नगर निगम कमिश्नर श्री विनय प्रताप सिंह के निर्देशों की कड़ाई से पालना कराने के लिए जॉइंट कमिश्नर जितेंद्र गर्ग साहब ने आज गुरुग्राम सदर बाजार के व्यापारी सँगठनों के प्रतिनिधियों से मुलाकात कर उन्हें बताया कि ब्रहस्पतिवार से दुकानों को सीलिंग करने की कार्यवाही अमल में लाई जाएगी , व्यापारियों को आगाह करते हुए चेताया कि दुकानों के अंदर ही रखें अपने सामान को अन्यथा भारी जुर्माने का भुगतान करना पड़ सकता है तथा जिनके फोटोज लिए जा चुके हैं उनके यहाँ सीलिंग का कार्य कल से शुरू हो जाएगा !

व्यापारी अपने वाहन अज्ञात स्थानों पर खड़े करके आएं अर्थात बाजार में लाने पर पाबंदी वाला फरमान सुनाते हुए कहा कि वाहन जब्ती के साथ जुर्माना भी लगेगा हालाँकि ग्राहकों के लिए आंशिक अनुमति होगी – मगर सवाल यह है कि जब बाजार की चहुओर से किलेबंदी कर दी गई है तो फिर ग्राहक भी कैसे आ पाएगा और ग्राहक ऐसे पचड़े में क्यों पड़ना चाहेगा फिर यदि ग्राहक ने ही दूरी बना ली तो बाजार में बैठा व्यापारी का व्यवसाय प्रभावित होगा और जब काम ही नहीं होगा तो क्या वह केवल सौन्दर्यीकरण निधि से सुंदर दिखने वाले बाजार को क्या चाटने जाएगा अथवा निगम अधिकारियों की कार्यकुशलता का नमूना देखने को बैठेगा ?

व्यापारियों ने आज सोचा कि सयुक्त आयुक्त उनपर लगे अनचाहे प्रतिबंधों से उन्हें मुक्ति दिलाने के लिए बैठक में बुला रहे हैं मगर उनकी बातों को अनसुना कर निगम द्वारा पारित आदेशों को ही सुनाकर चले गए जिससे व्यापारियों में भय व्याप्त हो गया है और भविष्य में अपने व्यापार की स्तिथियों व कर्मचारियों की तन्ख्वाएँ , दुकान के खर्चो व पड़ने वाले जुर्मानों की मार से और अपनी आर्थिक स्थिति को लेकर चिंताग्रस्त हो गए हैं , दुकानदारों का मानना है कि वह सौन्दर्यकरण के नाम पर थोपें जा रहे नित-नए नियमों पर ध्यान दें या अपने व्यापार पर ?

बड़ी असमंजस की स्तिथि पैदा हो गई और उनकी सुनने वाला कोई नहीं , मौजूदा विधायक श्री सुधीर सिंगला जी के सगे भाइयों की भी दुकानें सदर बाजार में हैं समूचे बाजार ने उन्हें वोट देकर विधायक बनाया था मगर उनका मौन धारण करना व्यापारियों के गले नहीं उतर रहा है ।
कोरोनाकॉल में लगे लोकडाउन की मार से चौपट हुए व्यापार की चिंता को लेकर स्थानीय सांसद श्री राव इंद्रजीत सिंह जी से भी व्यापारियों ने मिल अपनी समस्याओं को रखा जिसके विषय में अपनी अनभिज्ञता जताते हुए प्रतिउत्तर में उन्होंने कहा कि वह खुद नगर निगम कमिश्नर से मिलेंगे जब्कि सुनने में आया है कि कमिश्नर साहब वहीं मौजूद थे और तो और गुरुग्राम शहर के विधायक और मेयर साहिबा श्रीमती मधु आज़ाद जी सहित तमाम सरकारी अमला वहां मौजूद थे तो प्रश्न यह है कि जब गुरुग्राम की समूची सरकार भगवान पार्श्वनाथ जी के नाम से शुरू किए गए धर्मार्थ चिकित्साल्य के शुभारंभ के अवसर पर मौजूद सभागार में बैठी थी तो किस्से बात करने जाने की आवश्यकता पड़ गई सांसद साहब को ?

बकौल तरविंदर सैनी (माईकल ) विधानसभा उम्मीदवार गुरुग्राम नगर निगम गुरुग्राम ही नहीं बल्कि सांसद साहब विधायक जी , मेयर साहिबा और निगम कमिश्नर विनय प्रताप सिंह साहब तथा समूची भाजपा सरकार मिलकर गुरुग्राम सदर बाजार के व्यापार और व्यापारियों को खत्म करना चाहकर ऑनलाइन मार्केटिंग को बढ़ावा देना चाहती है !

यह सरकार व्यापारी, श्रमिक, किसान ,मजदूर ,गरीब लोगों की दुश्मन है , सरकार चाहती है कि यह सभी वर्ग उसकी दया पर निर्भरता दिखाएँ इससे अधिक कुछ पसंद नहीं ईस गूँगी-बहरी और अहंकारी सरकार को ,जरा भी दया धर्म और शर्म नहीं इनकी आँखों में और जिसप्रकार जुर्मानों का भय दिखाकर व्यापारियों की आवाज को दबाने का काम किया जा रहा है बाजार के सौंदर्यीकरण के नाम पर , मानों किसी की योजना को सफल बनाने के लिए ईन सब ने कोई समझौता कर रखा हो , मगर याद रखें ये नेतागण कि गुरुग्राम की जनता सब देख रही है शांतिप्रिय है मगर मूर्ख नहीं वक्त आने पर अहंकारवश थोपे गए निर्णयों के जवाब जरूर देगी ।

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