चंडीगढ़, 14 अप्रैल: हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने डॉ बी.आर अम्बेडकर की 130वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए आज डॉ. बी. आर. अम्बेडकर राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय राई, सोनीपत में 17.19 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित दो छात्रावास स्वामी विवेकानंद और अहिल्याबाई का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री ने चंडीगढ़ से लोकार्पण समारोह के बाद वेबिनार को संबोधित करते हुए कहा कि भारत माता के महान सपूत डॉ. बी. आर. अंबेडकर की 130वीं जयंती के अवसर पर इन दो छात्रावासों का उद्घाटन कर डॉ. बी. आर. अंबेडकर को श्रद्धंजलि दी है। उन्होंने विश्वविद्यालय की एक विवरण पुस्तिका का भी विमोचन किया। शिक्षा मंत्री श्री कंवर पाल भी वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से वेबिनार से जुड़े। श्री मनोहर लाल ने कहा कि संयोगवश आज देश में मेष संक्रांति का पावन पर्व है और पावन नवरात्र भी चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुझे आशा है कि इस संस्थान से पास होने वाले छात्र डॉ. बी. आर. अंबेडकर द्वारा दिखाई गई राह के अनुसार जीवन में शिक्षा का महत्व समझेंगे और समाज में अपना योगदान देंगे। भारतीय संविधान के निर्माता को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए श्री मनोहर लाल ने कहा कि डॉ. बी. आर. अंबेडकर ने हमें ऐसा संविधान दिया, जिसने हमें अनेकता में एकता की अमूल्य अवधारणा सिखाई है। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब ने हमें एक ऐसी राजनीतिक व्यवस्था का उपहार दिया जिसमें गरीब, अमीर, स्त्री, पुरुष, छोटे और बड़े, व्यापारी, मजदूरों सभी को बिना किसी भेदभाव के समान अधिकार मिले हैं। भारत के संविधान का मसौदा तैयार करते समय डॉ. बी. आर. अंबेडकर ने एक ऐसे भारत की कल्पना की, जहां सभी लोग खुश हों, सभी को इंसाफ मिले और सभी को बराबर हक मिले। मुख्यमंत्री ने कहा कि डॉ. बी. आर. अंबेडकर को महान शिक्षाविद के रूप में जाना जाता है। शिक्षा के प्रति उनका झुकाव इतना था कि उस समय के दौरान उन्होंने अपनी निजी लाइब्रेरी बनाई थी, जिसमें 50,000 से अधिक पुस्तकों को रखा था। एक महान समाज सुधारक के रूप में उन्होंने जाति-पाति, एवं छुआछूत, असमानता, अन्याय और शोषण के विरूद्ध संघर्ष किया और गरीबों व वंचितों के उत्थान के लिए कार्य किया। श्री मनोहर लाल ने कहा कि पिछले छह वर्षों से अंत्योदय की भावना के साथ राज्य सरकार ने कईं कल्याणकारी योजनाएं क्रियान्वित की हैं। इसी पथ पर चलते हुए, एक महत्वाकांक्षी परिवार पहचान पत्र (पीपीपी) योजना शुरू की गई है, जिसका उद्देश्य राज्य के सबसे गरीब एक लाख परिवारों की पहचान करना है और उनका आर्थिक उत्थान सुनिश्चित करना है। इसके लिए राज्य सरकार ने ‘मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना’ शुरू की गई है, जिसके अंतर्गत इन चिहिन्त एक लाख परिवारों की सालाना आय कम से कम एक लाख रुपये करने के प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार पर पहला हक गरीब व्यक्ति का है, इसी मंत्र के साथ हम कार्य कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में रहने वाले प्रत्येक परिवार का कल्याण सुनिश्चित करते हुए राज्य सरकार द्वारा कई योजनाएं चलाई गई हैं। हाल ही में बीपीएल परिवारों की श्रेणी की पात्रता के लिए वार्षिक आय स्लैब को 1.20 लाख रुपये से बढ़ाकर 1.80 लाख रुपये प्रति वर्ष किया गया है। इसके अलावा, गरीब परिवारों के बच्चों के लिए कई छात्रवृत्ति योजनाएं चलाई जा रही हैं। साथ ही, गरीब परिवारों की बेटियों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से “मुख्यमंत्री विवाह शगुन योजना” चलाई जा रही है। मुख्यमंत्री ने राज्य के लोगों का आह्वान करते हुए कहा कि आज के दिन सभी को समाज से छुआछूत, जातिवाद और असमानता जैसी सामाजिक बुराइयों को दूर करने का संकल्प लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि सबकी अलग-अलग राजनीतिक विचारधाराएं हो सकती हैं, लेकिन यह हमारा संविधान है जिसने हमें एकजुट रखा है। हालांकि, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि आज भी समाज में विचारों की छुआछूत प्रचलित हैं, लेकिन हमें इस सामाजिक बुराई को मिटाकर अंत्योदय की भावना को आगे बढऩे का संकल्प लेना चाहिए। कोरोना मामलों में वृद्धि पर चिंता व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर देवी दुर्गा से इस वैश्विक महामारी को दूर करने की प्रार्थना की और सर्वकल्याण की कामना की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव श्री डी. एस. ढेसी, उच्चतर शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव श्री आनंद मोहन शरण, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव और सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक डॉ. अमित अग्रवाल उपस्थित थे। इसके अलावा, विधायक श्री मोहन लाल बडोली, विधायक श्री रमेश कौशिक, डॉ. बी. आर. अम्बेडकर राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, राई, सोनीपत की कुलपति डॉ. विनय कपूर मेहरा और हरियाणा राज्य उच्च शिक्षा परिषद के अध्यक्ष प्रो. बी. के. कुठियाला वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सोनीपत से वेबिनार से जुड़े। Post navigation दिखने लगे किसान आंदोलन के दुष्परिणाम इनसो अध्यक्ष दिग्विजय चौटाला ने केंद्र सरकार का जताया आभार