–ना सीनियोरिटी लिस्ट न ही प्रमोशन–अपने हक से वंचित मेवात कैडर के साइंस टीचर

मेवात कैडर में नियुक्त विज्ञान अध्यापक रगड़ रहे हैं विभाग एवं अधिकारियों की दहलीजों पर एड़ियां. अधिकारियों के दफ्तरों में चक्कर काट काटकर निराश हो चुके हैं सैंकड़ों टीचर

मेवात, 20 अप्रैल : शिक्षक को किसी भी सभ्य समाज का निर्माता कहा जाता है और ये शिक्षक ही होते हैं जो देश के भविष्य का निर्माण करते हैं लेकिन हरियाणा के मेवात कैडर में नौकरी करने वाले साइंस टीचर सरकारी नियमों एवं लाल फीताशाही में उलझकर खुद को उपेक्षित एवं ठगा सा महसूस कर रहे हैं। कारण है तमाम प्रयासों के बावजूद उनकी प्रमोशन के रास्ते नहीं खुलना। इसी सिलसिले में आज विज्ञान अध्यापकों ने आज अपनी मांगों को लेकर जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी को एक ज्ञापन भी सौंपा है।

जानकारी के मुताबिक मेवात कैडर में कार्यरत इन विज्ञान अध्यापकों को विज्ञापन संख्या 03/2015 के तहत भर्ती किया गया था जो कि मेवात कैडर में टीजीटी साइंस के पदों पर पहली भर्ती के तौर पर जानी जाती है। इस भर्ती का रिजल्ट भले ही हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन द्वारा शेष हरियाणा कैडर ( रैस्ट ऑफ़ हरियाणा ) से पहले जारी किया गया था लेकिन मेवात जिले में अनियमितताओं के चलते इनकी जॉइनिंग रैस्ट हरियाणा कैडर से करीब 1 सप्ताह बाद हुई थी। इस विभागीय लेटलतीफी का खामियाजा मेवात कैडर में कार्यरत विज्ञान अध्यापकों को उनके पूरे सेवा काल मे भुगतना पड़ेगा।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इसके साथ ही 2 वर्ष पूरे होने के उपरांत भी मेवात कैडर के अध्यापकों की सीनियोरिटी लिस्ट अभी तक भी नही बनाई गई है जबकि शेष हरियाणा कैडर में यह पूरी प्रक्रिया समय पर ही पूरी कर ली गई। साथ ही शेष हरियाणा कैडर में कार्यरत विज्ञान अध्यापकों को 2 वर्ष सेवाकाल पूरा करते ही पीजीटी विषयों पर पदोन्नति का लाभ भी दिया गया है। लेकिन, मेवात के विज्ञान अध्यापकों को इस लाभ से सिरे से वंचित रखा गया है। ये कहीं न कहीं मेवात में शिक्षा विभाग द्वारा की जा रही अनदेखी और विज्ञान अध्यापकों पर अत्याचार को ही दर्शाता है।

हालांकि, इस सरकारी लालफीताशाही के खिलाफ कई दफा विज्ञान अध्यापकों द्वारा आवाज भी उठाई जा चुकी है और बाकायदा ज्ञापन के जरिये के अलावा ईमेल के माध्यम से विभागीय अधिकारियों को रिप्रजेंटेशन भी दी गयी हैं लेकिन इसे इन मेवात कैडर के विज्ञान अध्यापकों का दुर्भाग्य ही कहा जायेगा कि विभागीय अधिकारी कुम्भकर्ण की नींद से जागने को ही तैयार नहीं हैं। ऐसे में सीनियोरिटी लिस्ट न होने की वजह से ही मेवात कैडर में कार्यरत अध्यापक प्रमोशन से भी वंचित रखे गए हैं। जहां एक तरफ सरकार और विभाग मेवात में शिक्षा का स्तर ऊपर उठाने की नित नई योजनाएं बनाते रहते हैं तो वहीं दूसरी ओर मेवात कैडर के विज्ञान अध्यापकों के हितों की ओर कोई ध्यान नही दिया जा रहा, जिसकी वजह से मेवात में कार्यरत विज्ञान अध्यापकों को मानसिक परेशानियों से गुजरना पड़ रहा है। उनका कहना है कि उनकी अनदेखी करके सरासर उनकी योग्यता और भावनाओं के साथ भी खिलवाड़ किया जा रहा है। सरकार तथा विभाग की इस अनदेखी से विज्ञान मेवात कैडर में तैनात इन विज्ञान अध्यापकों के मनोबल पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।

You May Have Missed

error: Content is protected !!