चंडीगढ़, 25 मार्च। राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन ने किसानों संगठनों द्वारा बुलाएं गए 26 मार्च के भारत बंद का समर्थन किया है। प्रैस के माध्यम से जानकारी देते हुए संगठन के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष अशोक बुवानीवाला ने बताया कि राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन आंदोलन की शुरूआत से ही किसानों के साथ खड़ा है आगे भी रहेगा। उन्होंने कहा कि तीन महीने से भी अधिक अवधि से लाखों किसान अपना घर छोडकÞर दिल्ली के बार्डर पर डटे हुए है जिनमें 300 से ’यादा किसान शहीद हो चुके हैं। इन सबके बावजूद सरकार अपने अंसवेदनशील रवैये पर अड़ी हुई है। बुवानीवाला ने कहा कि सरकार की इस हठधर्मिता की वजह से अब उद्योग एवं व्यापार जगत भी बुरी तरह प्रभावित हो रहें है। उद्योगों को न तो कच्चा माल मिल पा रहा है और ना ही तैयार माल बाहर जा पा रहा है। बेरोजगारी और महंगाई पहले से कहर बरपा रही है। व्यापारियों को कोई सहूलियत सरकार नहीं दे पा रही है। जबरन टैक्स वसूली से इंस्पैक्टरी राज को बढ़ावा दिया जा रहा है। मंडिया ठप्प होने की वजह से आढ़ती वर्ग भूखा मरने की कगार पर है। बुवानीवाला ने बताया कि संगठन के ओर से अपनी प्रदेश इकाईयों को भारत बंद में शामिल होने का संदेश दे दिया है और संगठन के पदाधिकारी अपने-अपने क्षेत्रानुसार इस बंद को सफल बनाने के लिए पूरी तरह तैयार है। व्यापारी नेता ने कहा कि ये बिल सिर्फ किसान ही नहीं बल्कि आढ़ती, छोटे व्यापारी और मजदूरों को भी बर्बाद कर देगा। मंडिया चरमरा जाएंगी और किसान अपने ही खेत के मजदूर बन जाएंगे। किसान और आढ़तीयों के हित बाजार के हवाले हो जाएंगे। बुवानीवाला ने कहा कि इन काले कानूनों में न तो किसान, न ही मजदूर और न ही आढ़तियों के अधिकारों को कोई संरक्षण दिया गया है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार खरीद और न्यूनतम समर्थन मूल्य दोनों खत्म हो गए तो गरीबों के लिए राशन की दुकान पर मिलने वाला अन्न भी खत्म हो जाएगा। Post navigation सैकेण्डरी व सीनियर सैकेण्डरी वार्षिक परीक्षा-2021 की तैयारी के लिए सैम्पल प्रश्र-पत्र उपलब्ध हरियाणा सरकार की लोकप्रियता तय करेगा भारत बंद