हरियाणा की मंडिया गेहूं से भरी हुई है, किसान गेहूं बेचने के लिए धक्के खा रहे हैं – बजरंग गर्ग
सरकार फसल ऑनलाइन व पोर्टल पर खरीद करने के नाम पर किसानों को नाजायज तंग कर रही है – बजरंग गर्ग
सरकार को किसान की फसल पहले की तरह ऑफलाइन खरीदने का नियम बनाना चाहिए – बजरंग गर्ग
सरकार के चहेते ठेकेदार आढ़तियों से गेहूं उठान के नाम पर 5 रुपए से लेकर 10 रुपए बोरी लेने के चक्कर में जान बूझकर देरी करते हैं – बजरंग गर्ग
सरकार की गलत नीतियों के कारण 50 प्रतिशत कृषि उपज मिलें प्रदेश से ठप्प हो गई है – बजरंग गर्ग

जींद – व्यापारी प्रतिनिधियों की एक आवश्यक बैठक हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष व हरियाणा कान्फैड़ के पूर्व चेयरमैन बजरंग गर्ग की अध्यक्षता में निजी होटल में हुई।

इस बैठक में व्यापारी, उद्योगपति व किसानों की समस्याओं पर विचार किया गया। व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने उपस्थित व्यापारी प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार की गलत नीतियों के कारण हरियाणा में 50 प्रतिशत कृषि उपज मिलें ठप्प हो गई है। सरकार के गेहूं खरीद के लिए किए गए सभी दावें खोखले सिद्ध हुए हैं। मंडियों में किसान अपनी फसल बेचने के लिए धक्के खा रहे हैं। प्रदेश की मंडियां गेहूं से भरी हुई है, सरकार का 48 घंटे में गेहूं उठान का दावा करने के बावजूद मंडियों में गेहूं का उठान नहीं हो रहा है। इतना ही नहीं 1 अप्रैल 2021 से जो किसान की गेहूं खरीद सरकार ने की थी, उस गेहूं खरीद का भुगतान भी सरकार ने नहीं किया।

प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने कहा कि सरकार द्वारा अनाज की खरीद ऑनलाइन व पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराने के नाम पर किसानों को नाजायज तंग कर रही है, जब सदीयों से किसान की फसल आढ़तियों के माध्यम से ऑफलाइन बिकती आ रही थी और किसान अपनी फसल काटते ही मंडियों में बेचकर पैसे नगद लेकर घर चला जाता था, इतना ही नहीं ओपन बोली में फसल बेचने पर कई बार फसल सरसों व नरमा की तरह एमएसपी रेटों से भी उनके भाव किसानों को ज्यादा मिलते हैं। उसी प्रकार सरकार को पहले की तरह ऑफलाइन ओपन बोली में फसल बेचने का नियम बनाना चाहिए और किसान की हर फसल मंडी के आढ़तियों के माध्यम से खरीदी जाए।

प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने कहा कि पहले गेहूं उठान के ठेके में आढ़ती एसोसिएशन ठेका लेने में शामिल हुआ करती मगर सरकार ने अपने चहेतों को ठेका देते हुए, गेहूं उठान के ठेके लेने की प्रक्रिया में आढ़ती एसोसिएशन को बाहर कर दिया है। जिसके कारण गेहूं उठान में बड़ी भारी देरी हो रही है। जबकि सरकार के चहेते ठेकेदार मंडी के आढ़तियों से गेहूं की बोरी उठाने के नाम पर 5 रुपए से लेकर 10 रुपए तक लेने के चक्कर में जानबूझ करके देरी करते हैं। सरकार को गेहूं उठान की देरी के लिए ठेकेदारों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।

सरकार को तुरंत प्रभाव से किसान की गेहूं खरीद, उठान व उसका भुगतान का पुख्ता प्रबंध करने चाहिए और मंडियों में जो मूलभूत सुविधा की कमी है उसको भी तुरंत प्रभाव से पूरा किया जाए। इस बैठक में व्यापार मंडल जिला प्रधान महावीर कंप्यूटर, प्रदेश प्रवक्ता राजकुमार गोयल, वैश्य समाज अग्रोहा धाम जिला प्रधान ईश्वर गोयल, शहरी प्रधान अशोक गोयल, सुरेश जिंदल, अनिल बंसल, प्रदेश सचिव निरंजन गोयल, बीएस गर्ग, राधा कृष्ण बिंदल आदि प्रतिनिधियों ने अपने विचार रखे।

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