भिवानी/मुकेश वत्स

 प्रतिभागिता को देखते हुए प्रदेश सरकार को भिवानी में खेल विश्विद्यालय की स्थापित करने की घोषणा करनी चाहिए। इसके लिए भिवानी व दादरी जिले के जन प्रतिनिधियों को भी विधानसभा में आवाज उठानी चाहिए। यह मांग युवा कल्याण संगठन के संरक्षक कमल सिंह प्रधान ने उपायुक्त जयबीर सिंह आर्य के माध्यम से मुख्यमंत्री को दिए ज्ञापन में उठाई। इसके लिए युवा कल्याण संगठन ने हस्ताक्षर अभियान भी चलाया हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री को दिए ज्ञापन में युवा कल्याण संगठन ने मांग की कि भिवानी व दादरी जिले के खिलाडिय़ों ने दुनिया में भारत का नाम रोशन किया है ऐसे में भिवानी में खेल विश्विद्यालय का गठन आवश्यक है।

उपायुक्त को ज्ञापन सौंपने के पश्चात कमल प्रधान ने बताया कि द्रोणाचार्य अवार्डी बॉक्सिंग कोच जगदीश सिंह के साथ सरकार से मांग की है कि देश को एक हजार से ज्यादा अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी, 15 ओलंपियन, 24 अर्जुन अवार्डी, 26 भीम अवार्डी और 3 द्रोणाचार्य अवार्डी देने वाले भिवानी व दादरी जिले में खेलो को और ज्यादा बढ़ावा देने के लिए खेल विश्विद्यालय की स्थापना अबिलंब की जाए। कमल प्रधान ने कहा कि पिछले चार ओलंपिक खेलों में मुख्य रूप से बॉक्सिंग और कुश्ती सहित अन्य खेलों में भिवानी व दादरी जिले के खिलाडिय़ों की बढ़ती प्रतिभागिता के बावजूद भिवानी में खेल विश्वविद्यालय का न होना ना सिर्फ प्रदेश सरकार के लिए शर्म की बात है, अपितु यह दोनो जिलों की खेल प्रतिभाओं के साथ भी बहुत बड़ा विश्वासघात है।

इस अवसर पर द्रोणाचार्य अवार्डी बॉक्सिंग कोच जगदीश सिंह ने कहा कि चाहे ओलिंपिक खेल हो या एशियन, कॉमनवेल्थ हो या वल्र्ड चैंपियनशिप, खेल महाकुंभ हो या राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता भिवानी जिले के खिलाडिय़ों ने फुटबॉल, हॉकी, क्रिकेट, वॉलीबाल, हैंडबॉल, कबड्डी जैसे टीम गेम ही नहीं, बल्कि बॉक्सिंग, कुश्ती, जुडो, बैडमिंटन, आर्चरी, शूटिंग जैसे व्यक्तिगत खेलो में भी अपनी धाक जमाई है। ऐसे में भिवानी जिले में कोई खेल विश्वविद्यालय का ना होना हैरानी का विषय है।

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