किसानों के हित के लिए समर्पित है विश्वविद्यालय, मई माह में आयोजित करेगा कैम्प हिसार : 27 अपै्रल – चौधरी चरण सिहं हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार प्रदेश के प्रत्येक जिले में स्थापित अनुसंधान एवं कृषि विज्ञान केंद्र पर मई माह में मेगा वैक्सीनेशन कैम्प आयोजित करेगा। विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से उक्त फैसला लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए लिया है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर बी.आर. काम्बोज ने बताया कि विश्वविद्यालय सदैव किसानों के हित के लिए समर्पित है और इसी कड़ी में उक्त फैसला लिया गया है। उन्होंने बताया कि कैम्प के सफल आयोजन के लिए सभी कृषि विज्ञान एवं अनुसंधान केंद्रों के इंचार्जों को इस बारे में केंद्र द्वारा गोद लिए गए नजदीकी गांवों के किसानों व केंद्र के कर्मचारियों की एक सूची तैयार करने के आदेश दिए हैं, जिनको टीकाकरण नहीं किया गया है। इसके लिए संबंधित जिला प्रशासन, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, नोडल ऑफिसर से वैक्सीन की उपलब्धता और तकनीकी सहायता के लिए संपर्क करने के भी आदेश दिए हैं। उन्होंने कैम्प के सफल आयोजन के लिए एक वैज्ञानिक की नोडल अधिकारी के रूप में ड्यूटी लगाने और सभी तैयारियों की रिपोर्ट मुख्यालय में देने के निर्देश दिए। कैम्प के दौरान राज्य व केंद्र सरकार द्वारा जारी हिदायतों की पूरी तरह से पालना की जाएगी। इस अभियान के लिए विस्तार शिक्षा निदेशक डॉ. रामनिवास को जिम्मेदारी सौंपी गई है। जिले के गांवों में भी मनाएगा टीका उत्सव कुलपति प्रोफेसर बी.आर. काम्बोज ने बताया कि विश्वविद्यालय परिसर में कर्मचारियों, उनके परिजनों व विद्यार्थियों के लिए अब तक सात वैक्सीनेशन कैम्प आयोजित किए जा चुके हैं। इसके अलावा पिछले एक सप्ताह में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए छह टेस्टिंग कैम्प भी लगाए गए हैं। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय की रेडक्रॉस इकाई द्वारा विश्वविद्यालय परिसर में लडक़े व लड़कियों के छात्रावासों में दो वैक्सीनेशन कैम्प आयोजित किए जाएंगे, जिसके लिए छात्र कल्याण निदेशक डॉ. देवेंद्र सिंह दहिया को जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्होंने बताया कि इसी प्रकार एनएसएस इकाई द्वारा विभिन्न गांवों में पांच कैम्प लगाए जाएंगे। इन सभी कैम्पों में एनसीसी के कैडेट कोरोना महामारी के लिए केंद्र व राज्य सरकार की हिदायतें जैसे मास्क पहनना, सामाजिक दूरी व सेनेटाइजेशन की पालना के लिए सहयोग करेंगे। विश्वविद्यालय के रेडक्रॉस इकाई, एनएसएस व एनसीसी इकाई के स्वयंसेवक इस अभियान की सफलता के लिए लोगों को प्रेरित करेंगे। उन्होंने बताया कि ये सभी स्वयंसेवक अपने-अपने गांवों व उन सभी स्थानों के माध्यम से जहां वे रहते हैं, लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक करेंगे। साथ ही कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए भी प्रेरित करेंगे। इसमें युवाओं, महिलाओं व किसानों को प्रमुखता से जागरूक किया जाएगा। जिला प्रशासन का करेंगे सहयोग कुलपति महोदय ने बताया कि अगर जिला प्रशासन को विश्वविद्यालय के स्वयंसेवकों की किसी भी प्रकार से कोरोना काल के चलते सहयोग की जरूरत पड़ी तो हर संभव मदद की जाएगी। इसके अलावा जितने भी कैम्प आयोजित किए जाएंगे, सभी में जिला प्रशासन का सहयोग लिया जाएगा। इससे पहले भी जितने कैम्प आयोजित किए गए हैं, सभी जिला प्रशासन के सहयोग से ही किए गए हैं, इसके लिए भी उनका आभार व्यक्त करते हैं। कोरोना नियमों का किया जा रहा है पालन ज्ञात रहे कि कोरोना संक्रमण को लेकर केंद्र व राज्य सरकार द्वारा जारी सभी हिदायतों का सख्ती से पालन किया जा रहा है। सभी नियंत्रण अधिकारी नियमानुसार विश्वविद्यालय कार्यालयों को सेनेटाइज करवा रहे हैं और विश्वविद्यालय मेें रोस्टर सिस्टम का पूरी तरह से पालन किया जा रहा है। Post navigation एचएयू के कृषि वैज्ञानिक एवं प्रदेश के कृषि अधिकारी करेंगे मंथन अनुसंधान के बेहतर परिणामों के लिए सामूहिक प्रयास कारगर : प्रोफेसर बी.आर. काम्बोज