5 अप्रैल 2021 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने देश के पूर्व उपप्रधानमंत्री व जानेमाने दलित नेता एवं स्वतंत्रता सेनानी और विचारक बाबू जगजीवनराम की जयंती पर अपने कार्यालय में उनके चित्र पर पुष्पाजंली अर्पित करके अपनी भावभीनी श्रद्घाजंली अर्पित की। कपिल यादव, अमन कुमार, अजय कुमार व कुमारी वर्षा ने भी बाबू जगजीवनराम के प्रति अपने श्रद्घासुमन अर्पित किए।

इस अवसर पर विद्रोही ने कहा कि बिहार के गरीब दलित परिवार में जन्मे बाबू जगजीवन राम ने विषम परिस्थितियों से संघर्ष करते हुए अपनी प्रतिभा व मेहनत के बल पर ना केवल उच्च शिक्षा प्राप्त की अपितु अपने राष्टï्रीय कर्तव्य व देश के प्रति कुछ कर गुजरने की भावना के फलस्वरूप कांग्रेस के नेतृत्व में स्वतंत्रता आंदोलन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। बाबू जगजीवनराम एक जानेमाने स्वतंत्रता सेनानी थे। एक विचारक व समतामूलक समाज में विश्वास रखने वाले बाबू जगजीवनराम ने स्वतंत्रता आंदोलन में दलितों, पिछड़ो, गरीबों व मजदूरों को अथक मेहनत करके स्वतंत्रता आंदोलन की लड़ाई से जोड़ा। वे अपनी संघर्षशीलता व मेहनत के बल पर आजादी से पहले ही कांग्रेस में एक महत्वपूर्ण नेता के रूप में उभरे।

विद्रोही ने कहा कि देश के आजाद होते ही बाबू जगजीवनराम पंंडित जवाहरलाल नेहरू जी के मंत्रीमंडल में केबिनेट मंत्री बने और देश के निर्माण व गरीबों के उत्थान में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। देश के कृषि व रक्षा मंत्री के रूप में उनकी सेवाए देश के लिए अति-महत्वपूर्ण परिणाम देने वाली रही। बाबू जगजीवनराम ने अपनी योगयता के बल पर जिस मंत्रालय में वे मंत्री रहे, उन्होंने अपनी प्रशासनिक दक्षता का परिचय दिया। वे जीवनभर दलित, पिछड़े, गरीबोंं, गांवों व आम आदमी के हित के लिए काम करते रहे और उनके हित की अनेक समाज कल्याण की योजनाए बनवाई। विद्रोही ने कहा कि बाबू जगजीवनराम का जीवन व कृतित्व हमारे के लिए एक प्रेरणा का स्त्रोत है।

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