चण्डीगढ, 26 अप्रैल – हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। रेमडीसिवर के लिए भी सरकारी कोटा निर्धारित किया गया है। मुख्यमंत्री सोमवार को पानीपत रिफाईनरी स्थित ऑक्सीजन प्लांट का दौरा कर ऑक्सीजन की मौजूदा स्थिति का जायजा ले रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राईवेट अस्पतालों पर भी पूरी नजर रखी जा रही है। सरकार ने जितना कोटा तय किया गया है उस हिसाब से ऑक्सीजन मिल रही है। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन, रेमडिसिवर आदि आवश्यक सेवाओं की पूर्ति सुनिश्चित करने व कालाबाजरी रोकने के लिए सख्त हिदायतें दी गई हैं कालाबाजारी पर हर हाल में लगाम लगाई जाएगी। मुख्यमंत्री ने 500 बैड का कोविड अस्पताल बनाने वाली साईट का भी दौरा किया और उपायुक्त धर्मेन्द्र सिंह को ऑक्सीजन प्लांट के सामने वाले स्थान पर ही जगह का चयन कर अस्पताल का निर्माण जल्द से जल्द करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पहले चरण में बुधवार से अस्पताल में 250 बैड तैयार करने शुरू किए जाएंगे। इनका तीन दिन में ढांचा खड़ा हो जाएगा। इस प्रकार 10-12 दिन में यह अस्पताल बनकर तैयार हो जाएगा। इसके बाद बाकी 250 बैड आगामी 15 दिन तक तैयार कर दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने सम्बंधित अधिकारियों और ठेकेदार को निर्देश दिए कि यह कार्य युद्ध स्तर पर चलना चाहिए। इसकी सामग्री इत्यादि मंगवाने का प्रबंध पहले से ही कर लिया जाए। मुख्यमंत्री ने लोकनिर्माण विभाग के इंजीनियर इन चीफ, तहसीलदार और सम्बंधित बीडीपीओ को निर्देश दिए कि वे सोमवार सांय तक नए स्थान की ड्रांईग तैयार करवाकर मुख्यालय भिजवाएं। ऑक्सीजन की कमी के चलते रेवाड़ी व गुरुग्राम में हुई मौतों के बारे में पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि संबंधित एसडीएम को जांच सौंप दी गई है जो भी दोषी होगा उसे बख्शा नहीं जाएगा। इस मौके पर सांसद संजय भाटिया, विधायक प्रमोद विज, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी. उमाशंकर, पूर्व मंत्री कृष्णलाल पंवार, भाजपा जिला अध्यक्ष डॉ. अर्चना गुप्ता, डीसी धर्मेन्द्र सिंह, एसपी शशांक कुमार सावन, रिफाईनरी के कार्यकारी निदेशक जी. सिकदर भी उपस्थित थे। Post navigation क्या प्रदेश में अब मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश जैसे हालात बन रहे हैं? तुरन्त प्रभाव से आईएएस (सेवानिवृत्त) , आईपीएस (सेवानिवृत्त) नियुक्त, तीन वर्ष की अवधि के लिए