जिला में 20 जगह रोड़ जाम कर कृषि कानूनों के खिलाफ जताया रोष, भारत बंद को लेकर किसानों ने कितलाना टोल पर लगाया जाम भिवानी/धामु संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर भारत बंद का भिवानी शहर में असर दिखाई नहीं दिया। लेकिन शहर के बाहर गांवों में सडक़ों पर किसानों ने जाम लगाया। सुबह सात बजे से संयुक्त किसान मोर्चा के नेता एवं कार्यकर्ता बाजार में पैदल मार्च निकालकर दुकानदारों से शांतिपूर्वक अपील करते हुए बंद का समर्थन करने की अपील की। दुकानदारों ने भी बाजार बंद करने में सहयोग दिया। इस मौके पर बलबीर सिंह बजाड़, मास्टर राजसिंह, ठाकुर अमर सिंह, कामरेड ओमप्रकाश, कमल प्रधान, गंगाराम श्योराण, शीशराम चेयरमैन, हरीसिंह सांगवान, परमजीत मड्डू, बलवान पार्षद, रविंद्र खरे, अमित वाल्मिकी, दलजीत तालु, दलबीर उमरा, रामफल देशवाल, दिलबाग ढुल, देशमुख दादरवाल, देवराज महता प्रमुख रूप से मौजूद रहे। भिवानी जिले के गांव मुंढ़ाल में संयुक्त किसान मोर्चा के आह्ववान पर नेशनल हाईवे एनएच-9 को बंद किया गया तथा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। गांव मुंढ़ाल में रोड़ जाम का नेतृत्व कर रहे किसान नेता जोगेंद्र तालु ने कहा कि जब तक कृषि से जुड़े तीनों काले कानून वापिस नही होंगे, किसानों का आंदोलन यू ही जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि पिछले चार माह से लगातार किसान धरने पर बैठे तीन कृषि कानूनों को रद्द किए जाने की मांग कर रहे है, लेकिन सरकार अपनी हठधर्मिता को छोडऩे को तैयार नहीं है। गांव प्रेमनगर में 86 दिन से मेडिकल कॉलेज का निर्माण गांव प्रेमनगर में पूरा करवाने तथा सीबीएलयू में नौकरियों व शैक्षणिक सीटों पर आरक्षण लागू करवाने की लड़ाई लड़ रहे गांव प्रेमनगर वासियों ने धरना स्थल सीबीएलयू के सामने भिवानी-हांसी मार्ग को 6 बजे बंद कर दिया। इस बंद में आम जन को तकलीफ न हो इसके लिए किसी भी एंबूलेंस एवं बीमार व्यक्ति के वाहनों को नहीं रोका। भिवानी जिला में 20 जगह रोड़ जाम कर केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ किसान, मजदूर, व्यापारी, कर्मचारियों ने रोष प्रकट किया और भिवानी में कालुवास रेलवे ट्रैक को जाम किया। इस मौके पर अनेक संगठनों के पदाधिकारी, संयुक्त मोर्चा महिला उपस्थित रही। सभी वक्ताओं ने एक स्वर में कहा कि जब तक तीनों कृषि कानून वापिस नहीं होते और एमएसपी सी-टू लागू नहीं होती, तब तक किसान टस से मस नहीं होंगे तथा किसान आंदोलन जारी रहेगा। किसानों ने भारतीय किसान यूनियन के जिला प्रधान राकेश आर्य नीमड़ीवाली के नेतृत्व में कितलाना टोल पर जाम लगाया। उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुए राकेश आर्य ने कहा कि जब तक सरकार तीनों काले कानूनों को वापस नहीं ले लेती और एमएसपी पर कानून नहीं बना देती तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने शीघ्र से शीघ्र इन तीन काले कानूनों को वापस नहीं लिया संयुक्त किसान मोर्चा विचार विमर्श करके आगामी बड़ा आंदोलन करने पर मजबूर होगा। उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि तीनों कानूनों को वापस ले। Post navigation सैकेण्डरी व सीनियर सैकेण्डरी वार्षिक परीक्षा-2021 की तैयारी के लिए सैम्पल प्रश्र-पत्र उपलब्ध राजकीय महाविद्यालय में शुभावी के नाम से बनेगी 1100 पेड़ की वाटिका