—- सफाई कर्मचारियों के लिए मुख्यमंत्री ने खोला घोषणाओं का पिटारा,—- ग्रामीण सफाई कर्मचारी को अब 14 हजार, शहरी को 16 हजार रूपये व सीवरेज मैन को 12 हजार रूपये मिलेगा मासिक वेतन,—- स्वीपर व दरोगा को अनुभव के आधार पर मिलेगा सफाई का ठेका, —- समय पर वेतन ना मिलने पर 500 रूपये हर्जाने के साथ मिलेगा वेतन —-अब सफाई कर्मचारी को 5 लाख रूपये की बीमा राशि का मिलेगा लाभ चंडीगढ़, 4 अप्रैल – हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने सफाई कर्मचारियों के हित व उनका आर्थिक विकास करने के मकसद से आज घोषणाओं का पिटारा खोल दिया। अब गांव में सफाई का काम करने वाले को साढे 12 हजार रूपये से बढकऱ 14 हजार रूपये तथा शहरी सफाईकर्मी को 15 हजार की बजाए 16 हजार रूपये व सीवरेज मैन को 10 हजार रूपये की बजाए 12 हजार रूपये मासिक वेतन मिलेगा। वेतन विलम्ब से नहीं, हर माह समय पर मिलेगा, इसकी सुनिश्चितता के लिए उन्होंने कहा कि देरी की स्थिति में सरकार की ओर से उपायुक्त को दी गई 1 करोड़ रूपये की राशि में से सफाई कर्मचारियों के वेतन का भुगतान किया जाएगा। फिर भी यदि किसी कारण से तनख्वाह समय पर नहीं मिलती तो वह अगले महीने 500 रूपये हर्जाना लगाकर मिलेगी। यही नहीं वित्त विभाग में सरकारी कर्मचारियों की तनख्वाह के लिए जिस बजट का प्रावधान है, उसे दूसरे किसी कार्य पर खर्च नहीं किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने ये घोषणाएं रविवार को करनाल की कालीदास रंगशाला में आयोजित सफाई मित्र उत्थान सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए की। उन्होंने कहा कि सीवरेज की सफाई का काम जोखिम भरा है, इससे सुरक्षा के लिए प्रदेश के रेवाड़ी व गुरूग्राम से एक नई तकनीक का इस्तेमाल शुरू हो गया है। इस व्यवस्था के तहत अब सभी सीवर मेन होल में सेंसर लगाए जाएंगे, ओवर फ्लो होने पर उसका सम्बंधित कार्यालय में अलर्ट आएगा और मशीन से उसकी सफाई सुनिश्चित हो सकेगी। उन्होंने बताया कि सीवर में काम करते समय व्यक्ति की मृत्यु होने पर सरकार की ओर से 10 लाख रूपये बीमा राशि का लाभ दिया जाता है, अब सीवर से अलग डयूटी पर सफाई कर्मचारी की मृत्यु होने पर प्रधानमंत्री जीवन सुरक्षा योजना के तहत 5 लाख रूपये का बीमा लाभ मिलेगा, जबकि सामान्य मृत्यु होने पर 2 लाख रूपये की बीमा राशि मिलेगी। मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि नियमानुसार एक्सग्रेशिया (अनुग्रह राशि) का लाभ नियमित कर्मचारी को मिलता है, भविष्य में यह लाभ ऑन रोल पर लिए गए सभी सफाई कर्मचारियों को मिलेगा। एक लाख 80 हजार रूपये सालाना आय वाले सफाई कर्मचारी अपने बच्चों की पढ़ाई के लिए बैंकों से बिना किसी गारंटी के ऋण ले सकेंगे, यदि किसी कारण से व्यक्ति ऐसे ऋण की अदायगी करने में असमर्थ हो जाए, तो उसकी भरपाई सरकार करेगी। सीवर मैन को प्रशिक्षित करेंगे और प्रमाण पत्र हासिल करने वाला ही सीवर की सफाई करेगा। उन्होंने हरियाणा राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष एवं कार्यक्रम के आयोजक इंजीनियर कृष्ण कुमार की ओर से दी गई कुछ अन्य मांगो के संदर्भ में कहा कि इनको एग्जामिन करेंगे और जो भी उचित होगा, किया जाएगा। सम्मेलन में प्रदेश के भिन्न-भिन्न जिलों से आए सफाई कर्मचारियों से प्रश्रात्मक शैली में बात करते मुख्यमंत्री करतल ध्वनि के बीच घोषणा की कि भविष्य में अनुबंध आधार पर लगे सफाई कर्मचारियों का वेतन का ठेका देने के लिए 10-15 साल से काम करने वाले वरिष्ठ सफाई कर्मचारी को प्राथमिकता दी जाएगी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अपने सम्बोधन में आगे कहा कि प्रदेश में परिवार पहचान पत्र बनाने का काम जोरों पर चल रहा है, जिन सफाई कर्मियों ने पीपीपी नहीं बनवाया है, वह इसे तुरंत बनवा लें, भविष्य में सभी योजनाओं का लाभ पीपीपी से लिंक होकर ही मिलेगा। इसमें व्यक्ति द्वारा स्वघोषित वार्षिक आय की वैरीफिकेशन का काम जोरों पर चल रहा है, इससे जो डाटा एकत्र होगा, उसमें प्रावधान किया जाएगा कि जिस परिवार के मुखिया की वार्षिक आय 50 हजार या एक लाख से कम होगी, उसे पहले एक लाख और फिर 1 लाख 80 हजार तक बढ़ाने के लिए रोजगार के अवसर सृजित किए जाएंगे। एक लाख 80 हजार से नीचे वार्षिक आय के सभी व्यक्ति बीपीएल की श्रेणी में आ जाएंगे। स्वच्छता के महत्व पर बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हर व्यक्ति स्वच्छता का महत्व समझे और अपने परिवेश को साफ-सुथरा रखे, तो पूरा देश साफ-सुथरा रहेगा। उन्होंने स्वच्छता का विश्व व्यापी महत्व बताने के लिए राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का उदाहरण दिया। कचरा उठाने वाले सफाई कर्मियों का मान-सम्मान बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि वे कचरे वाले नहीं कचरा उठाने वाले हैं। सफाई के संदर्भ में बोलते उन्होंने कहा कि बाहर की तरह मन के अंदर की सफाई भी जरूरी है, गंदे विचारों से अपराध की प्रवृत्ति जन्म लेती है। उन्होंने किसी भी राजनीतिक दल या व्यक्ति का बिना नाम लिए हुए कहा कि कुछ लोग समाज में भाई-चारे को बिगाडऩे में लगे हैं, इससे दूसरों का अहित होता है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने सत्ता को विलासिता की वस्तु न समझकर समाजसेवा का नाम दिया है। इसके चलते प्रदेश में अंत्योदय का सिद्घांत लागू किया गया है। कोरोना के बढ़ते केसों पर चिंता व्यक्त करते उन्होंने कहा कि सभी को इस बीमारी से बचने के लिए सावधानी और हिदायतों का पालन रखना है। फूसगढ़ में सामुदायिक केन्द्र तथा मेरठ रोड पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय द्वार का किया उदघाटन। कार्यक्रम में पधारकर मुख्यमंत्री ने दीपशिखा प्रज्जवलित किया तथा बाबा साहेब के चित्र पर पुष्प अर्पित किए। उन्होंने नगर निगम की ओर से फूसगढ़ में 3 करोड़ 55 लाख रूपये की लागत से निर्मित सामुदायिक केन्द्र का उद्घाटन किया। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री ने करनाल-मेरठ रोड पर नेशनल हाईवे के पास पंडित दीनदयाल उपाध्याय के नाम बनाए गए भव्य द्वार का भी उद्ïघाटन किया। इसके निर्माण पर 63 लाख 12 हजार रूपये की लागत आई है। पहले सफाई कर्मियों की होती थी अनदेखी, अब इनकी चिंता स्वयं कर रहे है मुख्यमंत्री मनोहर लाल – डॉ0बनवारी लाल। सहकारिता, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री डॉ0 बनवारी लाल ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल प्रदेश के ऐसे मुख्यमंत्री हैं जो कि गरीब की चिंता करते हैं । उन्हें चिंता है कि गरीब को शिक्षा और स्वास्थ्य की सुविधा कैसे मिले। यह सुविधा दिलाने के लिए उन्होंने आई टी का प्रयोग किया ताकि इन परिवारों को दफ्तरों के चक्कर ना काटने पड़े। सरकार द्वारा सभी प्रकार की सुविधाओं अब घर बैठे ऑनलाईन मिल रही है। उन्होंने कहा कि सफाई कर्मचारी का जीवन स्तर बेहतर हो, इसके लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पहली बार सफाई आयोग का गठन किया है। सफाई कर्मचारी अपनी सभी समस्याओं का निराकरण आयोग के माध्यम से करवा सकते है। उन्होंने कहा कि पहले की सरकार में सीवरेज मैन की मृत्यु होने पर उन्हें कोई विशेष लाभ नहीं मिलता था, परन्तु अब हरियाणा सरकार द्वारा 10 लाख रूपये का लाभ दिया जाता है। उन्होंने कहा कि 1993 से 2008 तक जितने भी सीवरेज मैन की मृत्यु हुई है, हरियाणा सरकार ने अब उन सभी मृतक सीवरेज मैन के परिवारों को 10-10 लाख रूपये का लाभ दिया है। 26 साल की राजनीति में ऐसा मुख्यमंत्री नहीं देखा जो सफाई कर्मियों का रखता है ख्याल, स्वयं सुनने आता है समस्या और करता है हल – विधायक जगदीश नैय्यर। विधायक जगदीश नैय्यर ने कहा कि 26 साल की राजनीति में उन्होंने कभी ऐसा मुख्यमंत्री नहीं देखा जो कि सफाई कर्मचारियों की समस्या सुनने खुद आए हों, उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों में गरीब दलितों के साथ अन्याय हुआ है और मिर्चपुर जैसे कांड गरीबों को भुगतने पड़े, परन्तु इस सरकार में गरीब परिवारों के लोगों को भी आगे बढऩे का मौका मिला है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कानूनी सलाह पर 11 हजार रूपये की राशि दी जाती थी, अब उस राशि को बढ़ाकर 22 हजार रूपये कर दिया है। मकान की मरम्मत के लिए राशि को 51 हजार रूपये से बढ़ाकर 80 हजार रूपये कर दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की देन है कि आज गरीब परिवारों के एम ए व बी ए पास बच्चे भी झाड़ू चला रहे है। अब समाज के लोगों को आह्वान किया कि अब समय आ गया है कि हमें मित्र और दुश्मन की पहचान करनी होगी, कांगे्रस ने 70 साल तक वाल्मीकि समाज को केवल राजनैतिक फायदे के लिए किया प्रयोग – कृष्ण बेदी। मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव कृष्ण बेदी ने माहौल को गर्म किया और कहा कि 70 साल तक गरीब वाल्मीकि समाज को रीढ़ बनाकर रखने वाली कांगे्रस सरकार ने इनके साथ वोट की राजनीति की, परन्तु मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने सफाई कर्मचारियों को सम्मान दिया और उन्हें हर समय चिंता रहती है कि इन गरीब परिवारों को शिक्षा व रोजगार से कैसे जोड़ा जाए। उन्होंने सफाई कर्मचारियों का उत्थान करने के लिए हरियाणा में सफाई कर्मचारी आयोग का गठन किया। उन्होंने कहा कि पहले वाल्मीकि के नाम पर कांग्रेस ने आंगनवाड़ी तक नहीं खोली, परन्तु मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने संस्कृत विद्यालय महर्षि वाल्मीकि के नाम से कैथल के मुन्दड़ी गांव में बनाया। उन्होंने सफाई कर्मचारियों से आश्वासन दिलाया कि वह मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने उनकी हर मांग को पूरा किया है, अब हमारा भी कत्र्तव्य है कि सर छोटू राम के वक्तव्य के अनुसार जो उन्होंने कहा कि अपने मित्र और दुश्मन की पहचान करनी होगी, तभी हम आगे बढ़ सकते है। मुख्यमंत्री ने आयोग का गठन करके सफाई कर्मियों के हितों की रक्षा की ,अब सीवरेज मैन की जान को नहीं रहेगा जोखिम – इंजीनियर कृष्ण कुमार। कार्यक्रम के आयोजक एवं सफाई कर्मचारी आयोग के चेयरमैन इंजीनियर कृष्ण कुमार रेवाड़ी ने आए हुए सभी अतिथियों का स्वागत किया और कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रदेश के सफाई कर्मचारियों की सुध ली है। उन्होंने कहा कि अब आउट सोर्सिंग ए के तहत रजिस्ट्रड सफाई कर्मचारी को हटाया नहीं जाएगा, जब तक उस पर कोई अपराधिक मामला दर्ज नहीं हो। उन्होंने कहा कि सीवरेज मैन के जीवन को कैसे बचाया जाए, इसके लिए एक नई तकनीकी सैंसर लागू की है, पहले इसकी शुरूआत रेवाड़ी ,गुरूग्राम में की गई थी, अब करनाल में इसकी शुरूआत की है। इस सैंसर से सीवरेज में पानी की जानकारी मिल जाती है। इससे यह पता लग जाता है कि सीवरेज की स्थिति कैसी है। इससे सीवरेज मैन की जान का जोखिम कम हो जाता है। उन्होंने कहा कि आज इस कार्यक्रम के माध्यम से मुख्यमंत्री से सफाई कर्मचारियों के लिए अनेक मांग की है, जिन्हें मुख्यमंत्री पूरा करेंगे। इसलिए उन्होंने कहा कि जब भी उन्होंने सफाई कर्मचारियों के उत्थान के लिए मांग की है तो मुख्यमंत्री ने सह्दय उन्हें स्वीकार किया है। इस कार्यक्रम में सफाई कर्मचारी आयोग के सदस्य आजाद सिंह ने सभी आए हुए अतिथियों का धन्यवाद किया। ये हुए सम्मानित। सफाई मित्र उत्थान सम्मेलन कार्यक्रम में आयोजकों द्वारा सभी अतिथियों को शॉल व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इनमें कार्यक्रम के आयोजक इंजीनियर कृष्ण कुमार ने मुख्यमंत्री को सम्मानित किया तथा सहकारिता मंत्री डॉ0बनवारी लाल, विधायक हरविन्द्र कल्याण, रामकुमार कश्यप, धर्मपाल गोंदर, जगदीश नैय्यर, पृथला के विधायक नैनपाल रावत, भाजपा के जिलाध्यक्ष योगेन्द्र राणा, स्वच्छ भारत मिशन के उपाध्यक्ष सुभाष चंद्र, मेयर रेनू बाला गुप्ता शामिल है। ये रहे उपस्थित। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि संजय बठला, हरियाणा राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के सदस्य रामफल लोहट, आजाद सिंह, चंद्र प्रकाश बोसती, सुनीता अरडाना, जिला कोर्डिनेटर राजेश वैद, रेनू कल्याणी, दीपक कुमार, हरियाणा सफाई कर्मचारी संघ के अध्यक्ष सीता राम वाल्मीकि, राजेन्द्र मुनक, पूर्व जिलाध्यक्ष जगमोहन आनंद, अशोक सुखीजा, भाजपा नेता, केशकला एवं कौशल विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष यशपाल ठाकुर, भाजपा एससी मोर्चा के प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य जयपाल वाल्मीकि व जिलाध्यक्ष कृष्ण भुक्कल, जिला महामंत्री नवदीप चावरियां सहित हजारों की संख्या में सफाई मित्र उपस्थित रहे। Post navigation भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने रोहतक में किसानों पर हुए लाठीचार्ज को बताया निंदनीय कोविड-19 : सरकार ने राज्य में एसओपीएस/दिशा-निर्देश जारी ……5 अप्रैल से प्रदेश में लागू होगी