फैडरेशन ने हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड को सौंपा मांग पत्रकक्षा नौंवी व कक्षा 11वीं की तर्ज पर ले परीक्षा भिवानी। फैडरेशन आफ प्राईवेट स्कूल वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष कुलभूषण शर्मा ने हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड से मांग की है कि वह दसवीं केछात्रों की परीक्षा रद्द न करे। क्योकि बच्चे अपना परीक्षा शुल्क दे चुके हैं और सभी तैयारियां हो चुकी हैं। शर्मा शुक्रवार को यहां शहर के एक निजी रेस्तरा में पत्रकारों के साथ बातचीत कर रहे थे। इससे पहले फैडरेशन ने अपनी मांगों का एक मांग पत्र हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डा.जगबीर सिंह को भी सौंपा। पत्रकारों से चर्चा करते हुए कुलभूषण शर्मा ने कहा कि हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्डद्वारा निर्देश जारी किए गए हैं कि सीबीएसई का अनुसरण करते हुए दसवीं की बोर्ड परीक्षा रद्द कर दी गयी है। ये बड़े ही खेद की बात है कि हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड एक स्वायतशासी संस्था हैंना कि सीबीएसई की सिस्टर कंसर्न है। इसलिए शिक्षा बोर्ड को सीबीएसई का अनुसरण नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि परीक्षा रद्द करने से पूर्व एक दिन पहले शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डा.जगबीर सिंह कहते हैं कि परीक्षा अपने निर्धारित समय पर होगी और रद्द नहीं की जाएगी। अगले दिन प्रदेश के शिक्षा मंत्री परीक्षा रद्द करने की घोषणा करते हैं। ऐसे में यह सोचनीय प्रश्र है कि शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन की हैसियत फिर क्या है? शर्मा ने कहा कि छात्रों के पेपर कक्षा नौवीं व कक्षा 11वीं की तर्ज पर बोर्ड द्वारा प्रश्र पत्र स्कूल स्तर पर उपलब्ध करा दिया जाए। उन्हीं के स्कूलों में परीक्षा केंद्र बनाकर परीक्षा ली जा सकती है,जिससे बच्चे परीक्षा से वंचि त नहीं रहेंगे और उनको सही मूल्यांकन करके पास किया जा सके। बोर्ड द्वारा पत्र यह जारी किया गया है कि हम सीबीएसईका अनुसरण करते हुए दसवीं की बोर्ड परीक्षा को निरस्त किया जाता है, तो फैडरेशन शिक्षा बोर्ड को यह सुझाव देना चाहती है कि क्यों नहीं अगर सीबीएसई का अनुसरण करना है तो सीबीएसई 2 विषयों में कम्पार्टमेंट को फेल नहीं मानती, तो यहां पर हरियाणा शिक्षा बोर्ड को भी 2 विषयों में बच्चों को फेल नहीं माना जाए। उन्होंने कहा कि अगर किसी परिस्थितिवश सरकार अपने फैसले पर अडिग है और परीक्षा को आयोजित ही करवाना नहीं चाहती है तो फैडरेशन का सुझाव है कि सभी बच्चों का परीक्षा शुल्क तुरंत प्रभाव से सरकार वापस कर दे। क्योंकि कोरोना की परिस्थिति में सभी अभिभावकों पर बहुत आर्थिक बोझ है और उन्होंने बहुत ही कठिनाई से बोर्ड की फीस जमा करवाई है। इससे अभिभावकों को राहत मिलेगी। फैडरेशन ने शिक्षा बोर्ड से मांग की है कि परीक्षा का समय सायं 2 बजे सायं साढ़े चार बजे तक रखा जाए जिससे परीक्षा केंद्र के स्कूल के बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो। इस अवसर पर फैडरेशन के उपप्रधान जितेंद्र ढाड़ा, अमित महता, देशराज, महासचिव बलदेव सैनी, पंकज सिधाना, सतबीर पटेल, महिपाल कौशिक, धर्मपाल सैनी, सचिन गोयल, विनोद पानू, भूपेंद्र जैन, ललित शर्मा समेत अनेक पदाधिकारी मौजूद थे। Post navigation किसानों का दर्द कब समझेगी सरकार – दीपेन्द्र हुड्डा कृषि मंत्री जेपी दलाल ने बहल की अनाज मंडी का किया दौरा, फसल खरीद प्रबंधों का लिया जाजया