4 अप्रैल को करनाल में सफाई मित्र उत्थान सम्मेलन का आयोजन पंचकूला, 25 मार्च- हरियाणा सफाई कर्मचारी आयोग के चेयरमैन कृष्ण कुमार ने बताया कि सीवर की साफ-सफाई के दौरान होने वाली मृत्यु के मामलों पर अंकुश लगाने के लिये सेंसर आधारित दो पायलट प्रोजेक्ट रेवाड़ी व गुरुग्राम में शुरू किये गये है। इन दो पायलट परियोजनाओं की सफलता को देखते हुए इन्हें प्रदेश के दूसरे जिलों में भी चरणबद्ध तरीके से लागू किया जायेगा। कृष्ण कुमार ने गुरूवार को सेक्टर-4 स्थित कार्यालय में विशेष बातचीत में बताया कि हरियाणा देश का पहला राज्य है जहां सीवर कर्मीयों की सुरक्षा के लिये इस प्रकार के आधुनिक निवारक उपाय लागू किये गये है। उन्होंने बताया कि आयोग द्वारा आगामी 4 अप्रैल को करनाल में सफाई मित्र उत्थान सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें मुख्यमंत्री मनोहर लाल मुख्यातिथि होंगे। उन्होंने बताया कि सम्मेलन के दौरान मुख्यमंत्री रेवाड़ी व गुरुग्राम में पायलट आधार पर शुरू किये गये दो प्रोजेक्ट का विधिवत शुभारंभ करेंगे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के समक्ष इन दो प्रोजेक्ट का डेमो भी प्रस्तुत किया जायेगा और उपस्थित सफाई कर्मचारियों को इसकी जानकारी उपलब्ध करवाई जायेगी। उन्होंने कहा कि सीवर में मिथेन जैसी जहरीली गैस होती है और सफाई के दौरान सीवर कर्मियों के शरीर में प्रवेश कर फेफडों को संक्रमित कर देती है। उन्होंने बताया कि पिछले 25 वर्षों में सफाई के दौरान 117 सीवर कर्मियों की मृत्यु हुई जबकि इस वर्ष पांच सीवरमैन ने सफाई के दौरान अपनी जान गवाई। उन्होंने कहा कि सीवर की साफ सफाई के दौरान मृत्यु होने पर ऐसे सीवरकर्मियों के परिवारों को 10 लाख रुपये की राशि मुआवजे के रूप में दी जाती है। कृष्ण कुमार ने बताया कि इन परियोजनाओं के अंतर्गत रेवाड़ी में आठ व गुरुग्राम में चार सेंसर लगाये गये है। उन्होंने बताया कि इन सेंसर के माध्यम से सीवर की एक निर्धारित सीमा के बाद ओवरफ्लो होते ही संदेश संबंधित जेई व एसडीओ को व्हट्सअप, टैक्सट मैसेज और ई-मेल के द्वारा पंहुचेगा। इसके उपरांत उस क्षेत्र के सीवरमैन को इसकी जानकारी उपलब्ध करवाई जायेगी जो तुरंत मौके पर पंहुचकर सीवर की सफाई करेगा। उन्होंने कहा कि इस प्रणाली का फायदा यह होगा की सीवरमैन को सफाई के लिये सीवर के अंदर प्रवेश करने की जरूरत नहीं होगी। उन्होंने बताया कि इस तकनीक के माध्यम से सीवर के ओवरफ्लो की जानकारी कहीं पर भी बैठकर डेसबोर्ड के माध्यम से देखी जा सकती है। कृष्ण कुमार ने बताया कि अगले चरण में आयोग द्वारा सफाई कर्मियों को पोर्टेबल जैटिंग व सक्शन मशीन उपलब्ध करवाने के प्रयास किये जा रहे है। इस अवसर पर हरियाणा सफाई कर्मचारी आयोग के सचिव अनिल नागर व आयोग के मेंबर नामत: रामफल लोट व आजाद सिंह भी उपस्थित थे। Post navigation पर्यवेक्षक ज्योति खंडेलवाल व सह पर्यवेक्षक तेजिंदर मक्कड़ ने की कार्यकर्ताओ से भेंट एचईआरसी में हुआ होली मिलन सामरोह का आयोजन