पहली घटना जाटोली क्षेत्र की दूसरी घटनां जोनियावास गांव की. दमकल विभाग और ग्रामीणों ने जैसे तैसे आग पर पाया काबू. किसानों का गेहूं की पकी फसल जलने से लाखों का नुकसान फतह सिंह उजालापटौदी । होलिका दहन के मौके पर किसान सबसे पहले अपनी गेहूं और जौं की फसल बेचने से पहले शगुन के तौर पर फसल की कुछ बालें शगुन के तौर होलिका की आग में सेंकते हैं । लेकिन इसके बाद मंगल किसानों के लिए अमंगल बन गया । मंगलवार को अलग-अलग घटनाओं में 11 एकड़ में खड़ी, पकी गेहूं की फसल आग में जलकर राख में तब्दील हो गई । 1 अप्रैल से गेहूं की सरकारी खरीद विभिन्न सरकारी एजेंसियों के द्वारा की जानी है कि उससे पहले ही किसानों की वर्ष भर की मेहनत देखते ही देखते आग के कारण राख में बदल कर वापस खेत में ही बिखर गई । पटौदी विधानसभा क्षेत्र के हेलीमंडी इलाके में जाटौली वार्ड 12 में रेलवे लाइन के साथ ही साढ़े 5 एकड़ में मंगलवार को अचानक गेहूं की पकी और तैयार फसल में आग लग गई । आरंभिक तौर पर आग लगने का कारण ढीली – ढाली बिजली तारों में स्पार्किंग से एक फूटी चिंगारी को बताया जा रहा है । राजेश रानी पत्नी महावीर के द्वारा दमकल विभाग को बताया गया है कि अज्ञात कारणों से साढ़े 5 एकड़ में आग लग गई । तेज हवा और उफनते पारे के बीच में आग बेकाबू हो गई और तेजी से फसल को अपनी चपेट में ले लिया । सूचना मिलते ही दमकल विभाग की गाड़ी-कर्मचारी मौके पर पहुंचे और दमकल विभाग के कर्मचारियों के साथ-साथ स्थानीय निवासियों और युवाओं के द्वारा भी गेहूं की फसल में सुलगती आग को जैसे तैसे बुझाने का प्रयास किया गया । लेकिन तब तक अधिकांश गेहूं की फसल राख में तब्दील होकर गेहूं के जले दाने वापिस खेत में ही बिखर चुके थे । वहीं दूसरी घटना में गांव जोनियावास में अज्ञात कारणों से दो किसानों की करीब 6 एकड़ भूमि पर उगी गेंहू की फसल, फुव्वारे के 80 पाइप जल कर राख हो गए। दमकल विभाग की गाड़ी व कर्मवारी पहुंचने से पूर्व ही ग्रामीणों ने पानी व ट्रैक्टर चला कर आग पर घंटों की मशक्कत के बाद काबू पा लिया। आगजनी से किसानों को करीब 4 लाख रुपए का नुक्सान बताया जा रहा है। सरपंच गोविंद यादव फाजिलपुर ने बताया कि गांव जोनियावास में गेंहू की खडी फसल में अज्ञात कारणों से आग लग गई। आग ने भंयकर रुप धारण कर लिया। इससे पहले की आग अन्य खेतों में खडी फसल को अपने चपेट में लेती, इससे पहले किसानों व ग्रामीणों ने ट्रैक्टर चला कर और पानी डाल कर आग पर काबू पा लिया। आगजनी के कारण खेत में लगे फव्वारे के करीब 80 पाइप भी जल गए। आगजनी से महेश पुत्र जगदीश की चार एकड, दो एकड रमेश लम्बरदार की फसल नष्ट हो गई है। किसानों का कहना है कि आगजनी किसी कारण से हुई इस बात का अभी तक खुलासा नहीं हुआ है। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर जांच शुरु कर दी है। Post navigation पलक झपकते ही अजय ने रवि को पटक जीते एक लाख डबल मर्डर की गुत्थी सुलझी, एक आरोपी गिरफ्तार