कोरोना से बचाने के लिए दवाई और सख्ताई दोनों करने पड़ेंगे: अनिल विज

बिना सख्ताई किए कोरोना को रोका नहीं जा सकेगा

रमेश गोयत

चंडीगढ़। हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने प्रदेश मे कोरोना के बढ़ते प्रभाव पर नियंत्रण करने को लेकर मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य, पुलिस और अन्य विभाग के अधिकारियों के साथ हुई वीडियो कॉनफ्रेंसिग मे अपने निवास स्थान से भाग लेते हुए ये स्पष्ट कर दिया कि प्रदेश को कोरोना से बचाने के लिए दवाई और सख्ताई दोनों काम एक साथ करने पड़ेंगे। विज ने कहा कि बिना सख्ताई किए कोरोना को रोका नहीं जा सकेगा। इसके लिए उन्होंने सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए कि मास्क पहनने को लेकर अपने-अपने जिलों मे पूरी तरह से सख्ती रखें और मास्क न पहनने वालों का चालान किया जाए। विज ने सभी पुलिस अधीक्षकों से रोजाना जिले मे किए गए चालान के डेटा की रिपोर्ट हेडक्वार्टर को देने के भी निर्देश दिए, ताकि लोगों मे चालान का भय बने और लापरवाही न बरतें। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कड़वी गोली इलाज के लिए है और वह देनी पड़ती है, जो फायदेमंद होती है जिसका कोई नुकसान नहीं है। इसलिए सभी अधिकारी मास्क व कोरोना पर नियंत्रण रखने के लिए तय किए गए सभी मानकों का सख्ती से पालन करवाएं।

स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने वीडियो कॉनफ्रेंसिग के माध्यम से कहा कि पिछले वर्ष इसी महीने से हमने कोविड-19 पर लड़ाई आरंभ की थी और सारा देश इस बात को मानता और जानता है कि हमने बड़ी हिम्मत के साथ इस लड़ाई को लड़ा है और अब ये लड़ाई दोबारा से 2021 में शुरू हो रही है। उन्होंने कहा कि कोरोना के बढ़ने वाले केसों का कारण लोगों में आने वाली शिथिलता है। लोगों ने नियमों का पालन करना बंद कर दिया। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वो अपने स्टाफ और अधिकारियों से यही उम्मीद करते हैं कि वह अपने अंदर शिथिलता आने नहीं देंगे और जिस तरह पिछले साल कोरोना से जंग मे डट कर खड़े रही, उसी तरह से इस बार भी कोरोना को बढ़ने नहीं देंगे। विज ने कहा कि हम इस पर शुरूआती दौर मे ही रोक लगाएंगे लेकिन इसके लिए हम अपनाए जा रहे फार्मूले जैसे लॉकडाउन या कर्फयू के पक्ष मे नहीं हैं। उन्होंने मास्क लगाने को सख्ती करने को लेकर सभी एसपी, डीसी और सीएमओ को निर्देश दिए कि मास्क को लेकर मुहीम चलाई जाए और सभी चैकों पर चालान किए जाएं।

उन्होंने कहा कि हमने चालान करने की अथॉरिटी कमेटी, पुलिस और डीसी को दी हुई है। उन्होंने सभी जिलों में वायरलेस मैसेज भिजवाया है कि तीन-तीन लोगों की कमेटी बनाई जाए जिसमे डीसी, एसपी और सीएमओ का एक-एक प्रतिनिधि शामिल होगा जो भीड़ वाले स्थानों पर निगरानी रखेंगे। इसी प्रकार से कमेटी सब-डिविजनल लेवल पर भी बनाई जाए। स्वास्थ्य मंत्री ने निर्देश दिए हैं कि ये कमेटियां भीड़-भाड़ वाले स्थानों जैसे बाजार, स्कूल, मेलों, धार्मिक स्थानों पर जा-जाकर जांच करें और मास्क के जांच की इंडिकेशन वाली गाडियां भी सड़कों पर चले ताकि लोगों मे चालान का भय बना रहे। मंत्री अनिल विज ने जिन सात जिलों मे कोरोना के केस बढ़ रहे हैं, उन जिलों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस मामले मे गंभीरता से काम किया जाए ताकि इसे प्रदेश भर मे फैलने से रोका जा सके।

विज ने कहा कि हमारे अस्पतालों में टेस्टिंग हो रही है लेकिन कुछ जिले जिसमें फतेहाबाद, जींद, महेंद्रगढ़ और पलवल मे टैस्टिंग का स्तर बहुत कम है वहां पर टैस्टिंग और वैक्सिनेशन बढ़ाने के लिए निर्देश दिए। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि प्रदेश मे कोरोना को रोकने के लिए सरकार पूरी तरह से गंभीर है। उन्होंने कहा कि हमने सभी जिलों पर निगरानी रखी हुई है कि कौन से जिलों में अधिकारी इस मामले को लेकर संगीन है। इसका हमारे पास सारा डाटा रोज आता है और हम इसके ऊपर जांच भी करते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे पास वैक्सीनेशन का पूरी मात्रा में स्टॉक है और हमारे पास आइसोलेशन वार्ड, मास्क, दवाईयों की कोई कमी नहीं है। हमारे पास ट्रेंड स्टाफ है जिन्हें अब एक साल का अनुभव हो चुका है कि कैसे कोरोना के मरीजों को संभालना है। इसलिए अब हमे कमर कसने की जरूरत है ताकि हरियाणा में कोरोना को दोबारा फैलने से रोका जा सके।

विज ने कहा कि अब कोरोना के खिलाफ लड़ाई और जीवन दोनों साथ-साथ चलेंगे। हम जीवन बंद करके लड़ाई लड़ना नहीं चाहते। उन्होंने कहा कि लोगों ने पहले ही बहुत तकलीफें झेलीं हैं, एक साल तक लोगों के कारोबार धंधे बंद रहे हैं हम उनको बंद नहीं करना चाहते हैं। इस कोरोना मे कई जिंदगियां समाप्त हो चुकी हैं। विज ने कहा कि हम चाहते हैं कि अगर हम सतर्कता से अपने दायित्व का निर्वाह करेंगे तो हमें लॉकडाउन की तरफ नहीं जाना पड़ेगा।

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