गुरुग्राम, 24 मार्च। केंद्रीय सड़क परिवहन तथा राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गड़करी द्वारा अगले एक साल में पूरे देश से टोल नाके हटाए जाने के बारे में लोकसभा में दिए गए आश्वासन के बाद आज भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अधिकारियों ने बताया कि इस कार्य के लिए पहले दिल्ली-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-48) तथा द्वारका एक्सपै्रस वे को लिया जाएगा और ये सड़के पहले टोल नाको से मुक्त होंगी। 

एनएचएआई के अधिकारियों ने यह बात गुरूग्राम के उपायुक्त डा. यश गर्ग की अध्यक्षता में लघु सचिवालय के प्रथम तल पर स्थित काॅन्फें्रस हाॅल में आयोजित सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में कही। उन्होंने बताया कि हालांकि गुरूग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) ने एनएच-48 पर खेड़की दौला टोल प्लाजा को शिफट करने के लिए जमीन देने की पेशकश की है, लेकिन केंद्रीय मंत्री श्री नितिन गड़करी के 5 दिन पहले लोकसभा में पूरे देश से टोल नाके एक साल के अंदर हटाने के बारे में दिए गए वक्तव्य के बाद शायद इस टोल प्लाजा को शिफट करने की आवश्यकता ही ना रहे। उन्होंने यह भी बताया कि टोल नाके हटाने का कार्य सबसे पहले एनएच-48 तथा द्वारका एक्सपे्रस-वे पर होगा। श्री गडकरी ने लोकसभा में सदन को आश्वस्त किया था कि पूरे देश से एक साल में टोल नाके हट जाएंगे और ना नाके होंगे, ना कोई वाहनों को रोकेगा लेकिन टोल राशि जीपीएस के माध्यम से वाहन मालिक से ली जाएगी

आज की सड़क सुरक्षा समिति की बैठक मंे गुरूग्राम शहर की सड़को को सुरक्षित बनाने पर विचार विमर्श हुआ जिसमें मुख्य रूप से भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) द्वारा किए जाने वाले सड़क सुधार के कार्यों पर चर्चा हुई। उपायुक्त डा. गर्ग ने कहा कि सड़को से संबंधित बाकि शहर की दिक्कतों को भी अगली बार ऐजेंडे में शामिल किया जाए ताकि सभी सड़को के सुधार पर बैठक मंे चर्चा हो सके। 

बैठक में बताया गया कि गुरूग्राम शहर में अतुल कटारिया चैक से लेकर शीतला माता रोड़ होते हुए रेजांगला चैक तक की लगभग सवा सात किलोमीटर लंबाई की सड़क को माॅडल रोड़ के रूप में विकसित किया जाएगा। यह कार्य गुरूग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) करेगा। इसकी विस्तृत परियोजना रिपोर्ट अगले डेढ महीने में तैयार होगी। 

एनएचएआई के अधिकारियों ने बैठक में बताया कि एनएच-48 पर गुरूग्राम में शंकर चैक क्षेत्र को दुर्घटनाओं से मुक्त करने का कार्य किया जा रहा है। इस दिशा में एक यू-टर्न फलाईओवर बनकर तैयार हो चुका है जिसका लोकार्पण भी मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने गत हरियाणा दिवस पर कर दिया था। दूसरा यू-टर्न अंडरपास सरहौल टोल प्लाजा के पास बनाया जा रहा है जो 30 अपै्रल तक बनकर तैयार हो जाएगा और यह मई माह के प्रथम सप्ताह में चालू हो जाएगा। उपायुक्त डा. गर्ग ने एनएचएआई के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे गुरूग्राम जिला की सीमा में राष्ट्रीय राजमार्ग पर बने सभी फुटओवर ब्रिज का सदुपयोग सुनिश्चित करें और इसके लिए जो भी कमियां हैं उन्हें दूर किया जाए। एनएचएआई के अधिकारियों ने बताया कि प्राधिकरण ने भारत में अपनी तरह का पहला माॅडल प्रोजेक्ट तैयार किया है। इस प्रोजेक्ट के तहत दिल्ली के धोला कुआं से गुरूग्राम के हीरो होंडा चैक तक जितने भी फुट ओवर ब्रिज बने हुए हैं उनके दोनो तरफ टाॅयलेट बनाए जाएंगे तथा लिफट लगाकर पहली मंजिल पर दुकान का निर्माण होगा ताकि फुटओवर ब्रिज का सही इस्तेमाल हो सके। इस प्रोजेक्ट का अगले दो से तीन महीने में टेंडर होगा और टेंडर छूटने के बाद लगभग 6 महीने में कार्य पूर्ण होगा। 

बैठक में राष्ट्रीय राजमार्ग पर बने जीओ कट तथा सिद्धरावली कट को लेकर भी विचार विमर्श हुआ। एनएचएआई के अधिकारियों ने कहा कि टैªफिक जाम की स्थिति को देखते हुए इन दोनो कटो को बंद करना पडे़गा। लेकिन इससे पहले उपायुक्त डा. गर्ग ने एसडीएम गुरूग्राम जितेंद्र कुमार, टैªफिक पुलिस तथा एनएचएआई अधिकारियों को संयुक्त रूप से निरीक्षण करने के आदेश दिए हैं और उसके बाद ही इसके बारे में निर्णय लिया जाएगा। इसी प्रकार का संयुक्त निरीक्षण पद यात्रियों को हाईवे पार करने की सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए भी किया जाएगा, जिसके लिए अभी एक अपै्रल की तिथि तय की गई है। अधिकारियों की टीम के संयुक्त निरीक्षण के बाद ऐसी व्यवस्था की जाएगी कि पद यात्री आसानी से हाईवे को पार कर सकें। एनएचएआई के अधिकारियों ने यह भी बताया कि बिलासपुर चैक पर फलाईओवर बनाने का प्रस्ताव है तथा वहां पर मूलभूत सड़क इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध करवाने के लिए कंसेशनेयर को आदेश दिए गए हैं। उपायुक्त ने हाईवे पर रोड़ साइनेज ठीक करवाने के भी निर्देश दिए और कहा कि एंबुलेंस उन स्थानों के नजदीक खड़ी की जाएं जहां पर दुर्घटना होने की आशंका ज्यादा रहती है ताकि पीड़ित व्यक्ति को जल्द से जल्द नजदीकि अस्पताल में पहुंचाया जा सके। क्षेत्रीय यातायात प्राधिकरण की सचिव धारणा यादव ने सुझाव दिया कि हाईवे पर दुर्घटना संभावित ब्लैक स्पाॅट की पहचान कर उससे 500 मीटर पहले इस बारे में रोड़ साइनेज लगा दिए जाएं तो वाहन चालक सतर्क हो जाएंगे। प्राधिकरण के अधिकारियों ने ब्लैक स्पाॅट का नवीनतम डाटा सांझा करने का आग्रह किया और विश्वास दिलाया कि उन स्थानों पर दुर्घटनाओं में कमी लाने के अस्थाई उपाय कर दिए जाएंगे। 

बैठक में यह भी बताया गया कि टैªफिक सिगनलांे के सामने जो सीसी टीवी कैमरों के पोल आ रहे थे, उनमें से अधिकांश को हटा दिया गया है और बाकी को हटाने की कार्यवाही चल रही है। ऐसे 25 पोल की पहचान की गई थी जिनमें से 12 पोल जीएमडीए द्वारा हटा दिए गए हैं। 

यह भी बताया गया कि स्कूल बसों तथा अन्य वाहनों पर एंबुलेंस का टेलीफोन नंबर ठीक करके 108 किया जाए क्योंकि अभी भी बहुत से वाहनों पर एंबुलेंस का नंबर  102 प्रदर्शित किया हुआ है। उपायुक्त डा. गर्ग ने निर्देश दिए कि स्कूल बसों के ड्राईवरों तथा कंडक्टरों के बारे में संबंधित एसडीएम अपने-अपने अधिकार क्षेत्र में स्कूल प्रबंधकों के साथ बैठक करें और डाटा एकत्रित करें कि स्कूल बस में बच्चों की सुरक्षा के पूरे इंतजाम सरकार की हिदायत के अनुसार हों, चालक तथा परिचालक पूरी तरह से प्रशिक्षित हों, उनकी बकायदा पुलिस वैरिफिकेशन हो चुकी हो। उन्होंने सड़क सुरक्षा समिति के सदस्यों से भी कहा कि वे हर महीने 5-7 स्कूलों में जाकर इन प्रबंधो को चैक करें। 

आज की बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त प्रशांत पंवार, गुरूग्राम के एसडीएम जितेंद्र कुमार, बादशाहपुर के एसडीएम सतीश यादव, सोहना की एसडीएम डा. चिनार, पटौदी के एसडीएम प्रदीप कुमार, क्षेत्रीय यातायात प्राधिकरण की सचिव धारणा यादव, खण्ड शिक्षा अधिकारी शील कुमारी, एसीपी प्रवीन मलिक तथा अन्य सदस्यगण भी उपस्थित रहे।

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