– प्रदेश अध्यक्ष बोले: अभिभावकों से मोटी फीस वसूली की साजिश रच रहे निजी स्कूल -संगठन प्रदेशभर में पहली से बारहवीं तक के बच्चों की मुफ्त आनलाइन पढ़ाई के लिए जल्द करेगा व्यवस्था

भिवानी, 20 अप्रैल। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण के लगातार बढ़ रहे खतरे के बीच निजी स्कूल संचालकों की मनमानी भी बढ़ रही है और निजी स्कूल संचालक बच्चों की पढ़ाई कराने की आड़ में मोटी फीस वसूली की साजिश रच रहे हैं। जिसे कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। यह बात स्वास्थ्य शिक्षा सहयोग संगठन के प्रदेश अध्यक्ष बृजपाल सिंह परमार ने मंगलवार को आयोजित जूम एप पर संगठन की प्रदेश स्तरीय आनलाइन बैठक में मौजूद पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कही।

बृजपाल सिंह परमार ने कहा कि सरकार ने कोविड-19 के संक्रमण के खतरे को भांपते हुए प्रदेशभर में कक्षा पहली से बारहवीं तक सभी निजी व सरकारी स्कूलों को 30 अप्रैल तक बंद किए जाने का ऐलान किया हुआ है, मगर इसके बावजूद निजी स्कूल संचालक लगातार स्कूल खोलने की गिदड़भबकी देकर नाजायज दबाव सिर्फ अभिभावकों से मोटी फीस एंठने की साजिश के तहत कर रहे हैं। निजी स्कूलों को सिर्फ अभिभावकों की जेब पर डाका डालने से मतलब है, उनके बच्चों की जान से कोई लेना देना नहीं हैं। प्रदेश में कई बच्चे कोरोना संक्रमित मिलने के बाद ही सरकार ने स्कूलों को बंद करने का ऐलान किया था, मगर ये बात समझते हुए भी निजी स्कूल सिर्फ फीस हासिल करने के लिए ही स्कूल खोलने पर उतारू हैं।

बृजपाल सिंह परमार ने कहा कि पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय ने सभी निजी स्कूलों में बच्चों से केवल ट्यूशन फीस लेने के ही स्पष्ट आदेश दिए हुए हैं, मगर इसके बावजूद भी निजी स्कूल बच्चों के दाखिला की आड़ में एनुअल चार्ज सहित सभी फंड वसूली कर रहे हैं। अभिभावकों की इस संबंध में काफी शिकायतें भी संगठन के समक्ष आई हैं। बृजपाल सिंह परमार ने कहा कि कोरोना के बढ़ रहे संक्रमण में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो, इसके लिए अभिभावकों की मांग पर संगठन ने बच्चों को मुफ्त आनलाइन शिक्षा देने का निर्णय लिया है, जिसकी शुरूआत जल्द की जाएगी। संगठन कक्षा पहली से बारहवीं तक के बच्चों के लिए घर बैठे ही उच्च गुणवत्ता परक आनलाइन कक्षाएं शुरू करेगा, जिसकी एक कंपनी से भी बातचीत चल रही है, जिसकी व्यवस्था जल्द ही हो जाएगी।

बृजपाल सिंह परमार ने अभिभावकों से भी अपील की है कि वे अपने बच्चों की पढ़ाई की चिंता में निजी स्कूलों की मनमानी के आगे न झूकें और दाखिला कराते समय सिर्फ ट्यूशन फीस के अलावा कोई भी एनुअल या अन्य चार्ज का भुगतान न करें, उन पर नाजायज दबाव बनाने वाले निजी स्कूलों की संगठन के समक्ष भी शिकायत करें, उन पर विभागीय व कानूनी कार्रवाई कराई जाएगी।

उन्होंने कहा कि अगर सरकार निजी स्कूलों के दबाव में आकर स्कूल खोलने का फैसला लेती है तो फिर संगठन न्यायालय की शरण में जाएगा और बच्चों की सुरक्षा का मुददा उठाएगा। आनलाइन बैठक में प्रदेश सह सचिव भूपेंद्र कौशिक, दिव्यांग विंग प्रदेश अध्यक्ष सुनील पंवार, प्रदेश लीलग एडवाइजर संजीव तंवर एडवोकेट, पुनीत कुमार हिसार, आशा गोयत जींद, धर्मबीर पलवल, रेखा गर्ग एडवोकेट पानीपत, राजरतन एडवोकेट रेवाड़ी, सलाउद्दीन पंचकूला, महेश कुमार कैथल, राजेश चहल कुरुक्षेत्र, राजीव सैनी हांसी मौजूद थे। 

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