कालका और ऐलनाबाद दोनों जगह से चुनाव लड़ेंगे: अभय सिंह चौटाला
प्राईमरी स्कूल बंद करने के पीछे सरकार की मंशा है कि गांव का बच्चा अनपढ़ रहे: अभय
कोई भी आंदोलन हिंसक नहीं होता आंदोलन को हिंसक सत्ता में बैठे लोग करते हैं: अभय चौटाला
निंदा प्रस्ताव सरकार को खुद के खिलाफ लेकर आना चाहिए था: अभय चौटाला
भाजपा पक्का मकान बताकर आंदोलनरत किसानों के बदनाम करने की साजिश रच रही है: अभय
भाजपा खेलों में भी जात-पात का जहर घोल रही है: अभय चौटाला
खिलाड़ी किसी जाति विशेष का न होकर प्रदेश और देश की शान होता है
आम्र्स लाइसेंस बनाने के लिए दो लाख से पांच लाख रुपए वसूले जाते हैं
चंडीगढ़, 19 मार्च: हम कालका और ऐलनाबाद दोनों जगह से चुनाव लड़ेंगे। कालका हलके के 36 गाँव का दौरा हो चुका है और 10 अप्रैल तक एक-एक गांव और वार्ड में जाऊंगा। आज लोगों में आईएनएलडी के प्रति उत्साह है लोग हमारी बात सुनकर भरोसा दिलाते हैं कि वो आईएनएलडी के साथ खड़े हैं और भाजपा-जजपा के लोगों को गांव में घुसने भी नहीं देंगे यह बात इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने शुक्रवार को चंडीगढ़ स्थित पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कही।
भाजपा सरकार द्वारा हरियाणा प्रदेश के एक हजार से ज्यादा प्राइमरी स्कूल बंद करने पर पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कहा कि इसके पीछे सरकार की मंशा है कि गांव का बच्चा अनपढ़ रहे। उन्होंने कहा कि भाजपा-आरएसएस की हमेशा से एक सोच रही है कि लोगों को अनपढ़ और गरीब रखा जाए। इसलिए केंद्र सरकार ने तीन कृषि कानून बनाए हैं ताकि किसानों को कमजोर किया जा सके।
विरोध प्रदर्शन के दौरान संपत्ति को होने वाले नुक्सान की वसूली आंदोलनकारियों से करने वाले कानून पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए इनेलो नेता ने कहा कि कोई भी आंदोलन हिंसक नहीं होता आंदोलन को हिंसक सत्ता में बैठे लोग करते हैं। उन्होंने कहा कि असल में तो यह कानून भाजपा पर लागू होना चाहिए जिसने आंदोलनकारियों को रोकने के लिए नेशनल हाईवे खुदवा दिए थे। निंदा प्रस्ताव पर पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता ने भाजपा गठबंधन को चुनकर सत्ता में बिठाया था लेकिन ये उनकी उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे इसलिए निंदा प्रस्ताव भी सरकार को खुद के खिलाफ लेकर आना चाहिए था।
बार्डर पर किसानों द्वारा पक्के मकान बनाए जाने के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि वो अस्थायी मकान हैं। भाजपा गठबंधन सरकार पक्का मकान कहकर आंदोलनरत किसानों के बदनाम करने की साजिश रच रही है। उन्होंने कहा कि वो टिक्करी बार्डर पर 50 बैड का अस्पताल बनवा रहे हैं जिसकी ओपनिंग 24 मार्च को की जानी है वो भी टेंट के अंदर है और उसका प्लेटफार्म भी अस्थायी है। आंदोलन खत्म होते ही उसे वहां से हटा लिया जाएगा। सबमर्सीबल ट्यबवैल पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि किसानों ने सबमर्सीबल ट्यूबवैल नहीं हैंडपंप लगाए हैं जिसको लगाने के लिए अनुमति की जरूरत नहीं है और ये हैंडपंप सरकारी जगह पर न होकर किसानों की जमीनों पर लगाए गए हैं। उन्होंने सरकार द्वारा धरनारत किसानों के बिजली व पानी के कनेक्शन भी काट दिए हैं जो बेहद निंदनीय है। उन्होंने कहा कि ये किसान इसी देश के नागरिक हैं और प्रजातंत्र के अंदर अपने अधिकारों के लिए आंदोलन करना इनका संवैधानिक अधिकार है लेकिन सरकार संवैधानिक अधिकारों को खत्म करने के लिए कानूनों में संशोधन कर रही है।
स्पोर्टस स्कूल की जगह यूनिवर्सिटी बनाए जाने के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि सरकार को अगर यूनि. बनानी है तो अलग से जमीन अधिग्रहण करके स्पोर्टस यूनि. बना सकती है। लेकिन भाजपा खेलों में भी जात-पात का जहर घोल रही है। हमारे गांव के बच्चे जब मैडल जीतकर आते हंै तो उन्हें प्राइज देते हुए भी इनको दिक्कत होती है और वहां भी 35 बनाम 1 का भेदभाव करते हैं। खिलाड़ी किसी जाति विशेष का न होकर प्रदेश और देश की शान होता है।
आम्र्स लाइसेंस बनवाने पर अधिकारियों द्वारा चार लाख रुपए बतौर रिश्वत लेने के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि आज का नौजवान आम्र्स लाइसेंस इसलिए बनवा रहा है ताकि उसे सिक्योरिटी की नौकरी मिल सके। यह सही है कि आम्र्स लाइसेंस बनाने के लिए दो लाख से पांच लाख रुपए वसूले जाते हैं और समय आने पर सबूत समेत उन सभी अधिकारियों के नाम के साथ खुलासा करेंगे। इस दौरान पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष नफे सिंह राठी, पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रकाश भारती और राष्ट्रीय सचिव श्याम सिंह राणा भी उपस्थित थे।