मुख्यमंत्री मनोहर लाल को गांव आवंली में पूर्व विधायक किताब सिंह मलिक के निधन पर शोक प्रगट करने आना था. इसके लिए अफसरों ने किसान के खेत में हेलीपैड बना दिया. मगर किसानों के विरोध के ऐलान के बाद सीएम खट्टर ने यहां हाने का कार्यक्रम रद्द कर दिया. अब किसान बर्बाद हुई गेहूं की फसल का मुआवजा मांग रहा है.

सोनीपत ,गोहाना. मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के 3 मई को गोहाना दौरे को लेकर गांव आवंली में एक किसान के खेत में हेलीपैड  बना दिया गया. इससे किसान की गेहूं की फसल बर्बाद हो गई. हेलीपैड प्रशासन के अधिकारियों ने बिना किसानों की सहमति से बनाया था. सीएम खट्टर को गांव आवंली में पूर्व विधायक किताब सिंह मलिक के निधन पर शोक प्रकट करने आना था. किसानों के विरोध के ऐलान के बाद सीएम खट्टर ने यहां हाने का कार्यक्रम रद्द कर दिया. अब किसान बर्बाद हुई गेहूं की फसल का मुआवजा मांग रहे हैं. किसान ने यह जमीन पट्टे पर लेकर खेती की थी.

पीडि़त किसान नवीन ने बताया कि सीएम मनोहर लाल खट्टर को गांव आवंली में आना था. प्रशासन ने उसके खेत में उनके लिए हेलीपैड बनाना शुरू कर दिया. किसान ने बताया कि उसने उस समय अधिकारियों को कहा था मैंने यह जमीन पट्टे पर लेकर गेंहू की बुआई की हुई है. इस पर उन्होंने कहा था फसल का जो भी नुकसान होगा उसकी भरपाई की जाएगी. लेकिन सीएम खट्टर का कार्यक्रम रद्द हो गया. सुबह जाकर देखा कि हेली पेड बनाने के साथ- साथ वहां पोल भी लगा दिए गए. मगर मेरे खेत में करीब 24 किवंटल गेंहू पैदा होना था. इससे उसका लगभग 54 हजार का नुकसान हुआ है.

नवीन की मानें तो फसल का नुकसान होने के बाद वह लगातार अधिकारियों के चक्कर काट रहा है. नुकसान की भरपाई करने की मांग की जा रही है. अधिकारी उसकी बात नहीं सुन रहे हैं. वहीं किसान यूनियन के नेताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल का विरोध कर कहा गया था कि सीएम को आंवली में घुसने नहीं देंगे. उसके बाद वहां हेलीपैड बनाया गया. इस किसान के खेत मे गेंहू की फसल खराब हो गई उसका मुआवजा अब अधिकारी दे नहीं रहे हैं.

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