भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर को किया नमन

किसानों को परेशान करने का कोई मौका नहीं चूकती बीजेपी सरकार- हुड्डा
मंडी से लेकर बॉर्डर तक हर जगह सरकारी अनदेखी झेल रहे हैं किसान- हुड्डा
किसान से लेकर करोना तक हर मोर्चे पर विफल रही सरकार- हुड्डा
पूर्व स्पीकर सतबीर काद्यान के निधन पर शोक प्रकट करने पहुंचे भूपेंद्र सिंह हुड्डा

14 अप्रैल, पानीपतः पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर जी की 130वीं जयंती पर उन्हें नमन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि बाबा साहेब के विचार और उनका दिया संविधान देश की आत्मा है। ये उनका सौभाग्य है कि उनके पिता स्व. चौ. रणबीर सिंह हुड्डा ने बाबा साहेब के नेतृत्व वाली संविधान समिति में सदस्य के तौर पर काम किया था। हुड्डा आज कई सामाजिक कार्यक्रमों शिरकत करने पहुंचे थे।

इस मौक़े पर उन्होंने प्रदेश सरकार को किसान से लेकर कोरोना तक हर मोर्चे पर विफल करार दिया है। हुड्डा का कहना है कि बीजेपी जब से सत्ता में आई है उसने किसानों को निशाना बनाने का कोई मौका नहीं छोड़ा। उसने अपनी नीतियों से हमेशा किसान की लागत और परेशानियां बढ़ाने का काम किया। जिस तरह सरकार ने खाद, पेट्रोल व डीजल के दाम बढ़ाए हैं, उससे आम आदमी बुरी तरह त्रस्त है। इसकी सबसे ज्यादा मार किसान पर पड़ रही है। आज मंडी से लेकर दिल्ली बॉर्डर पर बैठा हर किसान सरकार की अनदेखी का शिकार है।

हुड्डा ने कहा कि साढ़े 4 महीने से देश का किसान अपनी जायज मांगों को लेकर दिल्ली बॉर्डर पर बैठे हैं। लेकिन सरकार उनकी सुनवाई नहीं कर रही। वहीं दूसरी तरफ अपनी गेहूं बेचने के लिए किसान लगातार मंडियों में पहुंच रहे हैं लेकिन सरकार उनकी खरीदारी नहीं कर रही। ना सरकार की तरफ से बारदाना की व्यवस्था की जा रही है और ना ही उठान ने तेजी लाई जा रही है। कई मंडियों में खरीद पूरी तरह बंद कर दी गई है। पहले सरकार ने खुद ही ऐलान किया कि किसान बिना मैसेज का इंतजार किए फसल बेचने आ सकते हैं और अब जब किसान फसल बेचने पहुंच रहे हैं तो उन्हें मैसेज का इंतजार करने के लिए कहा जा रहा है।

भूपेंद्र सिंह हुड्डा आज पूर्व विधानसभा स्पीकर सतबीर काद्यान के निधन पर शोक प्रकट करने पानीपत पहुंचे थे। उन्होंने परिजनों से मुलाकात की और दिवंगत को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए हुड्डा ने कहा कि सरकार ने खुद 1 अप्रैल से खरीद शुरू करने के लिए पूरी तरह तैयार होने का ढिंढोरा पीटा था। साथ ही कोरोना के चलते किसानों के लिए विशेष व्यवस्थाएं करने का भी ऐलान किया गया था। लेकिन जैसे ही किसान अपनी फसल लेकर मंडी में पहुंचे तो सरकार के तमाम दावों की पोल खुल गई। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश के हालात देखकर स्पष्ट है कि बीजेपी-जेजेपी सरकार को ना किसानों की चिंता है और ना ही कोरोना की। उसका मकसद सिर्फ सत्ता सुख भोगना है, ना कि जनसेवा करना।

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