जनता के लिए 45 की उम्र और नेताओं के लिए कोई उम्र सीमा नही. आपदा में आम आदमी की मदद करने की बजाए, जजपा जनता को रामभरोसे छोड़ अपने कार्यालय बन्द कर भागी

पटौदी 24/04/2021 : ‘इस वैश्विक महामारी कोरोना से देश मे ही नही अपितु प्रदेश में भी हाहाकार मचा हुआ है। दवा, आक्सीजन और वेंटिलेटर के अभाव में लोग दम तोड़ रहे हैं। पीड़ितों को सूझ नही रहा कि मदद कहां और किससे लें क्योंकि हरियाणा सरकार के सहयोगी दल जेजेपी ने लोगों की मदद करने की बजाए अपने कार्यालयों पर ताले जड़ दिए’ – उक्त बातें महिला कॉन्ग्रेस की प्रदेश महासचिव सुनीता वर्मा ने प्रेस के नाम जारी विज्ञप्ति में कहे। उन्होंने कहा कि सत्ताधारी नेता जनता की मदद करने की बजाए खुद को सुरक्षित करने में जुट गए हैं, उन्होंने लोगों को रामभरोसे छोड़ दिया है।

कॉन्ग्रेस नेत्री ने कहा कि वैक्सीनेशन में भी वीआईपी संस्कृति आ गई क्या? आम जानकारी के अनुसार तो अभी सिर्फ 45 साल से ऊपर के लोगों को ही वैक्सीन लग रही है, लेकिन प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ने खुद को फ्रंट लाइन का स्वयम्भू नेता घोषित करते हुए कम उम्र होने पर भी वैक्सीनेशन करा लिया, जनता की कोई परवाह नही।

वर्मा ने कहा कि आज इस आपदा में जहां कॉन्ग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता घर घर जा कर पीड़ितों की मदद कर रहे हैं, उन्हें आक्सीजन सिलेंडर व दवा मुहैया करा रहे हैं, वहीं इन सत्ताधारी नेताओं ने मदद करने की बजाए अपने कार्यालयों पर ही ताले जड़ दिए हैं।

उन्होंने सवाल के लहजे में पूछा कि क्या उपमुख्यमंत्री को डॉक्टर से, मेडिकल स्टाफ से और एम्बुलेंस चालकों से ज्यादा खतरा है। अगर हाॅस्पिटल प्रशासन के लिए 45+ का नियम लागू हैं तो उनके लिए क्यों नहीं? और अगर वो फ्रंटलाइन नेता हैं तो उन्होंने पहले ये वैक्सीनेशन क्यों नही कराई।

महिला कॉन्ग्रेस प्रदेश महासचिव वर्मा ने कहा कि अगर सरकार इस आपदा में तड़फते मरीजों को मदद भी नही दे सकती, तो जनता से वोट किस बात का लेती है ? उन्होंने कहा कि किसने सोचा था की एक दिन ऐसा भी आएगा कि अच्छे दिनों का सपना दिखाकर सच्चे दिनों को छीना जाएगा

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