जोड़ी गांव में पटौदी-गुरूग्राम मुख्य मार्ग 4 घंटे  किया जाम.
गुस्साई महिलाओं का आरोप नहर का पानी नहीं आ रहा रास.
गांव में बने ट्यूबवल से ही सुबह शाम 2-2 घंटे पानी की मांग

फतह सिंह उजाला

पटौदी । शुक्रवार को पटौदी क्षेत्र के गांव जोड़ी और जोड़ी खुर्द की महिलाओं सहित ग्रामीणों का सब्र का बांध टूट गया और स्वच्छ और शुद्ध पेयजल की मांग को लेकर गुस्साई महिलाओं ने पटौदी-गुरूग्राम मुख्य मार्ग को जोड़ी गांव में ही करीब 4 घंटे तक जाम किए रखा ।

महिलाओं द्वारा सड़क पर धरना देकर बैठने से पटौदी और गुरुग्राम दोनों तरफ वाहनों की लंबी लाइनें लग गई । महिलाओं द्वारा सड़क मार्ग जाम किए जाने की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए । गुस्साई महिलाओं का आरोप है कि जब से गांव में नहर के पानी की आपूर्ति शुरू हुई है , नहरी पानी की गुणवत्ता को लेकर हर आदमी परेशान हो रहा है । महिलाओं ने मौके पर पहुंचे विभाग के अधिकारी को नहरी पानी से भरी बोतल देते हुए कहा कि इसे सूंघ देखो और बताओ क्या ऐसा पानी कोई इंसान पी सकता है ? जैसे ही अधिकारी ने बोतल में भरे पानी को सूंघा तो अधिकारी भी कोई भ् संतुष्ट जवाब महिलाओं को नहीं दे सके ।

इस दौरान मौके पर पटोदी थाना एसएचओ दीपक संधू , पटौदी के नायब तहसीलदार प्रदीप पाहवा व अन्य अधिकारी भी पहुंच गए। जैसे तैसे महिलाओं को मनाने के तमाम प्रयास नाकाम रहे और महिलाएं एक ही मांग को लेकर सड़क पर बैठी रही जब तक गांव में ट्यूबवल का पानी आपूर्ति नहीं किया जाएगा तब तक वह सड़क से नहीं हटने वाली है । इस मौके पर विभाग के अधिकारी ने सरकार की पेयजल आपूर्ति योजनाओं के बारे में बताते हुए महिलाओं का गुस्सा शांत करने का प्रयास किया, लेकिन नाकाम रहे। सुशीला, सुशीला देवी ,रामावती, पूनम सहित अन्य महिलाओं ने आरोप लगाया कि नहरी पानी के कारण नहाना-धोना तक संभव नहीं रह गया है । नहरी पानी इतना गंदा और बदबूदार है कि इस पानी की वजह से गांव में लोगों के बीच शरीर पर चरम रोग के साथ-साथ खुजली की भी शिकायत बनी हुई है। यह पानी खेतों में ही सप्लाई किया जाना चाहिये, घरों में नहीं। मौके पर पहुंचे पटौदी के नायब तहसीलदार प्रदीप पाहवा, ,थाना प्रभारी दीपक कुमार व जन स्वास्थ्य एवं अभियांित्रीकी विभाग के अधिकारियों के आश्वासन पर जाम खोला और साथ ही चेतावनी भी दे डाली की जल्द समस्या का समाधान नहीं किया गया तो फिर से रोड जाम करने के लिए मजबूर हो सकती है।

आशा, कौशल्या, सुशीला, दीपिका, रितेष, चिमन, सुनीता, राधा, निर्मला, राजबाला, प्रियंका, गीता आदि ने बताया कि एक तरफ तो देश के प्रधानमंत्री व प्रदेश के मुख्यमंत्री हर घर नल अभियान के तहत 2022 तक पेयजल सुविधा उपलब्ध कराने का ऐलान करते है, वहीं जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारी सरकार की योजनाओं को प्लाफ करने में तुले हुए है। उन्होंने बताया कि उनके गांव में पानी की सप्लाई के लिए चार वाटर सप्लाई केंद्र बने हुए है। जब से गांव को नहरी पानी से पीने के पानी की सप्लाई की जा रही है। तभी से गांव में गंदा और बदबूदार पानी सप्लाई किया जा रहा है। इस समस्या को लेकर सम्बंधित विभाग के जेई, एक्सईएन को भी सुचित किया जा चुका है। लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं की। मजबूरी में उन्हे यह कदम उठाना पडा है। गंदे पानी की सप्लाई से गांव में बीमारी फैलने का खतरा बना हुआ है। वहीं विभाग द्वारा करीब साढे तीन सौ फीट लम्बी पाईप लाईन अभी तक नहीं बदली है।

मौके पर पहुंचे नायब तहसीलदार प्रदीप पहावा ने ग्रामणो को आश्वासन दिया कि जल्द ही गांव के सप्लाई के लिए बनाये गए टैंकर की सफाई की जाएगी और समय समय पर यह प्रक्रिया जारी रहेगी और साढे तीन सौ फीट एरिया में भी पई पाइप लाइन डाल दी जाएगी। ताकि ग्रामीणों को स्वच्छ और पर्याप्त पेयजल मिलने में कोई बाधा का सामना ना करना पडे। 

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