किसान परिवारों को सहायता या नौकरी तो दूर, शहीदों को श्रद्धाजंलि तक देने को तैयार नहीं सरकार- दीपेंद्र हुड्डा
चंद धनकुबरों के हाथों का खिलौना बनकर रह गई है सरकार- दीपेंद्र हुड्डा
आम आदमी की जेब हुई खाली, चंद धनाढ्यों की संपत्ति में 10 लाख करोड़ का हुआ इजाफा- दीपेंद्र हुड्डा

31 मार्च, रोहतकः राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा का कहना है कि संसद के बजट सत्र के दौरान सरकार का रवैया पूरी तरह दुर्भाग्यपूर्ण रहा। इस सत्र में सरकार का गरीब, किसान और मजदूर विरोधी चेहरा सबके सामने आ गया। उन्होंने बार-बार सदन में सरकार से किसानों के प्रति संवेदनशील रुख अपनाने की अपील की। लेकिन सरकार हठधर्मिता और घंमड त्यागने को तैयार नहीं हुई। सांसद दीपेंद्र आज रोहतक स्थित आवास पर पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे।

यहां किसानों के मुद्दे पर पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने सरकार की नीतियों पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार में नीति निर्धारण करते हुए सिर्फ धनाढ्य लोगों का लाभ देखा जाता है और किसान व मजदूरों के साथ सौतेला व्यवहार किया जाता है। आज गरीब, किसान और मजदूर की इस कद्र उपेक्षा की जा रही है कि मानो वो देश के नागरिक ही नहीं हैं। सरकार चंद धनकुबेरों के हाथों का खिलौना बनकर रह गई है। इसीलिए महामारी और मंदी के इस दौर में जहां आम आदमी की जेब खाली हुई है, वहीं चंद धनाढ्यों की संपत्ति में 10 लाख करोड़ इजाफा हुआ है। उन्होंने सदन में बताया कि आज भारत में गरीब-अमीर में अंतर दुनिया में सबसे ज्यादा हो गया है। आज सबसे अमीर 1% लोगों के पास देश की संपत्ति का 42% है, जबकि सबसे गरीब 50% के पास 3% से भी कम है। असमानता बढ़ने का मुख्य कारण सरकार की आर्थिक नीतियों की दिशाएं हैं। सरकार कॉर्पोरेट टैक्स घटा रही है और गरीबों पर टैक्स लगाकर उनकी जेब से पैसा निकाल रही है।

राज्यसभा सांसद ने कहा कि उन्होंने बजट सत्र के दौरान बार-बार सरकार का ध्यान आंदोलनरत किसान और मजदूरों की तरफ खींचने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि किसानियत नहीं तो इंसानियत के नाते वो आंदोलन पर विचार करे। उन्होंने आंदोलन के दौरान शहीद हुए किसानों को श्रद्धांजलि और परिवारों को नौकरी व आर्थिक मदद देने की मांग उठाई। लेकिन किसान परिवारों को आर्थिक सहायता या नौकरी तो दूर, सरकार शहीदों को श्रद्धाजंलि तक देने के लिए तैयार नहीं थी।

इससे पहले दीपेंद्र हुड्डा ने आज खिड़वाली गांव में पंचायत द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत की। यहां उन्होंने खेल प्रतियोगिताओं के विजेता खिलाड़ियों को सम्मानित किया। उन्होंने सभी खिलाड़ियों को उनकी उपलब्धियों के लिए बधाई और भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी। इस मौके पर सांसद ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा सरकार के कार्यकाल की सराहना करते हुए कहा कि वो खिलाड़ियों के लिए स्वर्णिम युग था। हुड्डा कार्यकाल में खिलाड़ियों को पद, पैसा और प्रतिष्ठा तीनों मिले लेकिन बीजेपी सरकार में उन्हें सिर्फ प्रताड़ना और तिरस्कार मिला। यही वजह है कि पूरी दुनिया में देश का नाम रौशन करने वाले प्रदेश के खिलाड़ियों में आज रोष है। लेकिन दीपेंद्र हुड्डा ने कार्यक्रम में मौजूद खिलाड़ियों और गांववालों को भरोसा दिलाया कि जैसे ही प्रदेश की सरकार बदलेगी, वैसे ही खिलाड़ियों का स्वर्णिम युग फिर से शुरू होगा।

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