Haryana Chief Minister Mr. Manohar Lal addressing Digital Press Conference regarding preparedness to tackle Covid-19 in the State at Chandigarh on March 23, 2020.
शुक्रवार 26 मार्च को बुलाये गए भारत बंद के आहवान पर समस्त हरियाणा को पूर्णतया बंद रखने का आग्रह – विद्रोही

रेवाडी, 25 मार्च 2021 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रवक्ता वेदप्रकाश ने प्रदेश के आमजनों से तीन काले कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलनरत किसानों के लिए शुक्रवार 26 मार्च को बुलाये गए भारत बंद के आहवान पर समस्त हरियाणा को पूर्णतया बंद रखने का आग्रह किया। विद्रोही ने कहा कि किसान आंदोलन में सवा तीन सौ से ज्यादा किसानों की मौत होने व 128 दिनों तक दिल्ली में लगातार धरना आयोजित करने के बाद भी मोदी सरकार न किसानों से वार्ता करने को तैयार है और न ही काले कृषि कानूनों से पीछे हटना चाहती है। सरकार का हठधर्मीपूर्ण किसान विरोधी रवैये के खिलाफ 26 मार्च का भारत बंद एक रोष प्रदर्शन है। जो अन्नदाता देश के 138 करोड़ लोगों की पेट की भाग बुझाता है, उसका पूरा जीवन, खेती, भविष्य घोर संकट में है। ऐसी स्थिति में हर नागरिक का यह धर्म है कि वह अन्नदाता किसान का कर्ज उतारने उसके संघर्ष में साथ दे।

विद्रोही ने दक्षिणी हरियाणा के रेवाडी, महेन्द्रगढ, गुरूग्राम जिले के आमजनों से विशेष आग्रह किया कि वे सरकार भक्ति छोडकर अपनी रीढ पर खड़े होकर अन्नदाता किसान का साथ दे। दक्षिणी हरियाणा के आमजनों को गंभीरता से विचारना चाहिए कि दो लोकसभा व दो विधानसभा आम चुनावों में भाजपा का साथ देने पर आखिरकार उन्हे मिला क्या है? अक्टूबर 2019 विधानसभा चुनाव में भाजपा को इस क्षेत्र से एकतरफा समर्थन देकर दोबारा से हरियाणा में भाजपा सरकार बनाने का रास्ता साफ करने के बाद भी दक्षिणी हरियाणा को उपेक्षा व सौतेलेपन के अलावा कुछ नही मिला। 

विद्रोही ने कहा कि सरकारी भक्ति दिखाकर और हर मामले में संघी लाईन टो करके अहीरवाल के लोग अपने को खुद कमजोरे साबित करके अपने लिए गड्डा खोद रहे है। कृषि बाहुल्य अहीरवाल क्षेत्र ही यदि किसानों का साथ नही देगा तो फिर स्वयं उनका भविष्य कैसा होगा, यह बताने की जरूरत नही। विद्रोही ने कहा कि 26 मार्च को किसान के भारत बंद के से घबराये व डरे मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर भाजपा कार्यकर्ताओं को किसान व आमजन बताकर उनसे मिलकर जिस तरह शुक्रवार को मीडिया में प्रायोजित बयान जारी करके अपने को मिलनसार, भावुक, आमजन की सुनने वाला मुख्यमंत्री प्रचारित करवाया है।

यदि मुख्यमंत्री सच में ही ऐसे है तो किसानों के प्रति उनकी घृणित सोच क्यों है? वहीं यदि मुख्यमंत्री इतनी सहजता व पारदर्शिता से लोगों की शिकायते सुनकर समाधान करते है तो गुरूग्राम जिले के लोक शिकायत समिति के अध्यक्ष के नाते बैठकों में पत्रकारों को घुसने क्यों नही देते व आमजनों की शिकायतों का तुरन्त समाधान करके लोगों को तंग करने वाले अफसरों पर कार्यवाही करने की बजाय लीपापोती करके हर मामले को क्यों दबाते है। ऐसी स्थिति में विद्रोही ने अपील की कि अहंकारी मोदी-भाजपा सरकार व बडबौली, जातिवादी खट्टर सरकार को सबक सिखाने किसानों द्वारा आयोजित भारत बंद को हरियाणा में पूर्णतया सफल बनाएं। 

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