कोविड-19 की स्थिति से निपटने के लिए जिला टास्क फोर्स की बैठक आयोजित

गुरूग्राम, 30 अप्रैल। कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा करने के लिए आज जिला टास्कफोर्स की बैठक गुरूग्राम के लघुसचिवालय के सभागार में आयोजित की गई थी। इस बैठक में जिला सर्वेलैंस अधिकारी डा. जयप्रकाश ने कहा कि जिला के सभी अस्पतालों में संचालित टेस्टिंग लैब तथा अन्य लैब के लिए कोविड की टेस्टिंग रिपोर्ट अधिकतम 36 घंटे के अंदर दें। वैसे सभी लैब 24 घंटे में ही रिपोर्ट देने की कोशिश करें।

इस बैठक में गुरूग्राम के निजी अस्पतालों तथा सरकारी अस्पतालों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। डा. जय प्रकाश ने कहा कि सभी निजी अस्पतालों को भारत सरकार के एस3 पोर्टल पर रजिस्टेªशन करवाना अनिवार्य है। इस पोर्टल पर रजिस्टेªशन के लिए अस्पताल का नाम, मेलआईडी, आॅक्सीजन और आईसीयू सुविधा, बायोमैडिकल वेस्ट के डिस्पोजल आदि से संबंधित जानकारियां देनी जरूरी हैं। उन्होंने कहा कि अब कोविड मरीजों से जुड़ी सभी सूचनाएं गुरूग्राम में जीसी3 पोर्टल पर रीयल टाईम में अपडेट की जा रही हैं जिससे बैड की उपलब्धता से लेकर समस्त जानकारियां आॅनलाईन पब्लिक डोमेन में उपलब्ध हैं। इसमें पूरी पारदर्शिता लाने की कोशिश की गई है।

उन्होंने कहा कि जिन क्षेत्रों में कोरोना के मरीज ज्यादा आ रहे हैं उन्हें गुरूग्राम जिला प्रशासन ने लार्ज आउट बे्रक रीजन घोषित किया है। ऐसे क्षेत्रों में कोविड संक्रमण की आशंका वाले लोगों का रेपिड एंटीजन टेस्ट करवाएं। डा. जयप्रकाश ने यह भी कहा कि स्वास्थ्य विभाग की रैपिड रिस्पोंस टीमें ऐसे क्षेत्रों में इम्युनिटी बुस्टर किट बांट रही हैं जिसमें आयुष विभाग की तरफ से काढ़ा और दवा भी शामिल है। डा. जयप्रकाश ने यह भी कहा कि कोरोना से संबंधित सभी जानकारियां हैल्पलाईन नंबर 1950 तथा 108 पर काॅल करके भी प्राप्त की जा सकती हैं। उन्होंने बताया कि अब सरकार के नवीनतम आदेशों के अनुसार कोविड पाॅजिटिव आने वाले व्यक्ति को 10 दिन आइसोलेशन में रहने की सलाह दें और इस अवधि के बाद उसका दोबारा टेस्ट करवाने की आवश्यकता नही है। उन्होंने बताया कि लोग बार-बार टेस्टिंग के लिए आ रहे हैं जिससे स्वास्थ्य विभाग के अमले पर काफी दबाव है। उन्होंने कहा कि निजी अस्पताल लोगों को राहत पहुंचाने के लिए होम आइसोलेशन पैकेज भी दे सकते हैं। उदाहरण के तौर पर मेदांता अस्पताल में रैडफाॅक्स होटल में आइसोलेशन में रह रहे कोविड मरीजों को इस प्रकार की सुविधा दे रखी है। उन्होंने सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में कार्यरत चिकित्सको से कहा कि वे अपने क्षेत्र में काॅन्टेक्ट टेªसिंग बढाएं।

इस मौके पर होम आइसोलेशन की इंचार्ज डा. ईशा नारंग ने कहा कि होम आइसोलेशन में रहने वाले कोविड मरीजों का आॅक्सीजन लैवल और पल्स रेट हर दूसरे दिन चैक करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि किसी पीएचसी के क्षेत्र में यदि मरीजों की संख्या ज्यादा है तो वे अपने आस-पास के निजी अस्पतालों से भी इस कार्य में सहयोग ले सकते हैं। उन निजी अस्पतालों से मोबाइल टीमें गठित करवाकर पूरे क्षेत्र को अलग-अलग हिस्सों में विभाजित करके होम आइसोलेशन मरीजों को चैक करवाएं और उनका सही मार्ग दर्शन करें। उन्होंने कहा कि होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है।

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