परिस्थितियों को संभालने की भाजपा सरकार में इच्छाशक्ति नहीं है. जब इनेलो पार्टी 40-40 बेड का अस्थाई अस्पताल चला सकती है, तो सरकार क्यों नहीं. सरकार के पास तो संसाधनों की कोई कमी नहीं है. भाजपा की सरकार जानबूझ कर आपदा को अवसर में बदलकर लोगों में भय का माहौल बनाने का काम कर रही है

चंडीगढ़, 26 अप्रैल: इंडियन नेशनल लोकदल के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण के कारण मरीजों की तादाद में बेतहाशा बढ़ौतरी हो रही है जिसके कारण हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। प्रदेश में हालात कितने नाजुक हैं, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि रविवार को रेवाड़ी और गुरुग्राम में ऑक्सीजन नहीं मिलने से 8 मरीजों की दर्दनाक मौत हो गई। दवाईयों और ऑक्सीजन की कालाबाजारी चरम पर है। आज कोरोना से संक्रमित मरीजों को रेमडेसिविर का इंजेक्शन जिसकी कीमत लगभग 2500 रुपए है वो कालाबाजारी के कारण 40 हजार रूपए में मिल रहा है। मुनाफाखोर सरकार में बैठे लोगों से मिलीभगत कर सरेआम दवाईयों और ऑक्सीजन की कालाबाजारी का धंधा कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि अगर सरकार चाहे तो विषम परिस्थितियों में भी सभी चीजों को सुचारू रूप से चलाया जा सकता है लेकिन उसके लिए दृढ़निश्चितता और इच्छाशक्ति होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जब इनेलो पार्टी सिंघु बार्डर और टीकरी बार्डर पर 40-40 बेड का अस्थाई अस्पताल चला सकती है तो सरकार के पास तो संसाधनों की कोई कमी नहीं है। इनेलो नेता ने कहा कि भाजपा की सरकार जानबूझ कर आपदा को अवसर में बदलकर लोगों में भय का माहौल बनाने का काम कर रही है ताकि लोग महंगाई, बेरोजगारी, कानून व्यवस्था, मंडियों में किसानों से हो रही लूट और अन्य विभागों में हो रहे घोटालों को भूल जाए।

आज पूरे देश में ऑक्सीजन को लेकर भयंकर संकट छाया हुआ है लेकिन प्रधानमंत्री द्वारा की गई मन की बात में देश के प्रधानमंत्री ने अपने पूरे वक्तव्य के दौरान सिर्फ  एक बार ऑक्सीजन का जिक्र  किया। जहां पूरा देश कोरोना संक्रमण के कारण भयभीत था और सामाजिक दूरी बनाने जैसी हिदायतों का पालन कर रहा था वहीं पर हमारे देश का प्रधानमंत्री और गृहमंत्री पांच राज्यों में हो रहे चुनावों में रैलियां कर रहे थे। भाजपा ने सरकारी तंत्र को भी पंगू बना दिया है। मद्रास हाईकोर्ट ने चुनाव आयोग पर कोरोना बढ़ाने का आरोप लगाया है। चुनाव आयोग भी आंखें मूंदकर प्रधानमंत्री, गृहमंत्री की रैलियों में हजारों लोगों की भीड़ इक_ी होने की इजाजत दे रहा है। इससे साफ जाहिर होता है कि भाजपा सरकार कोरोना संक्रमण को लेकर बिल्कुल भी गंभीर नहीं है। इसके अलावा सरकार सभी मोर्चे पर फेल साबित हुई है जिस कारण से जनता का विश्वास सरकार के ऊपर से पूरी तरह उठ चुका है।