंजेक्शन मरीजों को लगा दिखाकर, मरीजों को लगाने के बजाय धोखाधड़ी से कालाबाजारी करके बचने की वारदातों को देते थे अन्जाम। पुलिस हिरात रिमाण्ड पर लेकर आरोपियों से गहनता से पूछताछ करते हुए की जाएगी आगामी कार्यवाही।

कोरोना महामारी के चलते रेमेडिजिविर इंजेक्शन की जरूरत के चलते इस इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ सी.एम. फ्लाइंग स्क्वार्ड की टीमों द्वारा उनकी धरपकड़ के अभियान चलाया हुआ था।

आज दिनांक 02.05.2021 को सी.एम. फ्लाइंग स्क्वार्ड की टीम को अपने गुप्त सूत्रों के माध्यम से एक सूचना कुछ लोगों द्वारा रेमेडिजिविर इंजेक्शन के बदले लोगों से बहुत भारी रकम ऐंठते है।

उक्त सूचना पर उक्त कालाबाजारी करने वाले व्यक्तियों को काबू करने के लिए श्री इंद्रजीत, DSP सी.एम. फ्लाइंग स्क्वार्ड की देखरेख में ड्रग्स कंट्रोल ऑफिसर गुरुग्राम, सीएम फ्लाइंग स्क्वायड, व अपराध शाखा सैक्टर-40, गुरग्राम की पुलिस टीमों की एक संयुक्त पुलिस टीम गठित की गई और गठित पुलिस टीम ने सभी कानून की सभी औपचारिकताओं को पूरा करते हुए संयुक्त कार्यवाही करने के लिए कालाबाजारी करने वालों के नम्बर प्राप्त किए गए व अपना बोगस ग्राहक तैयार किया। गठित रेडिंग टीम ने इन्जेक्शन की कालाबाजारी करने वाले आरोपियों से सम्पर्क करके इन्जेक्शन की अवश्यकता जताते हुए प्रति इन्जेक्शन के 45000/- की कीमत के भाव से कुल 225000 / – में 05 रेमेडिसविर इंजेक्शन उपलब्ध कराने के बारे में कहा। आपस मे सहमति होने पर तुरंत आगामी कार्यवाही करते हुए अपने बोगस ग्राहक को निश्चित स्थान पर इन्जेक्शन लेने के लिए भेजा तो कालाबाजारी करने वाला युवक मिला जिसने बोगस ग्राहक को कहा कि इन्जेक्शन पहुंचने वाले है तभी कुछ समय बाद एक महिला स्कूटी पर इंजेक्शन देने के लिए आई और अपने साथी को इन्जेक्शन देकर चली गई, पहले से तैनात गठित रेङिगं टीम के सदस्य ने उस महिला का पीछा किया। ऐसी दौरान बोगस ग्राहक (मुख्य सिपाही परमवीर, अपराध शाखा सैक्टर-40, गुरुग्राम) को कालाबाजारी करने वाले युवक ने इन्जेक्शन दिया और उसने पैसे मांगे तभी मुख्य सिपाही परमवीर ने उसको काबू कर लिया।

गठित रेंडिग टीम ने काबू किए गए व्यक्ति से पूछताछ करते हुए व स्कूटी पर इंजेक्शन देने आई महिला का पीछा करके आगामी कार्यवाही करते हुए उक्त आरोपी युवक सहित निम्नलिखित आरोपियों को सैक्टर-52, गुरुग्राम से काबू किया गयाः-

  1. चेतन कपूर पुत्र राम कपूर निवासी गाँव डेरा बाबा नानक थाना डेरा बाबा नानक जिला होशियारपुर पंजाब वर्तमान पता C-220 Ph-4 आयनगर दिल्ली। (एक निजी हॉस्पिटल में सिनियर सिक्योरिटी एसिसटेन्ट की नौकरी करता है)
  2. नितिन जोश पुत्र M.B Joy निवासी गाँव Manimala थाना Manimala जिला Kottayam केरल वर्तमान पता 1136 Housing Board Colony सैक्टर-52 गुरुग्राम। (एक निजी हॉस्पिटल में नर्सिंग स्टॉफ सुपरवाईजर की नौकरी करता है)
  3. लीमा उमेन पत्नी नितिन जोश निवासी गाँव Manimala थाना Manimala जिला Kottayam केरल वर्तमान पता 1136 Housing Board Colony सैक्टर-52, गुरुग्राम। (आरोपी नितिन जोश की पत्नी)

उक्त आरोपियों द्वारा कालाबाजारी करके रेमेडिजिविर इन्जेक्शन बेचने पर आरोपियों के खिलाफ श्री अमनदीप चौहान Drug Controller Officer, गुरुग्राम की शिकायत पर थाना सैक्टर-53, गुरुग्राम में अभियोग संख्या 82 दिनांक 02.05.2021 धारा 7 Essential Commodities Act 1955 वा 27-b(ii), 27-d Drugs and Cosmetics Act,1940 व 420,120B IPC अंकित किया गया व आरोपियों को अभियोग में नियमानुसार गिरफ्तार किया गया।

आरोपियों से प्रारम्भिक पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि उक्त आरोपी चेतन कपूर एक निजी हॉस्पिटल में सिनियर सिक्योरिटी एसिसटेन्ट का काम करता है, आरोपी नितिन जोश एक निजी हॉस्पिटल में नर्सिंग स्टॉफ सुपरवाईजर का काम करता है तथा उक्त महिला आरोपित लीमा उमेन आरोपी नितिन जोश उपरोक्त की पत्नी है।

उक्त आरोपी नितिन जोश हॉस्पिटल में बतौर नर्सिंग स्टॉफ सुपरवाईजर नौकरी करता है और आरोपी चेतन कपूर भी एक निजी हॉस्पिटल में सिनियर सिक्योरिटी एसिसटेन्ट की नौकरी करता है। ये भली भांति जानते थे कि कोरोना महामारी के चलते रेमेडिजिविर इन्जेक्शन की बहुत ज्यादा डिमांड है तो इन्होंने हॉस्पिटल में दाखिल कोरोना पॉजिटिव मरीजों को लगने वाले इंजेक्शन को वह इंजेक्शन मरीज को लगाया हुआ दिखाकर धोखे से निकाल लिया तथा आपसी तालमेल करके रुपए कमाने की नियत से रेमेडिजिविर इन्जेक्शन की कालाबाजारी व धोखाधङी करके बेचने की वारदातों को अन्जाम दिया।

रेडिंग टीम ने उक्त आरोपियों के कब्जा से कुल 05 रेमेडिजिविर इन्जेक्शन व 02 मोबाईल फोन बरामद किए है।

आरोपियों को माननीय अदालत के सम्मुख पेश करके पुलिस हिरासत रिमाण्ड पर लिया जाएगा। पुलिस हिरास रिमाण्ड के दौरान आरोपियों से अन्य साथी आरोपियों के बारे में पूछताछ की जाएगी तथा आरोपियों से गहनता से पूछताछ करके पता लगाया जाएगा कि मरीज को इंजेक्शन ना लगाकर धोखाधड़ी करके कालाबाजारी से बेचने में किन किन की संलिप्तता है। किस प्रकार से ये धोखाधङी करके रेमेडिजिविर इन्जेक्शन लेकर आते थे व अब तक ये कितने इन्जेक्शन बेच चुके है। पूछताछ के दौरान जो भी तथ्य सामने आएंगे, नियमानुसार आगामी कार्यवाही की जाएगी। अभियोग अनुसंधानाधीन है।

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